पोकरण (जैसलमेर). क्षेत्र के रामदेवरा स्थित लख की ढाणी में एक साथ 60 से अधिक व्यक्ति कोरोना संक्रमित आ जाने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था. ऐसे में उपचार के दौरान 3 लोगों की मौत होने से लोगों में डर और भय का माहौल बन गया है. वहीं प्रशासन की ओर से क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. साथ ही अनेक प्रकार की पाबंदी लगा दी गई है.
वहीं प्रशासन की निगरानी में सभी संक्रमित व्यक्तियों को होम आइसोलेट किया गया था. जहां क्षेत्रवासियों ने सजगता और सतर्कता दिखाया और 14 दिन आइसोलेट होने के बाद 60 से अधिक संक्रमित व्यक्ति अब पूर्ण रूप से ठीक हो चुके हैं. एक साथ सभी लोग स्वस्थ हो जाने से ग्रामीणों सहित अन्य लोगों में खुशी की लहर भी देखने को मिल रही है.
गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्र की ढाणियां सबसे सुरक्षित और महफूज समझी जाती थी. लेकिन इस बार कोरोना ने दबे पांव इस कदर दस्तक दी कि रामदेवरा कस्बे में ढाई सौ से अधिक संक्रमित व्यक्ति सामने आए और 30 से अधिक लोगों ने अपनी जान गवा दी. ऐसे में लोगों में लगातार डर और भय का खौफ बढ़ता जा रहा था. सभी संक्रमित व्यक्तियों ने कोरोना से जंग जीतने के पश्चात अन्य लोगों से भी सार्वजनिक रूप से अपील की है कि इस बीमारी को हल्के में नहीं लें.
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इससे बचाव के सभी कदम उठाएं, विशेषकर सोशल डिस्टेंसिग और मुंह पर मास्क लगाने के साथ ही हाथों को बार-बार सैनिटाइज करते रहें. पुलिस थाना अधिकारी रामदेवरा दलपत सिंह चौधरी, रामदेवरा सरपंच समंदर सिंह तंवर, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. भवानी सिंह तवर, ग्राम विकास अधिकारी चौथा, राम भील सहित अन्य जनों ने आपदा की स्थिति में कोरोना संक्रमण से उबारने में अपनी तरफ से भरकस प्रयास किया, जिनके प्रयासों से लख सिंह की पूरी ढाणी पूर्ण रूप से संक्रमित मुक्त हो गई है. फिर भी लोग अपने घरों में ही रहकर इस संक्रमित महामारी से अपना बचाव कर रहे हैं. वह अन्य लोगों को भी बचाव करने का आह्वान कर रहे हैं.