जयपुर. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में गिरफ्तार पूजा सैनी के माता-पिता का कहना है कि हमें घटनाक्रम की जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली है. वह जयपुर में रहकर जॉब करने की बात कहती थी. शादी किसी से नहीं की थी, हमें पता नहीं कब शादी की और क्या काम कर रही थी. बेटी ने हमारी इज्जत पर दाग लगाया है. अब वह हमारे लिए मर चुकी है. उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
गोगामेड़ी हत्याकांड में जयपुर से गिरफ्तार अलीगढ़, उनियारा निवासी पूजा सैनी की मां सोनू देवी ने कहा कि घटनाक्रम की जानकारी हमें मीडिया से मिली थी. वह जयपुर में रहकर जॉब करती थी. कब शादी की और कब ऐसा काम कर रही थी, हमें इसकी जानकारी नहीं थी. वह 7 साल से जयपुर में रह रही थी. करीब 3 महीने पहले ही गांव आकर गई थी. वहीं पूजा सैनी के बीमार पिता शंकरलाल सैनी आंखों में आंसू लिए बोले कि गरीबी में जीवनयापन कर रहे हैं. बेटी ने मेरी इज्जत पर दाग लगा दिया है. मेरे लिए वह अब मर चुकी है. सरकार और कानून से गुहार है कि उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
बता दें कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में पुलिस ने गत 11 दिसंबर को पूजा सैनी को प्रताप नगर इलाके से गिरफ्तार किया था. पूजा हथियार तस्करी के साथ एक इंस्टीट्यूट से एयर होस्टेस की ट्रेनिंग भी कर रही थी. जयपुर पुलिस ने 1000 से भी ज्यादा फ्लैट्स का सर्वे किया और सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले. दिन-रात अथक प्रयास करके लेडी डॉन पूजा सैनी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
पूजा सैनी का पति महेंद्र उर्फ समीर अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. पुलिस की गिरफ्त में आई लेडी डॉन पूजा सैनी से पूछताछ के दौरान कई खुलासे सामने आ रहे हैं. पूजा सैनी की 6 साल पहले महेंद्र उर्फ समीर से मुलाकात हुई थी. वर्ष 2017 में कोटा में पूजा की बहनें पढ़ाई करती थीं. बहनों से मुलाकात करने के लिए पूजा कोटा गई थी. इस दौरान कोटा में एक पार्टी में महेंद्र उर्फ समीर से मुलाकात हुई थी.
कुछ समय तक दोनों के बीच बातचीत चलती रही. फिर पढ़ाई के लिए पूजा कोटा से जयपुर आ गई थी. वर्ष 2018 में जयपुर के एक प्राइवेट कॉलेज में पूजा ने एडमिशन लिया. इस दौरान सोशल मीडिया के जरिए पूजा की महेंद्र उर्फ समीर से बातचीत होने लगी. धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती प्यार में बदल गई. वर्ष 2022 में दोनों ने एक मंदिर में शादी कर ली थी. महेंद्र उर्फ समीर पहले से ही हथियार तस्करी में लिप्त था. रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण से संपर्क था. पूजा सैनी भी अपने पति महेंद्र उर्फ समीर के साथ हथियार तस्करी में लिप्त हो गई.
पूजा एयर होस्टेस बनना चाहती थी. हथियार तस्करी के साथ एक इंस्टीट्यूट से एयर होस्टेस की भी ट्रेनिंग कर रही थी. पूजा सैनी के पति महेंद्र मेघवाल उर्फ समीर ने शूटर नितिन को हथियार उपलब्ध करवाए थे. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ के मुताबिक गोगामेड़ी की हत्या से पहले एक सप्ताह तक शूटर नितिन फौजी को अपने घर में रखने वाली पूजा सैनी को गिरफ्तार किया गया है. पूजा सैनी अपने पति के साथ इनकम टैक्स कॉलोनी जगतपुरा में किराए के फ्लैट में पूजा बन्ना के नाम से रह रही थी. महेंद्र उर्फ समीर कोटा का हिस्ट्रीशीटर है. जिसके खिलाफ हत्या का प्रयास, मारपीट, हथियार तस्करी समेत करीब दो दर्जन से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं.
नितिन फौजी घटना से पहले प्रतापनगर में रुका था: एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद बिश्नोई के मुताबिक घटना के दो दिन बाद इनपुट मिला था कि नितिन फौजी घटना को अंजाम देने से पहले प्रतापनगर में रुका था. जिसका पता करने के लिए एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस ने मामले में जानकारी जुटाते हुए नितिन फौजी के रुकने की जगह का पता करने में सफलता हासिल की. नितिन फौजी हाइड आउट 48 इनकम टैक्स कॉलोनी जगतपुरा में रुका था.
फौजी की ऐसे होती थी रोहित और वीरेंद्र से बात: गिरफ्तार आरोपी पूजा सैनी से पूछताछ में सामने आया है कि हिसार से किराए की टैक्सी लेकर नितिन फौजी 28 नवंबर को प्रतापनगर चौपाटी पहुंचा था. जहां से महेंद्र उर्फ समीर और पूजा सैनी ने नितिन फौजी को अपने साथ गाड़ी में बिठाया और फ्लैट लेकर आए थे. फ्लैट में एक लड़का और लड़की किराए से रहते थे. जिन्हें दूसरे कमरे में शिफ्ट किया गया. लड़का-लड़की के कमरे में नितिन फौजी को रुकवाया गया था. कमरे का गेट हमेशा बंद रखा जाता था. किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जाता था. पूजा सैनी खाना तैयार करके नितिन फौजी के कमरे में पहुंचाती थी. महेंद्र उर्फ समीर करीब डेढ़ साल से फ्लैट में किराए से रह रहा था. महेंद्र अपने मोबाइल से रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण की नितिन फौजी से बात करवाता था.
महेंद्र ने शूटर्स को दिए थे हथियार और रुपए: घटना वाले दिन महेंद्र उर्फ समीर आधा दर्जन से अधिक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस लाया था. हथियारों में से नितिन फौजी ने अपने लिए दो पिस्टल और दो मैगजीन रखी थी. एक पिस्टल और मैगजीन दूसरे शूटर के लिए रखी थी. महेंद्र उर्फ समीर ने 50-50 हजार रुपए की दो नोटों की गड्डियां नितिन फौजी को दोनों शूटर के लिए दी थी. महेंद्र रुपए देकर बेस्ट ऑफ लक कहकर रवाना हो गया था.
लॉरेंस गैंग नेटवर्क संचालित करने के मिले सबूत: महेंद्र उर्फ समीर के घर की तलाशी में कई वाहनों की आरसी, पैन कार्ड, आधार कार्ड, मेमोरी कार्ड बरामद हुए हैं. हथियार तस्करी के लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नेटवर्क संचालित करने के अहम सबूत मिले हैं. यह भी सामने आया है कि लॉरेंस गैंग की ओर से जयपुर में घटित कई गंभीर वारदातों में हथियार सप्लाई महेंद्र उर्फ समीर और उसकी पत्नी की द्वारा किए गए थे. दोनों एक साथ जाकर हथियार सप्लाई करते थे, ताकि किसी को शक नहीं हो. महेंद्र उर्फ समीर हथियारों का जखीरा लेकर फरार हो गया. महेंद्र कुमार उर्फ समीर के घर की तलाशी के दौरान उसके फ्लैट में रखी हुई एके-47 की फोटो मिली है. राजू ठेहट हत्याकांड में यह बात सामने आई थी कि जयपुर में एके-47 किसी को दी गई थी. इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि यह वही एके-47 है.
वारदात के बाद फरार होने के लिए खरीदी थी नई मोटरसाइकिल: महेंद्र उर्फ समीर ने रोहित राठौड़ को मोटरसाइकिल खरीदने के लिए 20000 रुपए दिए थे. यह रुपए देकर डाउन पेमेंट से रोहित राठौड़ ने मानसरोवर से एक मोटरसाइकिल टीवीएस स्पोर्ट्स खुद के नाम से 29 नवंबर, 2023 को खरीदी थी. रोहित राठौड़ ने घटना वाले दिन सुबह करीब 11 बजे सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के मकान के साइड में गली में मोटरसाइकिल को खड़ा किया था. दोनों हेलमेट लगाए और चाबी अपने पास रख ली थी. मोटरसाइकिल से दोनों शूटर को फरार होना था.
घटना के बाद जैसे ही दोनों शूटर मोटरसाइकिल वाले स्थान पर पहुंचे, तो मोटरसाइकिल वहां पर नहीं मिली. जिसकी वजह से स्कूटी लूटकर भागना पड़ा. जहां मोटरसाइकिल खड़ी की गई थी, उसके सामने निर्माण कार्य चल रहा था, किसी ने मोटरसाइकिल को दूसरी साइड में खड़ा कर दिया था. जिसके कारण शूटर मोटरसाइकिल का उपयोग नहीं कर सके. पुलिस ने मोटरसाइकिल को भी जब्त कर लिया है. रोनी राजपूत ने किराए की टैक्सी से नितिन फौजी को हिसार से प्रतापनगर चौपाटी पर भेजा था.