जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राज्य का बजट पेश किया. हालांकि, ये बजट पिछले साल का था, जिसके बाद उन्होंने बजट के पन्ने को पढ़ना बंद कर दिया. वहीं, इस मामले को लेकर विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी ने हंगामा करना शुरू कर दिया. विधानसभा की कार्यवाही 30 मिनट के लिए पहले स्थगित कर दी गई थी, जब दोबारा शुरू हुई तो विपक्ष ने फिर हंगामा किया. सदन को दोबारा स्थगित करना पड़ा. इस बीच चर्चा हो रही है कि आखिर सीएम ने किस पन्ने को पढ़ा था, जिसके बाद हंगामा हो गया. चलिए जानते हैं.
ये भाषण 2022 के बजट की कॉपी का पहला पन्ना: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जब भाषण की शुरुआत की तो 'शेर' नया था, लेकिन इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की घोषणा पिछले साल ही की गई थी. सीएम ने पढ़ा 80 करोड़ रुपये के बजट प्रस्ताव के साथ शहरी क्षेत्रों के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना प्रस्तावित.
पुराने पन्ने के चक्कर में पूरी गफलत हो गई: विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पुरानी बजट भाषण की कॉपी पढ़ने से सरकार की जमकर किरकिरी हुई है. माना जा रहा है कि भारी चूक और लापरवाही के लिए जिम्मेदार वित्त विभाग के कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है. कई अधिकारियों को निलंबित किया जा सकता है. बजट की कॉपी तैयार करने वाले अधिकारियों पर भी इस संबंध में कार्रवाई हो सकती है.