जैसलमेर. जिले के मोहनगढ़ थाना क्षेत्र में विगत दिनों आपसी विवाद के चलते एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के मोटरसाइकिल सवार युवक को पीछे से टक्कर मार कर उसकी हत्या कर दी थी. घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों ने हत्या में प्रयुक्त जब्त की गई गाड़ी को थाने से बाहर लाकर आग लगा दी थी. साथ ही विरोधी पक्ष की झोपड़ीनुमा दुकान और चारे को जला दिया था.
हालांकि हत्या के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मृतक के परिजनों द्वारा की गई घटना को लेकर भी मोहनगढ़ पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया था. जिसमें पुलिस द्वारा आगजनी के आरोपियों की तलाश की गई थी. पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में मृतक पक्ष के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनके घरों में घुसकर उनके परिवार की महिलाओं, बुजुर्गो के साथ मारपीट की थी.
वहीं पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि पुलिस केवल घटना में शामिल लोगों की तलाश करने के लिये उनके घर गई थी. मामले में राजस्थान सरकार के केबीनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने भी मृतक पक्ष का साथ देते हुए पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया था. सात ही निष्पक्ष जांच के लिये जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया था.
हत्या के इस मामले के बाद मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट और एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए आगामी 1 जून से पुलिस कार्रवाई के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी. जिस पर शनिवार को पुलिस अधीक्षक किरण कंग ने मोहनगढ़ पहुंच कर पीड़ित पक्ष व स्थानीय मौजीज लोगों के साथ एक बैठक ली व निष्पक्ष कानूनी कार्रवाई करने की बात कही.
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पुलिस अधीक्षक किरण कंग ने बताया कि हत्या के मामले में दोनों ही पक्षों की ओर से मामले दर्ज हैं. जिनमें पुलिस पूरी निष्पक्षता के साथ पारदर्शी कार्रवाई अमल में लायेगी. साथ ही धरना प्रदर्शन को लेकर भी उन्होंने कहा कि मृतक पक्ष के लोगों से बात कर उन्हें उचित कानूनी कार्रवाई का आश्वाशन दिया गया. जिस पर वे रजामंद हो गये हैं. फिलहाल, वह प्रदर्शन नहीं करने पर राजी हो गये हैं.