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Rajasthan Paper Leak Case : आरोपी सुरेश ढाका को पकड़ने के लिए ED-SOG में रेस, कटारा को हिरासत में ले सकती है ईडी! - Rajasthan Paper Leak

राजस्थान में पेपर आउट के मामलों और बड़े पैमाने पर धन के लेनदेन को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की दो दिन चली छापेमारी में एजेंसी ने कई सबूत जुटाए हैं. अब आने वाले दिनों में इनके आधार पर और कार्रवाइयां हो सकती हैं. जिनमें कई चौंकाने वाले नाम सामने आ (ED can take Babulal Katara into custody) सकते हैं.

Rajasthan Paper Leak Case
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Published : Jun 7, 2023, 2:24 PM IST

जयपुर. प्रदेश में पेपर लीक मामलों में बड़े पैमाने पर धन के लेनदेन के आरोपों की जांच के लिए दो दिन तक प्रवर्तन निदेशालय ने प्रदेशभर में 28 ठिकानों पर छापेमारी की. जयपुर और जालोर में बुधवार को तीसरे दिन भी कुछ जगहों पर ईडी की टीमों ने छापेमारी कर सबूत जुटाए हैं. बताया जा रहा है कि अब इन सबूतों के आधार पर आने वाले दिनों में ईडी की सक्रियता एक बार फिर दिखाई देगी. इससे पहले दो दिन तक ताबड़तोड़ छापेमारी में ईडी को पेपर आउट माफिया से जुड़े कई अहम सबूत हाथ लगे हैं. इस दौरान दस्तावेज जब्त करने के साथ ही ईडी ने बैंक खाते और संपत्ति से जुड़ी जानकारी भी खंगाली है. जिनके आधार पर अलग से मामला दर्ज कर आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा को हिरासत में भी ले सकती है.

फिलहाल एसओजी की गिरफ्त में आने के बाद से बाबूलाल कटारा जेल में है. उससे और उसके बेटे व भांजे से पिछले दिनों ईडी ने जेल में पूछताछ भी की थी. अब संभावना है कि ईडी बाबूलाल कटारा को हिरासत में ले सकती है. इधर, आरपीएससी के वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर आउट मामले में अब तक फरार चल रहे सुरेश ढाका की तलाश में भी ईडी जुटी हुई है. बताया यह भी जा रहा है कि एसओजी ने भी सुरेश ढाका की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं.

कांग्रेस नेताओं के रिश्तेदारों से भी हो सकती है पूछताछ - बताया जा रहा है कि अब तक ईडी की कार्रवाई में कांग्रेस के दो नेताओं के रिश्तेदारों पर भी ईडी का शक गया है. ऐसे में आने वाले दिनों में ईडी दो नेताओं के रिश्तेदारों से भी पूछताछ कर सकती है. फिलहाल इनकी कॉल डिटेल और बैंक खातों की पड़ताल की जानकारी मिली है. जिन लोगों के नाम पेपर आउट मामले में अब तक पुलिस और एसओजी की फाइलों में दर्ज हैं. उनकी हर तरह की संपत्ति की जानकारी जुटाने में भी ईडी की अलग-अलग टीमें लगी हुई हैं. सूत्रों के अनुसार, ईडी को शिकायत मिली है कि आरपीएससी सदस्य बनने के लिए बाबूलाल कटारा ने धनबल का सहारा लिया है. इस दिशा में भी ईडी गहनता से पड़ताल में जुटी हुई है.

इसे भी पढ़ें - RPSC paper leak : बाबूलाल कटारा के घर की तलाशी में करोड़ों की जमीन के कागजात, 51 लाख से ज्यादा कैश व जेवरात मिले

कोचिंग संचालक भी हैं निशाने पर - आरपीएससी की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर आउट मामले में भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका का नाम सामने आया था. ये दोनों कोचिंग संस्थान चलाते थे. इनमें से भूपेंद्र को एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि सुरेश ढाका अब तक फरार चल रहा है. इसी तरह अन्य पेपर आउट के मामलों में कुछ अन्य कोचिंग संचालक भी ईडी के निशाने पर हैं. उनसे भी आगामी दिनों में ईडी पूछताछ कर सकती है.

सुरेश ढाका के अलावा कई अन्य आरोपी पकड़ से दूर - वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर आउट मामले में सुरेश ढाका को अब तक एसओजी गिरफ्तार नहीं कर पाई है. उसके अलावा कई अन्य आरोपी भी अभी तक गिरफ्त से दूर हैं. इनमें ज्यादातर अभ्यर्थी बताए जा रहे हैं. जिन्होंने पेपर आउट गिरोह से जुड़े अलग-अलग लोगों से पेपर खरीदे थे. इस पूरे मामले में अब तक आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, सरकारी शिक्षक शेरसिंह उर्फ अनिल मीना, भूपेंद्र सारण समेत करीब 60 लोग पुलिस और एसओजी के हत्थे चढ़ चुके हैं.

बड़ा सवाल अकेले कटारा को ही जिम्मेदारी क्यों? - वरिष्ठ अध्यापक पेपर आउट मामले में पिछले महीने ईडी ने आरपीएससी के अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और सचिव हरजीलाल अटल को नोटिस दिया था. बताया जा रहा है कि हरजीलाल अटल ने अपने बयान ईडी के समक्ष दर्ज करवा दिए हैं. लेकिन अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय के बयान अभी तक नहीं हुए हैं. ऐसे में ईडी आगामी दिनों में आरपीएससी अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय से भी पूछताछ कर सकती है. अभी भी बड़ा सवाल अनसुलझा है कि आरपीएससी ने पेपर सलेक्ट करने का जिम्मा अकेले बाबूलाल कटारा को क्यों दिया.

जयपुर. प्रदेश में पेपर लीक मामलों में बड़े पैमाने पर धन के लेनदेन के आरोपों की जांच के लिए दो दिन तक प्रवर्तन निदेशालय ने प्रदेशभर में 28 ठिकानों पर छापेमारी की. जयपुर और जालोर में बुधवार को तीसरे दिन भी कुछ जगहों पर ईडी की टीमों ने छापेमारी कर सबूत जुटाए हैं. बताया जा रहा है कि अब इन सबूतों के आधार पर आने वाले दिनों में ईडी की सक्रियता एक बार फिर दिखाई देगी. इससे पहले दो दिन तक ताबड़तोड़ छापेमारी में ईडी को पेपर आउट माफिया से जुड़े कई अहम सबूत हाथ लगे हैं. इस दौरान दस्तावेज जब्त करने के साथ ही ईडी ने बैंक खाते और संपत्ति से जुड़ी जानकारी भी खंगाली है. जिनके आधार पर अलग से मामला दर्ज कर आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा को हिरासत में भी ले सकती है.

फिलहाल एसओजी की गिरफ्त में आने के बाद से बाबूलाल कटारा जेल में है. उससे और उसके बेटे व भांजे से पिछले दिनों ईडी ने जेल में पूछताछ भी की थी. अब संभावना है कि ईडी बाबूलाल कटारा को हिरासत में ले सकती है. इधर, आरपीएससी के वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर आउट मामले में अब तक फरार चल रहे सुरेश ढाका की तलाश में भी ईडी जुटी हुई है. बताया यह भी जा रहा है कि एसओजी ने भी सुरेश ढाका की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं.

कांग्रेस नेताओं के रिश्तेदारों से भी हो सकती है पूछताछ - बताया जा रहा है कि अब तक ईडी की कार्रवाई में कांग्रेस के दो नेताओं के रिश्तेदारों पर भी ईडी का शक गया है. ऐसे में आने वाले दिनों में ईडी दो नेताओं के रिश्तेदारों से भी पूछताछ कर सकती है. फिलहाल इनकी कॉल डिटेल और बैंक खातों की पड़ताल की जानकारी मिली है. जिन लोगों के नाम पेपर आउट मामले में अब तक पुलिस और एसओजी की फाइलों में दर्ज हैं. उनकी हर तरह की संपत्ति की जानकारी जुटाने में भी ईडी की अलग-अलग टीमें लगी हुई हैं. सूत्रों के अनुसार, ईडी को शिकायत मिली है कि आरपीएससी सदस्य बनने के लिए बाबूलाल कटारा ने धनबल का सहारा लिया है. इस दिशा में भी ईडी गहनता से पड़ताल में जुटी हुई है.

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कोचिंग संचालक भी हैं निशाने पर - आरपीएससी की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर आउट मामले में भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका का नाम सामने आया था. ये दोनों कोचिंग संस्थान चलाते थे. इनमें से भूपेंद्र को एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि सुरेश ढाका अब तक फरार चल रहा है. इसी तरह अन्य पेपर आउट के मामलों में कुछ अन्य कोचिंग संचालक भी ईडी के निशाने पर हैं. उनसे भी आगामी दिनों में ईडी पूछताछ कर सकती है.

सुरेश ढाका के अलावा कई अन्य आरोपी पकड़ से दूर - वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर आउट मामले में सुरेश ढाका को अब तक एसओजी गिरफ्तार नहीं कर पाई है. उसके अलावा कई अन्य आरोपी भी अभी तक गिरफ्त से दूर हैं. इनमें ज्यादातर अभ्यर्थी बताए जा रहे हैं. जिन्होंने पेपर आउट गिरोह से जुड़े अलग-अलग लोगों से पेपर खरीदे थे. इस पूरे मामले में अब तक आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, सरकारी शिक्षक शेरसिंह उर्फ अनिल मीना, भूपेंद्र सारण समेत करीब 60 लोग पुलिस और एसओजी के हत्थे चढ़ चुके हैं.

बड़ा सवाल अकेले कटारा को ही जिम्मेदारी क्यों? - वरिष्ठ अध्यापक पेपर आउट मामले में पिछले महीने ईडी ने आरपीएससी के अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और सचिव हरजीलाल अटल को नोटिस दिया था. बताया जा रहा है कि हरजीलाल अटल ने अपने बयान ईडी के समक्ष दर्ज करवा दिए हैं. लेकिन अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय के बयान अभी तक नहीं हुए हैं. ऐसे में ईडी आगामी दिनों में आरपीएससी अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय से भी पूछताछ कर सकती है. अभी भी बड़ा सवाल अनसुलझा है कि आरपीएससी ने पेपर सलेक्ट करने का जिम्मा अकेले बाबूलाल कटारा को क्यों दिया.

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