जयपुर. आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में राजस्थान यूनिवर्सिटी के 80 शिक्षक प्रत्याशी के रूप में खड़े होंगे. यूनिवर्सिटी में हुई सिंडिकेट की बैठक में शिक्षकों की ओर से मांगी गई एनओसी पर अंतिम मुहर लग गई है. बैठक में 80 शिक्षकों को एनओसी जारी की गई है. ये सभी शिक्षक 30 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक अवैतनिक अवकाश पर रहेंगे,
शिक्षकों ने उठाया यूनिवर्सिटी एक्ट का फायदा : इस संबंध में यूनिवर्सिटी कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा ने बताया कि सिंडिकेट की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है कि 80 शिक्षकों को एनओसी दी जाएगी. हालांकि करीब 125 शिक्षकों ने एनओसी के लिए आवेदन किया था. दरअसल, राजस्थान यूनिवर्सिटी के शिक्षकों की विधानसभा चुनाव में ड्यूटी लगने को लेकर विवाद उठा था, जिसका शिक्षकों ने खुलकर विरोध किया था. इस विरोध को नकारते हुए जिला प्रशासन ने नियमों का हवाला देकर शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगा दी. इनमें कई ऐसे शिक्षक भी थे जो चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में शिक्षकों ने यूनिवर्सिटी एक्ट के तहत चुनाव लड़ने का फायदा उठाते हुए एनओसी के लिए अप्लाई किया है. इसको लेकर मंगलवार को सिंडिकेट की बैठक हुई.
बैठक में 80 शिक्षकों और एक अशैक्षणिक कार्मिक को चुनाव लड़ने की सशर्त अनुमति दी गई है. अब ये सभी शिक्षक 30 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक अवैतनिक अवकाश पर रहेंगे. बताया जा रहा है कि पहली बार इतनी तादाद में शिक्षकों ने चुनाव लड़ने के लिए अप्लाई किया है, हालांकि इससे यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए पढ़ाई का संकट खड़ा हो गया है. एनओसी प्राप्त करने वाले सभी शिक्षक असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, जो यूनिवर्सिटी के साथ-साथ संघटक कॉलेजों में अध्यापन कार्य करते हैं. अवकाश पर जाने के कारण यूनिवर्सिटी और कॉलेज में कक्षाओं का संचालन प्रभावित होगा.