जयपुर. राजस्थान में भी कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट मांगने की शुरुआत के साथ ही कांग्रेस नेताओं के आपसी विवाद सामने आने लगे हैं. भले ही इस बार जयपुर में अब तक कोई ऐसा नजारा नहीं देखने को मिला, जिसमें टिकट मांगने पहुंचे नेता आपस में विवाद करते दिखाई दिए हों. हालांकि बुधवार को मालवीय नगर से टिकट की दावेदारी जताने वाले राजसीको चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने बीजेपी विधायक कालीचरण सर्राफ के साथ मिलीभगत के आरोपों पर नाराजगी जताई. उन्होंने यह भी कह दिया कि अगर आरोप सही हुए तो वे राजनीति छोड़ देंगे.
दरअसल हुआ यह कि बुधवार को मालवीय नगर विधानसभा से राजसीको चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने अपनी दावेदारी ब्लॉक अध्यक्षों के सामने पेश की. उन्होंने अपने निवास पर चुनाव लड़ने की घोषणा भी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि टिकट मांगने का अधिकार सभी को है. अरोड़ा ने कहा कि जब 48000 से चुनाव हारने वाले को दोबारा टिकट मिल सकता है, तो उन्हें 15000 से हारने के बाद टिकट क्यों नहीं मिल सकता है.
इस दौरान जब उनसे मालवीय नगर की ही प्रत्याशी रहीं अर्चना शर्मा को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि ना तो उनका मालवीय नगर भाजपा विधायक कालीचरण सराफ से कोई लेना देना है. और ना ही उनका कोई व्यवहार कालीचरण सराफ से है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने उन पर यह आरोप लगाए हैं, वह आरोपों को साबित करें. अगर आरोप सही साबित हुए, तो मैं चुनाव लड़ना तो दूर राजनीति से संयास ले लूंगा.
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उन्होंने कहा कि अगर आरोप झूठे निकले, तो आरोप लगाने वाले राजनीति से संयास ले लें या माफी मांगे. आपको बता दें कि अर्चना शर्मा पिछले चुनाव में केवल 1700 वोटों के अंतर से चुनाव हारी थीं. जब कालीचरण सराफ और राजीव अरोड़ा के बीच बीते दिनों कथित बातचीत की चर्चा सामने आई, तो अर्चना शर्मा ने बिना नाम लिए कहा था कि उनके दो प्रतिद्वंद्वी हैं. एक पार्टी में और पार्टी के बाहर.