जयपुर. डॉक्टरों की हड़ताल के बाद प्रदेशभर के अस्पतालों के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. राजधानी जयपुर के शास्त्रीनगर स्थित कांवटिया अस्पताल मे जब मरीज इलाज कराने पहुंचे तो पाया कि ओपीडी पर ताले जड़े हुए हैं. ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने जो वैकल्पिक इंतजाम के दावे किए थे वह फेल होते साफ नजर आये.
अस्पताल में लगातार सुबह से ही मरीजों का आना लगा हुआ था, लेकिन इमरजेंसी के अलावा कहीं भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे. जब ताले लगाए गये तो अस्पताल के अधीक्षक को भी इसकी सूचना नहीं थी. ऐसे में आनन-फानन में अस्पताल के अधीक्षक डॉ लीनेश्वर हर्षवर्धन मौके पर पहुंचे और उन्होंने अस्पताल का ताला खुलवाया. वहीं इस मौके पर अधीक्षक ने कहा कि उन्होंने जांच के आदेश लिखित में जारी कर दिए हैं. जिस व्यक्ति ने भी ओपीडी के बाहर ताले लगावाये हैं उस पर कार्रवाई की जाएगी अस्पतालों के इंतजाम को लेकर भी अधीक्षक ने कहा कि वह अपने स्तर पर इंतजाम कर रहे हैं.
जबकि मेडिकल कॉलेज की ओर से चिकित्सक देने की बात हुई थी, लेकिन अभी तक अस्पताल में चिकित्सक नहीं पहुंचे. भले ही अस्पतालों में चिकित्सक हड़ताल पर हो या फिर ताले जड़ दिए हो लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी तो अस्पताल आने वाले मरीजों को ही उठानी पड़ रही हैं. जो इलाज के लिए बड़ी ही उम्मीदों से अस्पताल आ रहे हैं लेकिन उन्हें मायूस होकर ही लौटना पड़ रहा है.