जैसलमेर. राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र में धर्म के प्रति चेतना जागृत करने वाले एवं आसरी मठ के संरक्षक शिव सुखनाथ महाराज का सोमवार को स्वास्थ्य बिगड़ गया था. उन्हें सांस लेने में कठिनाई होने लगी थी. इसके चलते आज मंगलवार सुबह करीब 8 बजे शिव सुखनाथ महाराज ब्रह्मलीन हुए. उनकी बैकुंठ यात्रा दोपहर 2 बजे निकाली जाएगी. इसके बाद समाधि कार्यक्रम होगा.
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जैसलमेर आसरी मठ के मठाधीश श्री श्री 1008 स्वामी श्री शिवसुख नाथ जी महाराज के ब्रह्मलीन होने की सूचना पाकर स्तब्ध हूं। यह आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ब्रह्मलीन दिव्य-आत्मा को कोटि-कोटि नमन! ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं उनके अनुयायियों को धैर्य प्रदान करें। pic.twitter.com/QxrStBFAfu
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उनके निधन की खबर सुन उनके अनुयायी भावुक हो गए और सुबह से ही शहर के गड़ीसर चौराहा स्थित आसरी मठ में भक्तों का आना लगातार जारी है. महाराज की बैकुंठ यात्रा आसरी मठ से निकलकर शहर के मुख्य बाजार व चौराहों से होती हुई वापस आसरी मठ पहुंचेगी. उनकी बैकुंठ यात्रा के पश्चात समाधि का कार्यक्रम रखा गया है. उनका समाधि कार्यक्रम सन्त धर्म के अनुसार विधि पूर्वक होगा. बता दें कि आसरी मठ जैसलमेर राजपरिवार का राज गुरुद्वारा है और मठाधीश राजपरिवार के राजगुरु हैं.
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गौरतलब है कि शिव सुखनाथ के निधन के बाद राजसमंद से लोकसभा सदस्य एवं पूर्व राजपरिवार सदस्य दीया कुमारी ने भी ट्वीट कर कहा है कि यह आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. ब्रह्मलीन दिव्य आत्मा को कोटि-कोटि नमन. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं उनके अनुयायियों को धैर्य प्रदान करे.