जयपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने टोंक में बजरी आफ़ियाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए. उसके बाद पार्टी के सुप्रीमों और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में प्रतिनिधित्व मंडल सचिवालय पहुंचा. जहां पर मध्यरात्रि सचिवालय में सरकार के उच्चाधिकारियों के साथ वार्ता हुई. जो कि करीब दो घंटे तक चली और वो सकारात्मक रही. बजरी की दरों को कम करने सहित अन्य मांगों पर सहमति बनी. उसके बाद सांसद बेनीवाल ने आंदोलन स्थगित करने की बात की.
इनसे हुई वार्ता : बता दें कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की ओर से टोंक में बजरी माफियाओं के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान आरएलपी सुप्रीमों और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने जयपुर कूच का ऐलान कर दिया. सांसद बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ टोंक से जयपुर के लिए रवाना हुए. इसी बीच शिवदासपुरा टोल प्लाजा पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया. उसके बाद काफी देर तक पुलिस प्रशासन के साथ बातचीत का दौर चला. तत्पश्चात सरकार से सचिवालय में वार्ता पर सहमति बनी. करीब रात साढ़े 11 बजे सांसद हनुमान बेनीवाल अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ सचिवालय पहुंचे. इस दौरान बेनीवाल के साथ विधायक नारायण बेनीवाल, इंद्रा बावरी, पुखराज गर्ग सहित अन्य मौजूद रहे.
बेनीवाल की वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोरा से वार्ता हुई. बेनीवाल ने अवैध बजरी माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही और बजरी की दरों को कम करने सहित अन्य मांगें रखी. करीब 2 घंटे चली वार्ता के बाद अवैध बजरी खनन पर सख्ती से कार्रवाई करने और बजरी की दरों को कम करने सहित कई बिंदुओं पर सकारात्मक वार्ता हुई. वार्ता के बाद सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सरकार ने आश्वस्त किया है कि वह हमारी मांगों को गंभीरता से पूरा करेगी. इसलिए हमारी वार्ता सकारात्मक रही और सहमति बन गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में लोकतांत्रिक पार्टी आम जनता के साथ उनके मुद्दों को लेकर खड़ी है. हम लगातार अवैध बजरी खनन, पेपर लीक, बेरोजगारी, प्रदेश की कानून व्यवस्था सहित तमाम मुद्दों पर सदन से सड़क तक सरकार को घेरते रहे हैं.
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