जैसलमेर. प्रदेश में लगातार कोरोना की दूसरी लहर अपना कहर बरपा रही है और दूसरी लहर राजस्थान के विभिन्न जिलों से होते हुए भारत-पाक सीमा पर बसे सरहदी जिले जैसलमेर में भी पहुंच चुकी है. लगातार बढ़ते मामलों के सामने आने के बाद लोग अब सहमे नजर आ रहे हैं.
जहां जिले में कोरोना तेजी से अपने पांव पसार रहा है, बात करें तो शुक्रवार 16 अप्रैल को जिले में 47 नए कोरोना संक्रमित मामले सामने आए. एकाएक कोरोना की दूसरी लहर ने सब को हिला कर रख दिया है. शुरुआत में जहां जैसलमेर सुरक्षित नजर आ रहा था, लेकिन अब हालात यहां भी बिगड़ रहे हैं.
जैसलमेर में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के साथ ही जिले में संक्रमण की चेन को रोकने पर ईटीवी भारत में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. कुणाल साहू से विशेष बातचीत की. RCHO डॉ. कुणाल साहू ने बताया कि लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की rt-pcr रिपोर्ट देखी जा रही है, यदि उनके पास आरटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं होती तो उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.
डॉ. साहू ने बताया कि जिले में आने वाले संक्रमितों पर लगातार स्वास्थ्य विभाग नजर बनाए रखे हुए हैं, साथ ही कोरोना संक्रमण की चैन को रोकने के लिए प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए 30 लोगों की ट्रेसिंग कर उनके सैम्पल लिए जा रहे है.
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डॉ. साहू ने बताया कि विभाग के पास आवश्यक संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए एहतियातन माहेश्वरी अस्पताल में क्वॉरेंटाइन सेंटर का अधिग्रहण किया गया है और आवश्यकता होने पर और सेंटर भी अधिग्रहण किए जा सकते है. डॉ. साहू ने बताया कि विभाग की ओर से संक्रमित के संपर्क में आने वाले 30 लोगों की जांच की जाती है, लेकिन कई मामलों में आमजन की ओर से सहयोग नहीं किया जाता.