जयपुर. विधानसभा सत्र एक बार फिर आज से शुरू हो रहा है. गहलोत सरकार का यह आखिरी सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं. विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने के लिए पूरी रणनीति तैयार कर ली है. कानून-व्यवस्था इस बार सदन में प्रमुख मुद्दा होगा. इसके साथ विपक्ष किसानों की कर्ज माफी, पेपर लीक, बेरोजगारी, जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार, योजना भवन मिली करोड़ों की नकदी और सोने जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरेगा.
गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने विधायक दल की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधायक दल की बैठक में आम जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में मजबूती से उठाने की रणनीति बनी है. विपक्ष के नाते हर दिन एक मुद्दे पर सत्ता पक्ष को सदन में घेरेंगे और जवाब मांगेंगे.
संसदीय लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिशः नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने संसदीय लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि जो सत्र जनवरी में आहूत हुआ था अभी भी वो ही सत्र शुरू हो रहा है. इसके चलते विधायक का आम जनता से जुड़े सवाल पूछने का कोटा पूरा होने के कारण तारांकित और अतारांकित सवाल पूछने से महरुम रह गए हैं. सरकार ने सत्र का सत्रवासन नहीं किया, नए सिरे से सत्र नहीं बुलाया, जिसके चलते विधायकों को सवाल पूछने का अधिकार नहीं मिला. सरकार की नियत में खोट है, सरकार लोकतांत्रिक व्यवस्था को नहीं मानती है. इसलिए इस तरह से एक ही सत्र को लगातार चालू रखा है. कांग्रेस सरकार ने साढ़े चार साल में केवल संसदीय लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश की है.
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हर दिन होगा एक मुद्दाः राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सदन में हर दिन जनमानस का एक मुद्दा उठाया जाएगा. प्रदेश की कानून व्यवस्था इस बार विधानसभा में प्रमुख मुद्दा होगा. पहले प्रदेश में बढ़ते अपराध के मुद्दे को उठाया जाएगा. गैगस्टर्स आए दिन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, पूरे राजस्थान में दहशत गर्दी का मुद्दा रहेगा, गैंगस्टर हावी हो रहे हैं, दर्जनों लोगों को गोली से उड़ा दिया. इसको लेकर सदन में मजबूती से आवाज उठाएंगे. उसके बाद दूसरा मुद्दा किसानों की कुर्क होती जमीन का होगा. प्रदेश में सरकार की वादा खिलाफी के चलते 19 हजार किसानों की जमीन कुर्क हो गई है. सरकार ने घोषणा करने के बाद भी राष्ट्रीयकृत बैंक के किसानों का कर्ज माफ नहीं किया. इस मामले में सरकार ने कल्ला कमेटी बनाई, लेकिन अब तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई है.
राठौड़ ने कहा कि किसानों की आवाज को सदन में मजबूत करेंगे. उन्होंने बताया कि तीसरा मुद्दा भ्रष्टाचार को लेकर होगा, प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका को मजबूती से रखते हुए सदन में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरेंगे. उन्होंने कहा कि इसमें योजना भवन में करोड़ों के कैश मिलने का मामला हो या फिर जल जीवन मिशन और आईटी डिपार्टमेंट में भ्रष्टाचार इन सब मुद्दों पर हर दिन विपक्ष सत्ता पक्ष से सदन में मजबूती से सवाल करेगा.
उन्होंने कहा कि चौथा मुद्दा पेपर लीक से जुड़ा होगा. रोजगार देने का सपना दिखाने वाली कांग्रेस ने पेपर लीक माफियाओं को खुला संरक्षण देकर युवाओं के साथ पाप किया है. इसे सदन में प्रमुखता से उठाएंगे. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पांचवा मुद्दा मासूम बच्चों की मौत का होगा. राठौड़ ने कहा कि तेज बारिश में प्रशासन की लापरवाही से 19 से ज्यादा मासूम बच्चों की मौत हो गई. इस मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे. इसके बाद बढ़े हुए बिजली के दाम, महंगाई राहत कैम्प के नाम हो रहे छलावे सहित अन्य मुद्दों को पूरजोर तरके से उठाया जाएगा.
आम जनता के पैसे से गहलोत की ब्रांडिंगः नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आम जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक ब्रांडिंग कंपनी के साथ मिलकर खर्च कर रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक 180 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी ब्रांडिंग में खर्च कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक डिजाइन बॉक्स नाम की मार्केटिंग कंपनी है, उसकी सलाह पर यह पैसे खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन हमारी सरकार बनेगी तो इसका हिसाब भी लिया जाएगा. साथ ही जनता की गाढ़ी कमाई को फिजूलखर्ची में उड़ाने के लिए जो दोषी अधिकारी होगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.