जयपुर. राजस्थान के टोंक के नटवाड़ा की सरपंच बनी पाकिस्तान मूल की भारतीय नीता कंवर ने सरपंच चुनाव में जीत हासिल करने के बाद CAA यानि नागरिकता संशोधन एक्ट का समर्थन किया है. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, कि यह कानून मेरी जैसी न जाने कितनी बेटियों और मजबूर लोगों के लिए बहुत जरूरी है.
नीता ने कहा, कि वे CAA का स्वागत करती हैं, क्योंकि पाकिस्तान में राजपूत समाज में बेटियों की शादी में भी बड़ी समस्या आती है और जिनकी भारत में शादी हो जाती थी, उन्हें नागरिकता लेने में समस्या आती है. जैसे उन्हें भारतीय नागरिकता मिलने में 8 साल लग गए.
नीता कंवर ने महिला शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही ग्रामीण विषयों पर भी बात की. पाकिस्तान मूल की नीता कंवर भारत में शिक्षा पूरी करने के लिए अपने चाचा के पास पाकिस्तान से भारत आईं थीं और 2011 में उनकी शादी टोंक में हुई. 4 माह पहले यानि सितंबर 2019 में भारत की नागरिकता मिलने के बाद उनके गांव में खुशी और जश्न का माहौल है. नीता अब खुद गांव की सेवा करना चाहती हैं. नीता के अलावा उनके सास और ससुर ने भी CAA का समर्थन करते हुए कहा है, कि इस कानून से बहुत से मजबूर लोगों को फायदा होगा.
8 साल बाद मिली नागरिकता
राजस्थान के टोंक जिले की नटवाड़ा ग्राम पंचायत की सरपंच नीता कंवर, पाकिस्तान मूल की रहने वाली हैं और सितंबर 2019 में इन्हें आठ साल के लंबे इंतजार के बाद भारत की नागरिकता मिली.
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जब नटवाड़ा की सरपंच की लॉटरी में यह सीट सामान्य हुई तो नीता के ससुर ने इन्हें चुनाव में उतारने का फैसला किया और अब यह गांव की सरपंच बन गईं हैं.
चुनाव जीतने के बाद नीता कंवर ने कहा, कि गांव का विकास उनकी प्राथमिकता है. शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में भी काम करने की बहुत जरूरत है.
राज परिवार में हुई शादी
सोफिया कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त नीता कंवर की शादी नटवाड़ा राज परिवार के ठाकुर लक्ष्मण कंवर के बेटे पुण्य प्रताप कंवर से साल 2011 में हुई थी. नीता कंवर को साल 2019 में भारतीय नागरिकता मिली. जिसके बाद उन्होंने सरपंच के चुनाव में अपना भाग्य आजमाया और जनता ने उन्हें 362 वोटों से जिताकर गांव का सरपंच बनाया. इससे पहले उनके ससुर भी 3 बार इस पंचायत के सरपंच रह चुके हैं.