जयपुर. राजस्थान की सियासी संग्राम के बीच कांग्रेस में जारी बयानबाजी के नए दौर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से सीधा सचिन पायलट को निशाना साधने के बाद अब प्रतिक्रियाओं का दौर तेज हो चुका है. सचिन पायलट समर्थक कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने भी एक बयान जारी करते हुए गहलोत के एक्शन को सचिन पायलट की बजाय कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ करार दिया.
प्रमोद कृष्णम ने कहा कि अशोक गहलोत की तरफ से दिया गया ताजा बयान कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ समझा जा रहा है. अशोक गहलोत कहते हैं कि उनका त्यागपत्र सोनिया गांधी के पास रखा हुआ है, तो अब उन्हें अपनी बात पर कायम रहते हुए कांग्रेस के भविष्य के लिए मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए.
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उन्होंने आरोप (Pramod Krishnam on ashok Gehlot) लगाया कि अशोक गहलोत को अडानी के इशारे पर राहुल गांधी की यात्रा में बाधा पैदा करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. उन्हें अपना बड़ा दिल रखते हुए कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए काम करना चाहिए. प्रमोद कृष्णम ने यह भी मांग की कि अगले मुख्यमंत्री को लेकर पार्टी आलाकमान और राजस्थान के विधायकों को फैसला करने की छूट अशोक गहलोत की तरफ से दी जानी चाहिए.
यह कहा विधायक बुडानिया ने- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तारानगर से विधायक नरेंद्र बुडानिया ने भी प्रदेश कांग्रेस के बीच जारी ताजा संग्राम को लेकर गुरुवार देर रात एक ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट करके जल्द से जल्द प्रदेश में सियासी तस्वीर को साफ करने की मांग की. बुडानिया ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राजस्थान के मौजूदा संग्राम को लेकर अब कांग्रेस कार्यकर्ता का मनोबल टूटने लगा है. गांव-गांव ढाणी-ढाणी में इस संघर्ष की चर्चा हो रही है.
उन्होंने कांग्रेस आलाकमान से मांग की है कि प्रदेश में नेतृत्व को लेकर जल्द से जल्द फैसला लिया जाना चाहिए और कांग्रेस के विधायक इसे सहर्ष स्वीकार करेंगे. नरेंद्र बुडानिया ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से पहले राजस्थान कांग्रेस में इस तरह की स्थिति ठीक नहीं है और इसे जल्द से जल्द पार्टी के हित को देखते हुए दुरुस्त किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को लेकर तल्ख टिप्पणियां की थी. उन्होंने राजस्थान कांग्रेस के विधायकों के समर्थन को लेकर पायलट को कमजोर बताया था. यह मसला इसलिए भी कांग्रेस के लिए लिहाज से खासा अहम हो जाता है कि 4 दिसंबर को राहुल गांधी राजस्थान में राष्ट्रीय कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के साथ एंट्री करने वाले हैं.