जैसलमेर. अपने एक दिवसीय जैसलमेर दौरे के दौरान केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कृषि कानूनों के विरोध में लामबंद हुए विपक्षी दलों और खासतौर पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस कृषि कानूनों का विरोध कर रही है, लेकिन वास्तव में यह कानून किसानों के हित में है, लेकिन कांग्रेस के नेता इस कानून को किसानों के सामने गलत तरीके से पेश कर रहे हैं और उन्हें भ्रमित कर रहे हैं.
मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कांग्रेस किसानों के नाम पर हमेशा राजनीति करती है, लेकिन वह किसानों से छल ही करती नजर आई है. उन्होंने कहा कि आज आजादी के 73 वर्षों बाद भी किसानों को बेचारा कहा जाता है, तो इसके पीछे कांग्रेस का ही हाथ है, क्योंकि उन्होंने अपनी सरकारों के समय कभी किसान हित में कोई नियम या कानून नहीं बनाए.
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वहीं मंत्री ने कहा कि भारत 1947 में आजाद हुआ था, लेकिन किसानों को वास्तविक आजादी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मिली है. किसान अब अपनी फसल को बेचने के लिए आजाद है और मंडी परिधि से बाहर अपने मनचाहे दामों में बिना किसी टैक्स के फसल बेचने के लिए स्वतंत्र है.
मंत्री ने इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह किसानों के लिए महत्वपूर्ण कानून है, लेकिन कांग्रेस का काम है कि नरेंद्र मोदी जो भी जनता के हित में काम करे, उसका विरोध करना, यह उनकी आदत में शुमार है. मंत्री चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में भी यह तीनों बिल शामिल थे, लेकिन अब केंद्र की भाजपा सरकार से लाई है तो वो इसका विरोध कर रही है.