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मोटर व्हीकल एक्ट व्यवहारिक नहीं, इस पर पुनर्विचार करे मोदी सरकार : डिप्टी सीएम - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

नए मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का कहना है कि यह व्यवहारिक नहीं है, इससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा. इस पर केंद्र सरकार पुनर्विचार करे. साथ ही परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि अगर यह एक्ट लागू हुआ तो गुजरात से भी कम जुर्माना राशि होगी.

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Published : Sep 11, 2019, 3:28 PM IST

जयपुर. नई मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर डिप्टी सीएम सचिन पायलट का कहना है कि यह व्यवहारिक नहीं है, इससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा. इस पर केंद्र सरकार पुनर्विचार करे. अब तो उनकी गुजरात सरकार ने भी इसे लागू नहीं किया है तो मतलब साफ है कि केंद्र की ओर से जो किया गया, वह सही नहीं है. वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में हम हमारी शक्तियों का प्रयोग करेंगे. अगर यह एक्ट लागू हुआ तो गुजरात से भी कम जुर्माना राशि होगी.

पायलट ने कहा मोटर व्हीकल एक्ट पर केंद्र पुनर्विचार करें

राजस्थान में नई मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास यह कहते रहे हैं कि नया एक्ट व्यावहारिक नहीं है. राजस्थान में इसे संशोधन के बाद ही लागू किया जाएगा. लेकिन जैसे ही अब भाजपा शासित गुजरात ने भी नए मोटर व्हीकल एक्ट के जुर्माने को कम करके लागू किया है. इसके बाद इस नए एक्ट को लेकर पूरे देश में दोबारा बहस छिड़ गई है कि क्या वाकई में नया एक्ट जनता के लिए परेशानी का सबब है.

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इसे लेकर बुधवार को राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कानून का पालन सबको करना चाहिए. लेकिन जो चीजें प्रैक्टिकल नहीं है. उस पर पुनर्विचार होना चाहिए. जब भाजपा शासित गुजरात सरकार ने भी इस नए मोटर व्हीकल एक्ट को गलत माना है तो इससे साफ है कि अब यह बात पार्टी या सरकार की नहीं रह गई है. बल्कि व्यवस्था की हो गई है. सरकार लोगों को जुर्माने से डराकर दुर्घटना से रोकना चाहती है. जबकि दुर्घटना रोकने के लिए प्रशासन को जनता के बीच दुर्घटनाओं को लेकर जागरूकता फैलाने की जरूरत है.

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साथ ही पायलट ने एक ट्रक पर हुए 1 लाख 40 हजार के जुर्माने का उदाहरण दिया. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फाइन से किसी को आपत्ति नहीं है. लेकिन इसकी आड़ में भ्रष्टाचार बढ़ाना नहीं चाहिए. वहीं इस मामले पर बोलते हुए मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में हमने पहले ही कह दिया कि नया एक्ट बिना सोचे समझे और जनता की स्थिति जाने बिना लागू किया गया है. इतना ज्यादा अगर जुर्माना होगा तो लोग बचने के लिए भागेंगे और दुर्घटनाएं बढ़ेगी.

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खाचरियावास ने कहा कि जब उनकी ही भाजपा शासित गुजरात में इसे लागू करने से मना कर दिया है. फिर केंद्र सरकार पहले यह तय करें कि उन्हें करना क्या है. खाचरियावास ने साफ कहा कि अब यह पार्टी की बात नहीं है बल्कि जनता के हितों की बात है. राजस्थान में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होगा तो राज्य सरकार अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए तभी लागू करेगी जब जुर्माना राशि गुजरात से भी कम हो.

जयपुर. नई मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर डिप्टी सीएम सचिन पायलट का कहना है कि यह व्यवहारिक नहीं है, इससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा. इस पर केंद्र सरकार पुनर्विचार करे. अब तो उनकी गुजरात सरकार ने भी इसे लागू नहीं किया है तो मतलब साफ है कि केंद्र की ओर से जो किया गया, वह सही नहीं है. वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में हम हमारी शक्तियों का प्रयोग करेंगे. अगर यह एक्ट लागू हुआ तो गुजरात से भी कम जुर्माना राशि होगी.

पायलट ने कहा मोटर व्हीकल एक्ट पर केंद्र पुनर्विचार करें

राजस्थान में नई मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास यह कहते रहे हैं कि नया एक्ट व्यावहारिक नहीं है. राजस्थान में इसे संशोधन के बाद ही लागू किया जाएगा. लेकिन जैसे ही अब भाजपा शासित गुजरात ने भी नए मोटर व्हीकल एक्ट के जुर्माने को कम करके लागू किया है. इसके बाद इस नए एक्ट को लेकर पूरे देश में दोबारा बहस छिड़ गई है कि क्या वाकई में नया एक्ट जनता के लिए परेशानी का सबब है.

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इसे लेकर बुधवार को राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कानून का पालन सबको करना चाहिए. लेकिन जो चीजें प्रैक्टिकल नहीं है. उस पर पुनर्विचार होना चाहिए. जब भाजपा शासित गुजरात सरकार ने भी इस नए मोटर व्हीकल एक्ट को गलत माना है तो इससे साफ है कि अब यह बात पार्टी या सरकार की नहीं रह गई है. बल्कि व्यवस्था की हो गई है. सरकार लोगों को जुर्माने से डराकर दुर्घटना से रोकना चाहती है. जबकि दुर्घटना रोकने के लिए प्रशासन को जनता के बीच दुर्घटनाओं को लेकर जागरूकता फैलाने की जरूरत है.

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साथ ही पायलट ने एक ट्रक पर हुए 1 लाख 40 हजार के जुर्माने का उदाहरण दिया. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फाइन से किसी को आपत्ति नहीं है. लेकिन इसकी आड़ में भ्रष्टाचार बढ़ाना नहीं चाहिए. वहीं इस मामले पर बोलते हुए मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में हमने पहले ही कह दिया कि नया एक्ट बिना सोचे समझे और जनता की स्थिति जाने बिना लागू किया गया है. इतना ज्यादा अगर जुर्माना होगा तो लोग बचने के लिए भागेंगे और दुर्घटनाएं बढ़ेगी.

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खाचरियावास ने कहा कि जब उनकी ही भाजपा शासित गुजरात में इसे लागू करने से मना कर दिया है. फिर केंद्र सरकार पहले यह तय करें कि उन्हें करना क्या है. खाचरियावास ने साफ कहा कि अब यह पार्टी की बात नहीं है बल्कि जनता के हितों की बात है. राजस्थान में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होगा तो राज्य सरकार अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए तभी लागू करेगी जब जुर्माना राशि गुजरात से भी कम हो.

Intro:नई मोटर विकल एक्ट को लेकर बोलें उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट यह व्यवहारिक नहीं इससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा इस पर पुनर्विचार करें केंद्र सरकार अब तो उनकी गुजरात सरकार ने भी इसे लागू नहीं किया तो मतलब साफ है कि केंद्र की ओर से जो किया गया वह सही नहीं वही परिवहन मंत्री प्रतापसिंह बोले राजस्थान मैं हम हमारी शक्तियों का करेंगे प्रयोग जुर्माना राशि अगर यह एक्ट लागू हुआ तो गुजरात से भी कम होगी


Body:राजस्थान में नई मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास यह कहते रहे हैं कि नया एक्ट व्यावहारिक नहीं है और राजस्थान में इसे संशोधन के बाद ही लागू किया जाएगा लेकिन जैसे ही अब भाजपा शासित गुजरात ने भी नए मोटर व्हीकल एक्ट के जुर्माने को कम करके लागू किया है इसके बाद इस नए एक्ट को लेकर पूरे देश में दोबारा बहस छिड़ गई है कि क्या वाकई में नया एक्ट जनता के लिए परेशानी का सबब है इसे लेकर आज राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कानून का पालन सबको करना चाहिए लेकिन जो चीजें प्रैक्टिकल नहीं है उस पर पुनर्विचार होना चाहिए और जब भाजपा शासित गुजरात सरकार ने भी इस नए मोटर व्हीकल एक्ट को गलत माना है तो बात साफ है कि अब यह बात पार्टी या सरकार की नहीं रह गई है बल्कि व्यवस्था की हो गई है सरकार लोगों को जुर्माने से डराकर दुर्घटना से रोकना चाहती है जबकि दुर्घटना रोकने के लिए प्रशासन को जनता के बीच दुर्घटनाओं को लेकर जागरूकता फैलाने की जरूरत है उन्होंने एक ट्रक पर हुए 140000 के जुर्माने का उदाहरण देते हुए कहा कि फाइन से किसी को आपत्ति नहीं लेकिन इसकी आड़ में भ्रष्टाचार बढ़ाने और व्यवहारिकता सेव करें जुर्माना होगा तो इस पर सब को देखना चाहिए वहीं इस मामले पर बोलते हुए मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि राजस्थान में हमने पहले ही कह दिया कि नया एक्ट बिना सोचे समझे और जनता की स्थिति जाने बिना लागू किया गया है सिंह ने कहा कि जिसकी गाड़ी 5000 की है वह 15000 और 25000 जुर्माना कैसे देगा इतना ज्यादा अगर जुर्माना होगा तो लोग बचने के लिए भागेंगे और दुर्घटनाएं बढ़ेगी और भ्रष्टाचार भी वहीं उन्होंने कहा कि जब उनकी ही भाजपा शासित गुजरात में इसे लागू करने से मना कर दिया है तो फिर केंद्र सरकार पहले यह तय करें कि उन्हें करना क्या है खाचरियावास ने साफ कहा कि अब यह पार्टी की बात नहीं है बल्कि जनता के हितों की बात है राजस्थान में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होगा तो राज्य सरकार अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए तभी लागू करेगी जबकि जुर्माना राशि गुजरात से भी कम हो
बाइट सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री राजस्थान सरकार
बाइट प्रताप सिंह खाचरियावास परिवहन मंत्री राजस्थान सरकार


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