पोकरण (जैसलमेर). नाचना में डिग्गी में डूबने से एक बहन समेत दो सगे भाइयों की मौत का मामला सामने आया है. नाचना से करीब 12 किलोमीटर दूर 10 एडब्ल्यू डी के खेत में बनी डिग्गी के पास बरसात से चिकनी हुई बालू मिट्टी के कारण चारों बच्चों के पैर फिसल गए, जिससे वे डिग्गी में गिर गए. इस पर मां और नाना ने डिग्गी में डूबते बच्चों को बचाने का असफल प्रयास किया, हालांकि उसमें सबसे बड़ी बेटी शांति 10 वर्षीय को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन तीन भाई-बहन को नहीं बचा सके.
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बताया जा रहा है कि नाचना में खेती के लिए मगाराम भील परिवार खुशी के साथ अपना गुजर-बसर कर रहा था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि परिवार पर ऐसी विपदा आएगी कि उसका पूरा जीवन तबाह हो जाएगा. नाचना से करीब 12 किलोमीटर दूर 10 एडब्ल्यू डी के खेत में मां मोहिनी देवी अपने बच्चों को आंखों के सामने बरसात में अठखेलियां करते हुए भविष्य के सपने बुन रही थी.
इतने में ही खेत में बनी डिग्गी के पास बरसात से चिकनी हुई बालू मिट्टी के कारण चारों बच्चों के पैर फिसल गए, जिससे वे डिग्गी में गिर गए. इस पर मां और नाना ने डिग्गी में डूबते बच्चों को बचाने का असफल प्रयास किया, हालांकि उसमें सबसे बड़ी बेटी शांति 10 वर्षीय को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन तीन भाई बहन को नहीं बचा सके.
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डूबने से मगाराम का पुत्र रमेश (4) सरवन (8)व पुत्री सुगना (6)की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलने के साथ ही उप अधीक्षक हुकमाराम बिश्नोई और नाचना थानाधिकारी रमेश ढाका मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे और बच्चों के शव को बाहर निकालकर नाचना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया, जहां डॉक्टरों ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द किए गए.