जैसलमेर. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश और प्रदेश भर में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य जोर-शोर से चल रहा है, लेकिन इस दौरान कई ऐसे पाक विस्थापित नागरिक हैं, जिनके पास भारतीय नागरिकता नहीं है. इस वजह से उनको कोरोना वैक्सीन नहीं लगाई जा रही थी, जबकि वो लगातार वैक्सीन के लिए मांग कर रहे थे.
हाल ही में राजस्थान सरकार द्वारा पाक विस्थापितों सहित अन्य कई लोगों को जिनके पास पहचान पत्र की कमी अथवा अन्य कारणों से कोरोना टीकाकरण नहीं हो रहा था. उनको वैक्सीन लगवाने के आदेश जारी किए हैं, जिसके बाद जैसलमेर जिले में रहने वाले पाक विस्थापितों को शुक्रवार 11 जून को विशेष शिविर लगाकर कोरोना वैक्सीन लगवाई जा रही है.
जैसलमेर जिला मुख्यालय स्थित किसान भवन में पाक विस्थापितों के लिए विशेष शिविर लगाया गया, जिसमें सीआईडीबीआई के अधिकारियों सहित प्रशासनिक एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. वैक्सीन लगाने को लेकर पाक विस्थापितों में भारी उत्साह देखने को मिला और इस दौरान युवा और बुजुर्गों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इसमें कई महिलाएं भी शामिल थी.
जैसलमेर जिला कलेक्टर आशीष मोदी भी इस शिविर में पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने पाक विस्थापितों के टीकाकरण व्यवस्थाओं का जायजा लिया और जिनका टीकाकरण किया गया, उनसे भी बातचीत की. जिला कलेक्टर ने इस दौरान सीआईडीबीआई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन पाक विस्थापितों का उनके कार्यकाल में रजिस्ट्रेशन नहीं हो रखा है, लेकिन उनके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट और यहां आने से संबंधित दस्तावेज हैं, तो उनके भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाए.
जिला कलेक्टर ने नगरपरिषद आयुक्त को निर्देश देकर एक ई-मित्र संचालक को भी शिविर में तैनात किया गया, ताकि यहां आने वाले पाक विस्थापितों, जिनको भारत में आए 7 वर्ष से अधिक का समय हो गया है. उनका नागरिकता के लिए पंजीकरण भी कोरोना वैक्सीन के साथ करवाया जा सके.
वहीं वैक्सीन लगने के बाद पाक विस्तापितों का कहना है कि पिछले कुछ समय से नागरिकता नहीं होने अथवा दस्तावेज नहीं होने के चलते उनके कोरोना का टीका नहीं लग रहा था, लेकिन अब केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास से उनके टीके लगाए जा रहे हैं. जिससे उनमें कोरोना संक्रमण के बढ़ने की आशंका कम होगी एवं इम्यूनिटी भी डिवेलप होगी, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को धन्यवाद भी ज्ञापित किया.