जयपुर. राजस्थान में भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. अधिकतर सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों का विरोध किया जा रहा है, तो वहीं टिकट कटने से नाराज नेता पार्टी पर टिकट बदलने का दबाव बना रहे हैं. टिकट पर पुनर्विचार की उठ रही मांग पर पार्टी ने अपना स्टैंड साफ कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ कहा कि एक बार छूटा हुआ तीर वापस लौटकर नहीं आता, टिकट बदलने का कोई विचार नहीं हैं.
पुनर्विचार नहीं: राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के टिकट जारी नहीं होने उनका आंतरिक मामला है, उसपर कोई टीका टिप्पणी नहीं. राठौड़ ने बीजेपी में जारी हुए टिकटों पर पुनर्विचार की मांग को सिरे से खारिज कर दिया. राठौड़ ने कहा कि एक बार छूटा हुआ तीर वापस नहीं लौटता. बीजेपी उन पार्टियों में से नहीं है जो इस उच्च स्तर पर हुए निर्णय पर बात करें. अभी तक टिकट बदलने को लेकर कोई इंडिकेशन नहीं है. राठौड़ ने झोटवाड़ा सहित कई जगह बीजेपी प्रत्याशियों के हो रहे विरोध के सवाल पर कहा कि बीजेपी का हर कार्यकर्ता पंच निष्ठाओं से बंधा हुआ है, वो ऐसा काम नहीं कर सकता. बीजेपी कार्यकर्ताओं की आड़ में कांग्रेस के लोग ऐसा वातावरण बना रहे हैं, जो इसमें सफल नहीं होंगे.
यहां उठ रहा विरोध: बता दें कि कोटपूतली, सांचौर, किशनगढ़, झोटवाड़ा, बानसूर, देवली-उनियारा सहित करीब एक दर्जन विधानसभा सीटों पर भाजपा के घोषित प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है. अपने नेता को टिकट नहीं मिलने से नाराज समर्थकों ने पार्टी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और टिकटों पर पुनर्विचार की मांग की थी.