जैसलमेर. जिले में मरू महोत्सव 2023 का आगाज नगर आराध्य लक्ष्मीनाथ की महाआरती के साथ हुआ. इसके बाद सोनार दुर्ग से भव्य शोभायात्रा निकली गई. मरू महोत्सव का आगाज जिला कलेक्टर टीना डाबी, विधायक रूपाराम धनदेव, राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजना मेघवाल सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने हरी झंडी दिखाकर किया. इस दौरान शोभायात्रा में अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ ही राजस्थानी लोक नृत्य की झलकियां भी देखने को मिली. इन सब के बीच सीमा सुरक्षा बल के अनुशासित बैंड की ओर से लोगों को आकर्षित करने को विभिन्न धुन बजाए गए.
पर्यटन का महाकुंभ कहे जाने वाले इस मरू महोत्सव को लेकर स्वर्णनगरी जैसलमेर की छटा पर्यटन रंगों में सराबोर नजर आ रही है. सैलानियों से आज स्वर्णनगरी की सड़कें गुलजार है और जहां भी नजर आ रही है वहां लोक संस्कृति के रंग बिखरे दिखाई दे रहे हैं. कालबेलिया सहित अन्य नृत्य देखकर सैलानियों के साथ ही स्थानीय लोग भी खासा उत्साहित नजर आए. इधर, जिले के गोपा चौक और सोनार दुर्ग के आगे कलाकारों ने जमकर नृत्य व अपनी अनूठी कलाओं का प्रदर्शन कर सैलानियों का दिल जीता.
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गौरतलब है कि साल 1980 के बाद क्लासिक टूरिज्म के प्रेमी विदेशियों के पांव जैसलमेर में पड़ने शुरू हुए. इसके बाद पर्यटकों की आवक से मरुस्थलीय जिले की तस्वीर संवरने लगी. सरकारी तंत्र ने जल्द ही जैसलमेर के पर्यटन महत्व को भांप लिया और 1989 में यहां इस डेजर्ट फेस्टिवल का पहला आयोजन हुआ. आज विश्व जगत में देशी-विदेशी सैलानियों के बीच प्रमुख कार्निवाल के रूप में यह जैसलमेर पहचान बना चुका है.
वहीं, शोभायात्रा में चल रहे मरू श्री व मिस मूमल मुख्य रूप से आकर्षण का केन्द्र रहे. साथ ही रौबदार मूंछ और दाड़ी भी लोगों को खूब भाई. इस दौरान देसी-विदेशी सैलानियों में फोटो का क्रेज भी देखते बना. हर कोई अपने मोबाइल व कैमरा से तस्वीरें लेते नजर आया. इन सब के बीच पुलिस की ओर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न पेश आए.