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दीपावली पर फूलों से सजा बाबा रूणेचा का दरबार, 1000 किलो पुष्पों से की गई सजावट

दीपावली के पावन पर्व पर बाबा रूणेचा के दरबार को फूलों से सजाया गया है. मंदिर परिसर को एक हजार किलो फूलों से सजाया गया है. पुष्कर से आई 12 कारीगरों की टीम ने इस मंदिर परिसर को भव्य तरीके से सजाया है.

जैसलमेर, temple decorated
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Published : Oct 26, 2019, 3:08 PM IST

जैसलमेर. दीपोत्सव का त्यौहार शुक्रवार को धनतेरस के साथ ही शुरू हो गया है. इसके साथ ही बाजार और मंदिर भी सजने लगे हैं. जैसलमेर के रूणेचा स्थित बाबा रामदेव, जिन्हें कृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है. इनकी समाधि स्थल सहित मंदिर परिसर को भी फूलों से सजाया गया है.

रूणेचा दरबार को फूलों से सजाया गया

पुष्कर से आई भक्तों की टोली ने बाबा रामदेव समाधि स्थल सहित मन्दिर परिसर की विभिन्न प्रकार के फूलों से सजावट की है. दल में शामिल 12 कुशल कारीगरों की मेहनत और अपने आराध्य देव के प्रति श्रद्धा के चलते मंदिर सहित आस-पास के परिसर को 2 दिनों में विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया है. कारीगरों ने बाबा रामदेव की समाधि, मुख्य पोल और कचहरी परिसर निकासी द्वार पर गुलाब, मोगरा, गेंदा, कलकती, लेमन आदि के एक हजार किलो फूलों से सजावट की है. सजावट होने बाद सम्पूर्ण मंदिर परिसर फूलों की खुशबू से महक उठा है.

पढ़ें: हिम्मत और जज्बे की मिसाल ; 10वीं में फेल, 12वीं में गणित में आए थे 38 नंबर, वही स्टूडेंट जगदीश आज बन गया IPS

देशभर से बाबा की समाधि के दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालु इस सजावट को देखकर मोहित हो रहे है. गौरतलब है कि बाबा रामदेव की समाधि स्थल पर प्रति वर्ष दर्शन के लिए राजस्थान सहित देश भर से लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं.

जैसलमेर. दीपोत्सव का त्यौहार शुक्रवार को धनतेरस के साथ ही शुरू हो गया है. इसके साथ ही बाजार और मंदिर भी सजने लगे हैं. जैसलमेर के रूणेचा स्थित बाबा रामदेव, जिन्हें कृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है. इनकी समाधि स्थल सहित मंदिर परिसर को भी फूलों से सजाया गया है.

रूणेचा दरबार को फूलों से सजाया गया

पुष्कर से आई भक्तों की टोली ने बाबा रामदेव समाधि स्थल सहित मन्दिर परिसर की विभिन्न प्रकार के फूलों से सजावट की है. दल में शामिल 12 कुशल कारीगरों की मेहनत और अपने आराध्य देव के प्रति श्रद्धा के चलते मंदिर सहित आस-पास के परिसर को 2 दिनों में विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया है. कारीगरों ने बाबा रामदेव की समाधि, मुख्य पोल और कचहरी परिसर निकासी द्वार पर गुलाब, मोगरा, गेंदा, कलकती, लेमन आदि के एक हजार किलो फूलों से सजावट की है. सजावट होने बाद सम्पूर्ण मंदिर परिसर फूलों की खुशबू से महक उठा है.

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देशभर से बाबा की समाधि के दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालु इस सजावट को देखकर मोहित हो रहे है. गौरतलब है कि बाबा रामदेव की समाधि स्थल पर प्रति वर्ष दर्शन के लिए राजस्थान सहित देश भर से लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं.

Intro:Body:दीपावली पर फूलों से सजा रुणेचा दरबार

एक हजार किलों फूलों से सजाया मंदिर परिसर

पुष्कर से आयी 12 कारीगरों की टीम ने सजाया मंदिर

कृष्ण के कलयुगी अवतार माने जाते है बाबा रामदेव

दीपावली का त्यौहार कल धन तेरस से शुरू हो गया है और इसके साथ ही बाजार , मंदिर सभी सजने लगे है। जैसलमेर के रुणेचा स्थित बाबा रामदेव जिन्हे कृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है की समाधी स्थल सहित मंदिर परिसर फूलों की खुश्बू से महक उठा है। पुष्कर से आई भक्तो की टोली ने बाबा रामदेव समाधि सहित सम्पूर्ण मन्दिर परिसर में विभिन्न प्रकार के फूलों से सजावट की है। टोली में आये 12 कुशल कारीगरों की मेहनत और अपने आराध्य देव के प्रति श्रद्धा के चलते मंदिर सहित आस पास के परिसर को 2 दिनों में विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया है।

कारीगरों द्वारा बाबा रामदेव की समाधि, मुख्य प्रोल, कचहरी परिसर और निकासी द्वार पर गुलाब, मोगरा, गेंदा, कलकती, लेमन आदि के एक हजार किलो फूलों से सजावट की गई है। सजावट होने बाद सम्पूर्ण मंदिर परिसर फूलों की भीनी खुशबू से महक उठा है। देशभर से बाबा की समाधि के दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालु इस सजावट को देखकर मोहित हो रहे है। गौरतलब है की बाबा रामदेव की समाधी स्थल पर प्रति वर्ष दर्शन के लिए राजस्थान सहित देश भर से लाखों श्रद्धालु आते है और हिन्दू - मुस्लिम दोनों ही समुदायों के लोगों की बाबा के प्रति गहरी आस्था रखते है।

बाईट-1-प्रेम सिंह तंवर, बाबा रामदेव वंशजConclusion:
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