जैसलमेर. जिले ने कोरोना मुक्त होने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं. प्रवासियों की अधिक से अधिक सैंपलिंग हो चुकी है और अब नए मरीजों के आने की संभावना धीरे-धीरे कम होती जा रही है. यदि पॉजिटिव मामले सामने आए भी तो इक्का-दुक्का ही होंगे और एक साथ कई पॉजिटिव आने की संभावना अब बहुत कम है. वहीं दूसरी तरफ कोरोना से रिकवरी में भी जैसलमेर आगे है.
जिले के पोकरण में आए 35 संक्रमित कई दिन पहले ही रिकवर हो चुके हैं, उसके बाद जैसलमेर में 11 मई से कोरोना संक्रमित मामले आने शुरू हुए और अब तक 39 संक्रमित सामने आए हैं. जिनमें से 30 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. जैसलमेर जिले में अब तक आए कुल 74 संक्रमित में से 65 डिस्चार्ज हो गए हैं. अब जिले में केवल 9 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 2 का उपचार जोधपुर में और 7 का उपचार माहेश्वरी अस्पताल स्थित कोविड केयर सेंटर में चल रहा है.
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पोकरण के बाद जैसलमेर शहर व गांव में आए सभी 39 संक्रमित प्रवासी थे, इसके चलते प्रवासियों की सैंपलिंग बढ़ा दी गई थी और अब तक 3500 से ज्यादा प्रवासियों की सैंपलिंग हो चुकी है और यह 40 फीसदी के करीब है. शेष प्रवासियों की जांच हो रही है.
पोकरण में तबलीगी जमात से संक्रमण की चेन बनी और 35 संक्रमित मामले सामने आए, जैसलमेर शहर व गांव में 39 प्रवासी पॉजिटिव आए लेकिन जिला प्रशासन, पुलिस, चिकित्सा विभाग की सतर्कता और आमजन के सहयोग के साथ प्रवासियों के बेहतर होम क्वॉरेंटाइन के चलते कोरोना संक्रमण की चैन नहीं बनी और एक भी स्थानीय व्यक्ति कोरोना की चपेट में नहीं आया.
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जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि जैसलमेर के लगभग 88 प्रतिशत संक्रमित रिकवर हो चुके हैं. 3500 से अधिक प्रवासियों के सैंपल भी लिए गए हैं. प्रवासियों को यहां आए 20 दिन हो चुके हैं और अब आने वाले प्रवासियों की संख्या बहुत कम है. अब संक्रमितों के एक साथ आने की संभावना बहुत कम है, ऐसे में उम्मीद है कि जैसलमेर जिला भी जल्द ही कोरोना मुक्त होगा.