जयपुर. वैशाली नगर थाने में दुष्कर्म पीड़िता के आत्मदाह करने के मामले में भाजपा नेता और पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डीजीपी राजस्थान को पत्र लिखा है.पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा के लिखे पत्र में पुलिस कमिश्नर संजय श्रीवास्तव की कार्यशैली पर सवाल उठाए साथ ही पुलिस कमिश्नर के प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीड़िता का नाम उजागर करने पर भी एतराज जताया.
सुमन शर्मा ने पत्र में मुख्यमंत्री से मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है. सुमन शर्मा ने लिखे पत्र में बताया की किस तरह पीड़िता न्याय के लिए चार साल से पुलिस थाने के चक्कर लगा रही थी. पीड़िता ने पुलिस को घटना के सबूत भी दिए , लेकिन फीर भी पुलिस ने मामले में लापरवाही बरती और पीड़िता को न्याय नहीं दिलवाया. पत्र में ये भी लिखा की किस तरह पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करने के बजाए पीड़िता को ही प्रताड़ित करती थी, और उसे समझौता कर केस वापिस लेने के लिए उस पर दबाव बनाती थी.
इन सब कारणों के चलते पीड़िता ने परेशान होकर न्याय नहीं मिलने से अंत में आत्मदाह कर लिया. सुमन शर्मा ने पत्र में नाराजगी जताते हुए बताया की किस तरह पीड़िता के आत्मदाह करते ही तुरंत बाद ही पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कांफ्रेस कर पीड़िता का नाम उजागर किया और केस को झूठा बता दिया. उन्होंने सवाल उठाए की अगर पुलिस अपनी ओर से इस केस की जांच कर चूकी थी तो क्यों बार बार पीड़िता को थाने के चक्कर लगवा रही थी.