जयपुर. राजनीति में कब दोस्ती, दुश्मनी में बदल जाए और कब दुश्मनी, दोस्ती में बदल जाए यह कहा नहीं जा सकता. जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर और मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बीच चल रहा शीत युद्ध इसी बात का गवाह है. खाचरियावास ने महापौर के पति के गिरफ्तार होने पर उनकी भी भूमिका पर सवाल खड़े किए थे. वहीं महापौर ने खाचरियावास को उनकी विधानसभा सिविल लाइंस में ही चुनौती दे डाली है.
मुनेश गुर्जर ने शनिवार को जयपुर शहर कांग्रेस के ऑफिस में अपना आवेदन दिया और कहा कि मैं पार्टी की कर्मठ कार्यकर्ता हूं, सरकार में मेरी पूरी आस्था है. चुनाव लड़ने का सभी को अधिकार है. मैं महापौर हूं. मैंने सिविल लाइंस विधानसभा से अपना दावा किया है. मुनेश गुर्जर ने कहा कि जयपुर में 120000 ओबीसी वोटर हैं. पिछले तीन चुनाव में पार्टी ने ओबीसी को जयपुर में कहीं भी टिकट नहीं दिया. मेरा टिकट ओबीसी का ही दावा है. मैंने ओबीसी वर्ग के कहने पर ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
बदलापुर नहीं पार्टी जिसे उम्मीदवार बनाएगी उसके साथ: अपनी टिकट के दावे को लेकर मुनेश गुर्जर ने कहा कि मेरा टिकट मांगना कोई बदलापुर नहीं है. टिकट मांगना हर कार्यकर्ता का अधिकार है. इसीलिए मैंने अपना दावा किया है. कोई जो चाहे वह सोच ले, लेकिन मैंने कोई बदला नहीं लिया, बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ता के तौर पर टिकट मांगी है. उन्होंने कहा कि मैं लगातार जीती हूं. महापौर हूं. इसीलिए दावा किया है. पार्टी जो निर्णय करेगी, मुझे मंजूर होगा और पार्टी जिसे भी टिकट देगी वह मुझे मंजूर होगा.
महापौर ने मांगी सुरक्षा: मुनेश गुर्जर ने आज एक बार फिर सरकार से अपने लिए सुरक्षा की मांग की है. मुनेश गुर्जर ने कहा कि पहले भी मेरी गोद ली बच्ची के पिता को धमकाया गया और जिस तरह की परिस्थितियां लगातार चल रही हैं. मैं अपनी सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी चाहती हूं. उन्होंने कहा कि जो परिस्थितियों बन रही हैं, उसमें मुझे सुरक्षा मिलनी चाहिए. अगर मेरे साथ कोई हादसा होता है, तो उसकी जिम्मेदारी.... कहकर मुनेश गुर्जर रुक गईं. बार-बार पूछे जाने पर बात घूमाते हुए कहा कि जिम्मेदारी तो हमेशा पुलिस अधिकारियों की होती है. मैंने सुरक्षा उनसे मांगी है, तो सुरक्षा देनी चाहिए.
पार्षदों के लेटर पर नो कमेंट: कांग्रेस पार्षदों की ओर से महापौर मुनेश गुर्जर के खिलाफ जो पत्र लिखा गया, उस लेटर की जानकारी से मुनेश गुर्जर ने इनकार किया. लेकिन जयपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष आरआर तिवारी, मुनेश गुर्जर के समर्थन में खड़ी नजर आए. इस दौरान उन्होंने न केवल मुनेश गुर्जर को अपना आशीर्वाद दिया, बल्कि यहां तक कहा कि टिकट मांगने का अधिकार हर किसी को है. मुनेश मेरी बेटी की तरह है. उसने टिकट मांगने की हिम्मत दिखाई, यह अच्छी बात है. वही पार्षदों को लेकर तिवारी ने कहा कि मुनेश गुर्जर ने जो भी बात रखी थी, वह पार्षदों के पक्ष में थी और अगर अधिकारी मेरे कार्यकर्ता के खिलाफ भी कोई बात करते तो मैं भी वही करता जो मुनेश गुर्जर ने किया.