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रेलवे निजीकरण के विरोध में रेलवे कर्मचारियों ने 101 स्टेशनों पर रैली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन - jaipur news

जयपुर में शुक्रवार को रेलवे के कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन रेलवे के निजीकरण को लेकर किया गया. यह विरोध जयपुर मंडल के101 स्टेशनों में रेलवे के कर्मचारियों की ओर से किया गया है.

रेलवे का निजीकरण, Privatization of railways
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Published : Oct 4, 2019, 9:16 PM IST

जयपुर. राजधानी में शुक्रवार को लखनऊ से नई दिल्ली आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस का उदघाटन किया गया. रेलों के निजीकरण की नीति के विरोध में ऑल इंडिया रेलवेमैंस फेडरेशन के बैनर तले देश भर में सभी जोनल रेलवे पर भारी विरोध प्रदर्शन किए गए.

रेलवे के निजीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन

क्यों हो रहा प्रदर्शन

असल में केंद्र सरकार ने रेलवे का निजीकरण करने का फैसला किया है. केंद्र सरकार के इसी फैसले के विरोध में रेलवे के कर्मचारियों ने प्रदेशभर में प्रदर्शन किया. उत्तर-पश्चिम रेलवे पर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के तत्वावधान में जयपुर, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर मंडल के 101 स्टेशनों पर रेल कर्मियों ने विरोध करते हुए केंद्र सरकार और रेलवे बोर्ड के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. उत्तर- पश्चिम रेलवे के प्रधान कार्यालय, जयपुर रेलवे स्टेशन पर कर्मचारी यूनियन ने रैली निकालकर विरोध जताया. रेल कर्मचारी यूनियन ने जयपुर जंक्शन, कनकपुरा, दुर्गापुरा और गांधीनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर रेली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

रेलवे कर्मचारियों ने क्या कहा

कर्मचारी यूनियन जिंदाबाद, केंद्र सरकार मुर्दाबाद के नारेबाजी कर रेलवे को निजीकरण नहीं करने की केंद्र सरकार को चेतावनी दी है. रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि यदि केंद्र सरकार कर्मचारियों के खिलाफ काम करती है तो आने वाले समय में केंद्र सरकार को कर्मचारी अपनी ताकत दिखाएगा और केंद्र सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा. उन्होंने कहा कि रेलवे के कर्मचारी भारतीय रेलवे के अस्तित्व को बचाने के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि रेल को सिर्फ रेलवे कर्मचारी ही चला सकते है. निजी उधोगपतियों के हाथ में रेलवे को देने पर आमजनता की सुविधाएं छिन ली जाएगी.

यूनियन महामंत्री ये बोले

यूनियन महामंत्री मुकेश माथुर ने बताया की केंद्र सरकार रेलवे को प्राईवेटजेंशन कर आमजनता की सुविधाओं पर अंकुश लगा रही है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो निजी कंपनियां रेल को अपने मनमाने ढ़ंग से चलाएंगी. शुक्रवार को रेलवे ने दो ट्रेनों की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी को सौंपी है. इस ट्रेन में गार्ड और लोकोपायलट के अलावा पूरा स्टॉफ निजी कंपनी का होगा. जयपुर मंडल महामंत्री आरके सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने भारतीय रेल में निजी ऑपरेटर को गाड़ी चलाने की कमान सौंपी है. जिसके विरोध में नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन पूरे उत्तर- पश्चिम रेलवे में जबरदस्त विरोध कर रही है.

जयपुर. राजधानी में शुक्रवार को लखनऊ से नई दिल्ली आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस का उदघाटन किया गया. रेलों के निजीकरण की नीति के विरोध में ऑल इंडिया रेलवेमैंस फेडरेशन के बैनर तले देश भर में सभी जोनल रेलवे पर भारी विरोध प्रदर्शन किए गए.

रेलवे के निजीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन

क्यों हो रहा प्रदर्शन

असल में केंद्र सरकार ने रेलवे का निजीकरण करने का फैसला किया है. केंद्र सरकार के इसी फैसले के विरोध में रेलवे के कर्मचारियों ने प्रदेशभर में प्रदर्शन किया. उत्तर-पश्चिम रेलवे पर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के तत्वावधान में जयपुर, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर मंडल के 101 स्टेशनों पर रेल कर्मियों ने विरोध करते हुए केंद्र सरकार और रेलवे बोर्ड के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. उत्तर- पश्चिम रेलवे के प्रधान कार्यालय, जयपुर रेलवे स्टेशन पर कर्मचारी यूनियन ने रैली निकालकर विरोध जताया. रेल कर्मचारी यूनियन ने जयपुर जंक्शन, कनकपुरा, दुर्गापुरा और गांधीनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर रेली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

रेलवे कर्मचारियों ने क्या कहा

कर्मचारी यूनियन जिंदाबाद, केंद्र सरकार मुर्दाबाद के नारेबाजी कर रेलवे को निजीकरण नहीं करने की केंद्र सरकार को चेतावनी दी है. रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि यदि केंद्र सरकार कर्मचारियों के खिलाफ काम करती है तो आने वाले समय में केंद्र सरकार को कर्मचारी अपनी ताकत दिखाएगा और केंद्र सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा. उन्होंने कहा कि रेलवे के कर्मचारी भारतीय रेलवे के अस्तित्व को बचाने के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि रेल को सिर्फ रेलवे कर्मचारी ही चला सकते है. निजी उधोगपतियों के हाथ में रेलवे को देने पर आमजनता की सुविधाएं छिन ली जाएगी.

यूनियन महामंत्री ये बोले

यूनियन महामंत्री मुकेश माथुर ने बताया की केंद्र सरकार रेलवे को प्राईवेटजेंशन कर आमजनता की सुविधाओं पर अंकुश लगा रही है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो निजी कंपनियां रेल को अपने मनमाने ढ़ंग से चलाएंगी. शुक्रवार को रेलवे ने दो ट्रेनों की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी को सौंपी है. इस ट्रेन में गार्ड और लोकोपायलट के अलावा पूरा स्टॉफ निजी कंपनी का होगा. जयपुर मंडल महामंत्री आरके सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने भारतीय रेल में निजी ऑपरेटर को गाड़ी चलाने की कमान सौंपी है. जिसके विरोध में नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन पूरे उत्तर- पश्चिम रेलवे में जबरदस्त विरोध कर रही है.

Intro:जयपुर
एंकर- आज शुक्रवार को लखनऊ से नई दिल्ली आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस का उदघाटन किया गया। रेलों के निजीकरण की नीति के विरोध में ऑल इंडिया रेलवेमैंस फेडरेशन के बैनर तले देश भर में सभी जोनल रेलवे पर भारी विरोध प्रदर्शन किए गए।Body:भारत सकार की ओर से भारतीय रेल मे निजी ऑपरेटर द्वारा रेलगाड़ी चलाने के विरोध मे कर्मचारियों ने प्रदेशभर में प्रदर्शन किया। उत्तर पश्चिम रेलवे पर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के तत्वावधान में जयपुर, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर मंडल के 101 स्टेशनों पर रेल कर्मियों ने विरोध करते हुए केंद्र सरकार और रेलवे बोर्ड के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रधान कार्यालय, जयपुर रेलवे स्टेशन पर कर्मचारी यूनियन ने रैली निकालकर विरोध जताया। रेल कर्मचारी यूनियन ने जयपुर जंक्शन, कनकपुरा, दुर्गापुरा और गांधीनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर रेली निकालीकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

कर्मचारी यूनियन जिंदाबाद, केंद्र सरकार मुर्दाबाद के नारेबाजी कर रेलवे को निजीकरण नहीं करने की केंद्र सरकार को चेतावनी दी है। रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि यदि केंद्र सरकार कर्मचारियों के खिलाफ काम करती है तो आने वाले समय में केंद्र सरकार को कर्मचारी अपनी ताकत दिखाएगा और केंद्र सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा। रेलवे कर्मचारी भारतीय रेलवे के अस्तित्व को बचाने के लिए प्रदर्शन करेगी। क्योकि रेल को सिर्फ रेलवे कर्मचारी ही चला सकते है निजी उधोगपतियों के हाथ में रेलवे को देने पर आमजनता की सुविधाएं छिन ली जाएगी। यूनियन महामंत्री मुकेश माथुर ने बताया की केंद्र सरकार प्राईवेटजेंशन रेलवे को कर आमजनता की सुविधाओं पर अंकुश लगा रही है। निजी कंपनिया रेल को अपने मनमाने ढग से चलाएंगे। आज रेलवे दो ट्रेनों की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी को सौंपी है। इस ट्रेन में गार्ड और लोकोपायलट के अलावा पूरा स्टाफ निजी कंपनी का होगा। जयपुर मंडल महामंत्री आरके सिंह ने बताया की केंद्र सकार द्वारा भारतीय रेल मे निजी ऑपरेटर द्वारा गाड़ी चलाने के विरोध मे नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाईज यूनियन पूरे उत्तर पश्चिम रेलवे मे जबरदस्त विरोध कर रही है।

बाइट- मुकेश माथुर, महामंत्री, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाईज यूनियन

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