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जैसलमेर: पूर्व विधायक के सहयोग से बने भवन पर नगर विकास न्यास ने चलाया बुलडोजर

जैसलमेर में नगर विकास न्यास के अधिकारी अतिक्रमण हटाने के दौरान सरकारी भवनों तक को नहीं छोड़ रहे हैं. वो सरकारी पैसों से बने भवनों को भी ध्वस्त करते नजर आ रहे हैं. न्यास के अधिकारियों ने किशनघाट इलाके में जैसलमेर के पूर्व विधायक छोटू सिंह भाटी के विधायक मद से बने सार्वजनिक सत्संग भवन को भी ध्वस्त कर दिया.

Encroachment in Jaisalmer. जैसलमेर न्यूज़
जैसलमेर में सरकारी पैसों से बने भवनों को भी ध्वस्त कर रहे नगर विकास न्यास के अधिकारी
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Published : Jun 7, 2020, 4:26 PM IST

जैसलमेर. जिले में नगर विकास न्यास पिछले कुछ दिनों से शहर में अपने अधीन आने वाले इलाकों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा है. वहीं, अतिक्रमण हटाने के दौरान नगर विकास न्यास के अधिकारी न्यास क्षेत्र में बने सरकारी भवनों तक को भी नहीं छोड़ रहे हैं. वो सरकारी पैसों से बने भवनों को भी ध्वस्त करते नजर आ रहे हैं.

जैसलमेर में सरकारी पैसों से बने भवनों को भी ध्वस्त कर रहे नगर विकास न्यास के अधिकारी

नगर विकास न्यास ने अतिक्रमण के खिलाफ जारी कार्रवाई के दौरान शहर के किशनघाट इलाके में पिछली सरकार के कार्यकाल में साल 2018-19 के दौरान जैसलमेर के पूर्व विधायक छोटू सिंह भाटी के विधायक मद से 4 लाख रुपये की लागत से बने सार्वजनिक सत्संग भवन को भी ध्वस्त कर दिया गया. ये सत्संग भवन भागीरथ महाराज और समाज सेवा समिति द्वारा संचालित हो रहा था.

पढ़ें: राजस्थान में 30 जून तक बंद रहेंगे धार्मिक स्थल, आयुर्वेदिक सैनिटाइजर का किया जाएगा उपयो

बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक ने अपने मद से इस सत्संग भवन के विस्तार के लिए 4 लाख रुपये आवंटित किए थे. इस पर संबंधित ग्राम पंचायत बडाबाग ने कार्यकारी एजेंसी के रूप में मौके पर निर्माण कार्य करवाया था. लेकिन, नगर विकास न्यास की अतिक्रमण टीम में बिना कोई जांच किए सरकारी राशि से बने भवन को ही ध्वस्त कर दिया.

इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय ओड समाज ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जैसलमेर जिला कलेक्टर को इस संबध में ज्ञापन भी प्रेषित किया है और अतिक्रमण हटाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. ज्ञापन देते हुए पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी ने यूआईटी द्वारा की गई कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा कि सरकारी पैसे से बने भवन को तोड़ने की बजाय नगर विकास न्यास उसे अपने कब्जे में ले लेता तो सरकारी राशि का नुकसान नहीं होता.

जैसलमेर. जिले में नगर विकास न्यास पिछले कुछ दिनों से शहर में अपने अधीन आने वाले इलाकों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा है. वहीं, अतिक्रमण हटाने के दौरान नगर विकास न्यास के अधिकारी न्यास क्षेत्र में बने सरकारी भवनों तक को भी नहीं छोड़ रहे हैं. वो सरकारी पैसों से बने भवनों को भी ध्वस्त करते नजर आ रहे हैं.

जैसलमेर में सरकारी पैसों से बने भवनों को भी ध्वस्त कर रहे नगर विकास न्यास के अधिकारी

नगर विकास न्यास ने अतिक्रमण के खिलाफ जारी कार्रवाई के दौरान शहर के किशनघाट इलाके में पिछली सरकार के कार्यकाल में साल 2018-19 के दौरान जैसलमेर के पूर्व विधायक छोटू सिंह भाटी के विधायक मद से 4 लाख रुपये की लागत से बने सार्वजनिक सत्संग भवन को भी ध्वस्त कर दिया गया. ये सत्संग भवन भागीरथ महाराज और समाज सेवा समिति द्वारा संचालित हो रहा था.

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बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक ने अपने मद से इस सत्संग भवन के विस्तार के लिए 4 लाख रुपये आवंटित किए थे. इस पर संबंधित ग्राम पंचायत बडाबाग ने कार्यकारी एजेंसी के रूप में मौके पर निर्माण कार्य करवाया था. लेकिन, नगर विकास न्यास की अतिक्रमण टीम में बिना कोई जांच किए सरकारी राशि से बने भवन को ही ध्वस्त कर दिया.

इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय ओड समाज ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जैसलमेर जिला कलेक्टर को इस संबध में ज्ञापन भी प्रेषित किया है और अतिक्रमण हटाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. ज्ञापन देते हुए पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी ने यूआईटी द्वारा की गई कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा कि सरकारी पैसे से बने भवन को तोड़ने की बजाय नगर विकास न्यास उसे अपने कब्जे में ले लेता तो सरकारी राशि का नुकसान नहीं होता.

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