जयपुर. राजनीति में राजनीतिक दलों के बीच सोशल मीडिया पर एक दूसरे पर निशाना साधना आम बात है. आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी और अशोक गहलोत शासित कांग्रेस सरकार के बीच कानून व्यवस्था के मसले पर तकरार गहरी होती जा रही है. शुक्रवार को भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर किए गए ट्वीट को लेकर अब सियासी हलकों में चर्चाएं काफी तेज हैं. प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था की तुलना जंगलराज से करते हुए विपक्षी दल की ओर से किए गए ट्वीट को लेकर विवाद भी गहराने की आशंका है.
सीएम गहलोत के बने इस कार्टून पर सीएम गहलोत के ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) लोकेश शर्मा ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को इस तरह से दिखाना बेहद ही शर्मनाक और निंदनीय है .
बीजेपी का मानसिक दिवालियापनः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा कि विरोध करते-करते ये BJP के मानसिक दिवालियापन की निशानी है. मुख्यमंत्री की तस्वीर को हास्यास्पद तरीके से दिखाना बेहद ही शर्मनाक व निंदनीय है. राजनीति के लिए निराधार आलोचना करना अनुचित है. CM पद की एक अपनी गरिमा होती है कुछ शिष्टाचार और अदब-ओ-आदाब हुआ करते हैं, लेकिन खुद को पार्टी विद डिफरेंस बताने वाले उसे तार-तार कर रहे हैं.
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बीजेपी के ट्वीट के मायनेः बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर किए गए ट्वीट में सीएम अशोक गहलोत का कार्टून बनाया गया है. कार्टून को खून से रंगा हुआ दिखाया गया है , साथ मे पीछे ग्राफिक्स में महिलाओं के साथ हो रही हिंसा और लूट की घटनाओं को दर्शाया गया है. बीजेपी ने लिखा राजस्थान में जंगलराज.
सोशल मीडिया वारः बात दें कि राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे पर निशाना साधने में कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल पर लगातार संजीवनी घोटाले को लेकर पीड़ितों का वीडियो शेयर कर रहे हैं, वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी लगातार सोशल मीडिया के जरिए प्रदेश की कानून व्यवस्था और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. साथ ही तंज भी कसते नजर आ रहे हैं.
महिलाओं पर सरकार का पराक्रमः प्रदेश में पिछले 11 दिन से धरना दे रही वीरांगनाओं को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया है. शेखावत ने ट्वीट किया कि वीरांगनाओं पर पुलिस की कार्रवाई देश पर प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों का सरासर अपमान है. एक तरफ राज्य सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर रही है वहीं दूसरी तरफ महिलाओं पर अपना दम खम दिखा रही है. धरना स्थल पर मुख्यमंत्री को स्वयं जाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने वहां तड़के ही पुलिस भिजवा दी.