जयपुर. आमेर के शिला माता मंदिर में अल सुबह से ही लंबी लंबी कतारें लगी रही है. माता के जयकारों से आमेर महल का जलेब चौक गुंजायमान हो गया. माता के भक्त दंडवत करते हुए, घुटनों के बल चलते हुए हाथों में दीपक जलाए माता के दरबार में पहुंचे. शिला माता मंदिर में दर्शनार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस के जवान और होमगार्ड के जवान तैनात किए गए.साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी सुरक्षा पर नजर रखी जा रही है. आमेर शिला माता मंदिर में आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की समस्या ना हो उसके लिए भी मेडिकल टीम की व्यवस्था 24 घंटे रखी गई है. वहीं शिला माता मंदिर में कुछ भक्तों की ओर से लंगर भी लगाया जा रहा है.
आने वाले दर्शनार्थियों को भोजन प्रसादी कराई जा रही है. दूरदराज से भक्त अपनी मनोकामनाएं लिए माता के दरबार में पहुंचे.राजस्थान ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों से भी भक्त माता के दरबार में धोक लगाने के लिए पहुंचे. आमेर शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शास्त्री ने बताया कि नवरात्रा में दर्शनार्थियों के लिए दर्शनों का समय सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम को 4:00 बजे से रात्रि 8:30 बजे तक माता के दर्शन होंगे. दोपहर 12:30 बजे से 4:00 बजे तक मंदिर के पट बंद रहेंगे इस दौरान माता के दर्शन नहीं होंगे. अष्टमी शनिवार को शाम 4:30 बजे नवमी युक्त होने से पूर्णाहुति का कार्यक्रम होगा.
15 अप्रैल को दशमी पर सुबह 10:30 बजे नवरात्रा उत्थापन होगा.नवरात्रों में आमेर शिला माता मंदिर में 10 महाविद्याओं और नौ दुर्गाओं की पूजा की जाती है. पांचवें नवरात्रा को स्कंदमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवे नवरात्र को कालरात्रि माता, आठवे नवरात्र को महागौरी माता, नवे और आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी. नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. नवरात्रों में कन्या पूजन भी की जाएगी और माता रानी का विशेष श्रृंगार कर फूल बंगला की झांकी भी सजाई गई है.