जयपुर. अजमेर में आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ और पूर्व मंत्री नसीम अख्तर के बीच कोल्ड वॉर चल रहा है, जो किसी से छिपा नहीं है. दोनों के बीच पुष्कर विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए चल रही रस्साकशी के बीच कोल्ड वार अब एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप तक भी पहुंच चुका है. हाल ही में नसीम अख्तर इंसाफ पर जो राज कार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज हुआ, उसे भी नसीम अख्तर के समर्थक धर्मेंद्र राठौड़ का षड्यंत्र बता रहे हैं.
बहरहाल दोनों नेताओं के बीच लड़ाई पुष्कर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने पर है. इसमें कौन जीतता है यह तो आने वाले दिनों में साफ होगा, लेकिन मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक लेटर भी वायरल हुआ है, जो राजस्थान के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने नसीम अख्तर के एक अधिकारी को हटाकर दूसरे अधिकारी को लगाने के संबंध में है. लेकिन जिस अधिकारी को नसीम अख्तर अपने क्षेत्र में लगाना चाहती थीं, उसे नहीं लगाने के पीछे धारीवाल ने जो कारण बताया वह भी अपने आप में रोचक है.
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धारीवाल ने जो जवाब नसीम अख्तर इंसाफ को दिया है, उसमें साफ लिखा है कि आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को पदस्थापन पर ऐतराज है. इसलिए उन्होंने जो अधिकारी मांगा है वह पदस्थापन नहीं हो सकता. धारीवाल ने पूर्व मंत्री और राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष नसीम अख्तर को अपने जवाब में लिखा कि अधिशासी अधिकारी नगर पालिका पुष्कर अभिषेक के स्थान पर आपने जो राजस्व अधिकारी द्वितीय नगर निगम हेरिटेज की वर्षा चौधरी का पदस्थापन करने के लिए 24 अप्रैल को अनुशंसा पत्र दिया था, उसमें धर्मेंद्र राठौड़ को ऐतराज है. ऐसे में यह पद स्थापन किया जाना संभव नहीं है.