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कांग्रेस पर कटारिया का कटाक्ष, कहा- हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की और आज जय सियाराम के लगा रहे नारे

कांग्रेस के हिन्दुत्व मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने (katariya target congress on hindutva Matter) तंज कसा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है. राहुल और प्रियंका ने राखी का त्यौहार तक नहीं मनाया लेकिन अब वोट बैंक के लिए जय सियाराम के नारे लगा रहे हैं. वहीं भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने भी कांग्रेस को घेरा है.

Gulab chand katariya target congress
Gulab chand katariya target congress
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Published : Dec 23, 2022, 3:58 PM IST

Updated : Dec 23, 2022, 4:47 PM IST

कटारिया का कटाक्ष

जयपुर. देश में कांग्रेस अब हिन्दुत्व की ओर बढ़ रही है. भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी का सॉफ्ट चेहरा सामने आ रहा है तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभा में जय सिया राम का नारा दिया है, लेकिन कांग्रेस का ये हिदुत्व का फार्मूला बीजेपी को रास नहीं आ रहा है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कांग्रेस के साथ (katariya target congress on hindutva Matter) राहुल गांधी पर निशाना साधा है. कटारिया ने कहा कि राहुल गांधी हिंदुत्व की बात कर रहे हैं. अपने आपको हिन्दू बता रहे हैं, लेकिन वह केवल इतना बता दें कि उनके परिवार ने हिन्दुओं का कोई त्योहार मनाया क्या? राहुल-प्रियंका ने राखी का त्योहार तक नहीं मनाया कभी. मनाया हो तो एक फोटो जारी कर दें. वहीं प्रदेश प्रवक्ता राम लला शर्मा ने कहा कि वोट बैंक के लिए ही सही लेकिन इनके मुख से जय सियाराम तो निकला. खोते जनाधार के बीच अब कांग्रेस के नेता भी सनातन धर्म को मानने लगे हैं.

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस का जो 70 साल का कार्यकाल रहा है उसमें उन्होंने भारत का अपमान करने का तरीका ही अपनाया है. यहां के महापुरुषों को बदनाम करना, उनको कपोल कल्पित कहना, कोर्ट में मंदिर के लिए शपथ पत्र लगाना. ये सब कांग्रेस का चरित्र रहा है. कटारिया ने कहा कि जो धार्मिक और सांस्कृतिक मूल है उनको किनारे रखने का काम कांग्रेस ने किया है, लेकिन अब जब यह खुद महज दो राज्यों में सिमट कर रह गए हैं तो उनकी समझ में आया कि इतने बड़े समाज के देवी-देवताओं का अनादर करना बहुत महंगा पड़ा है.

पढ़ें. हरीश चौधरी का सीएम गहलोत पर बड़ा आरोप- राजस्थान में तीसरी पार्टी गहलोत की प्रायोजित पार्टी

इसलिए आजकल दाढ़ी बढ़ाकर, चंदन लगा रहे हैं. कटारिया ने कहा कि दाढ़ी बढ़ाने और चंदन लगाने से कोई संत नहीं हो जाता है. संत होने के लिए जीवन में त्याग और तपस्या करनी पड़ती है और अगर संत है तो उसके लिए खुद को संत कहने की जरूरत नहीं होती. जनता समझेगी तो अपने आप संत कहेगी और तब आप संत कहलाओगे. कटारिया ने कहा कि ये सब जनता के सामने केवल दिखावा है. उनके हिन्दू विरोधी होने का सच जनता समझ गई है, इसलिए अब छवि सुधारने की कोशिश हो रही है .

भाई बहन ने राखी का त्योहार नहीं मनाया
कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जय सिया राम के नारे लगा रहे हैं. यह भी बता दें कि कभी (Katariya comment on Rahul and priyanka gandhi) कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी-प्रियंका गांधी ने भी राखी का त्योहार मनाया. भाई को बहन ने कभी राखी बांधी है और अगर बांधी है तो उसकी एक फोटो तो जारी कर दो. ये सिर्फ और सिर्फ सियासी पैंतरा है. कांग्रेस की जहां भी सरकार रही वहां पर तुष्टिकरण किया है. प्रदेश में चार साल से कांग्रेस की सरकार है लेकिन यहां पर तुष्टिकरण के आधार पर सरकार करवाई करती रही है. फिर करौली का मामला हो या उदयपुर का सब कुछ सामने और साफ़ होने के बाद भी एक समाज विशेष पर गहलोत सरकार करवाई करने से बचती रही है. अब सभाओं में जय सिया राम के नारे लगा रहे हैं .

पढ़ें. Haath Jodo Campaign: दिल्ली में कांग्रेस की बैठक, राजस्थान में कैसे बनेगी बात! ये बड़ा सवाल

राजनीतिक वोट बैंक के लिए जय सियाराम का नारा
बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने (Rampal target congress) कहा कि देश की सनातन संस्कृति और हिन्दुत्ववादी संस्कृति है, लेकिन कुछ राजनीतिक व्यक्तियों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस संस्कृति को नष्ट करने का काम किया साथ ही संस्कृति के विपरीत जाने का काम भी किया. इतना ही नहीं तुष्टिकरण की राजनीति कर वोट बैंक बनाने के लिए संस्कृति का अपमान भी किया. राम लाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने कई बार भगवा आतंकवाद का नारा दिया, भगवा का अपमान करने भी का काम किया.

श्री राम का नारा लगाने वाले लोगों पर कांग्रेस की सरकार ने मुकदमा दर्ज करने का काम भी किया और अपने आप को सेकुलर बताने के लिए तरह-तरह के भेस बदलने का काम भी किया लेकिन अब देर आए दुरुस्त आए. जिनके मुख से तुष्टिकरण की राजनीति के शब्द निकलते थे अब वो जय सियाराम के नारे लगाए. इससे बढ़िया क्या हो एकता है. शर्मा ने कहा कि गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुख से सियाराम के नारे निकले वह भी एक बार नहीं 5 बार . यह इंगित करता है कि अब सनातन संस्कृति को कांग्रेस के नेताऔं भी मानना शुरू कर दिया है . राजनीतिक वोट बैंक के लिए ही सकीय लेकिन सनातन संस्कृति के आगे इनके भी सर झुकने लगे हैं .

गहलोत ने लगाए थे जय सियाराम के नारे
सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर के कालवाड़ में आयोजित जनसभा में जय सियाराम के नारे लगवाए थे. सीएम गहलोत कहा कि बीजेपी वाले राम के आदर्श पर चलते नहीं है, केवल नाम लेते हैं. गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जय श्री राम की जगह जय-सियाराम बोलना चाहिए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर सबका ध्यान आकर्षित किया है कि हम सीता माता को क्यों भूल गए हैं. उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा की सोच ऐसी ही है जो महिलाओं को आगे आने नहीं देती है. यह राम का नाम जरूर लेते हैं, लेकिन राम के आदर्शों पर चलते नहीं हैं. इस दौरान सीएम गहलोत ने लोगों से जय सियाराम के नारे भी लगवाए. सीएम गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे राम के आदर्श पर चलते नहीं हैं, केवल नाम लेते हैं.

कटारिया का कटाक्ष

जयपुर. देश में कांग्रेस अब हिन्दुत्व की ओर बढ़ रही है. भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी का सॉफ्ट चेहरा सामने आ रहा है तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभा में जय सिया राम का नारा दिया है, लेकिन कांग्रेस का ये हिदुत्व का फार्मूला बीजेपी को रास नहीं आ रहा है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कांग्रेस के साथ (katariya target congress on hindutva Matter) राहुल गांधी पर निशाना साधा है. कटारिया ने कहा कि राहुल गांधी हिंदुत्व की बात कर रहे हैं. अपने आपको हिन्दू बता रहे हैं, लेकिन वह केवल इतना बता दें कि उनके परिवार ने हिन्दुओं का कोई त्योहार मनाया क्या? राहुल-प्रियंका ने राखी का त्योहार तक नहीं मनाया कभी. मनाया हो तो एक फोटो जारी कर दें. वहीं प्रदेश प्रवक्ता राम लला शर्मा ने कहा कि वोट बैंक के लिए ही सही लेकिन इनके मुख से जय सियाराम तो निकला. खोते जनाधार के बीच अब कांग्रेस के नेता भी सनातन धर्म को मानने लगे हैं.

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस का जो 70 साल का कार्यकाल रहा है उसमें उन्होंने भारत का अपमान करने का तरीका ही अपनाया है. यहां के महापुरुषों को बदनाम करना, उनको कपोल कल्पित कहना, कोर्ट में मंदिर के लिए शपथ पत्र लगाना. ये सब कांग्रेस का चरित्र रहा है. कटारिया ने कहा कि जो धार्मिक और सांस्कृतिक मूल है उनको किनारे रखने का काम कांग्रेस ने किया है, लेकिन अब जब यह खुद महज दो राज्यों में सिमट कर रह गए हैं तो उनकी समझ में आया कि इतने बड़े समाज के देवी-देवताओं का अनादर करना बहुत महंगा पड़ा है.

पढ़ें. हरीश चौधरी का सीएम गहलोत पर बड़ा आरोप- राजस्थान में तीसरी पार्टी गहलोत की प्रायोजित पार्टी

इसलिए आजकल दाढ़ी बढ़ाकर, चंदन लगा रहे हैं. कटारिया ने कहा कि दाढ़ी बढ़ाने और चंदन लगाने से कोई संत नहीं हो जाता है. संत होने के लिए जीवन में त्याग और तपस्या करनी पड़ती है और अगर संत है तो उसके लिए खुद को संत कहने की जरूरत नहीं होती. जनता समझेगी तो अपने आप संत कहेगी और तब आप संत कहलाओगे. कटारिया ने कहा कि ये सब जनता के सामने केवल दिखावा है. उनके हिन्दू विरोधी होने का सच जनता समझ गई है, इसलिए अब छवि सुधारने की कोशिश हो रही है .

भाई बहन ने राखी का त्योहार नहीं मनाया
कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जय सिया राम के नारे लगा रहे हैं. यह भी बता दें कि कभी (Katariya comment on Rahul and priyanka gandhi) कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी-प्रियंका गांधी ने भी राखी का त्योहार मनाया. भाई को बहन ने कभी राखी बांधी है और अगर बांधी है तो उसकी एक फोटो तो जारी कर दो. ये सिर्फ और सिर्फ सियासी पैंतरा है. कांग्रेस की जहां भी सरकार रही वहां पर तुष्टिकरण किया है. प्रदेश में चार साल से कांग्रेस की सरकार है लेकिन यहां पर तुष्टिकरण के आधार पर सरकार करवाई करती रही है. फिर करौली का मामला हो या उदयपुर का सब कुछ सामने और साफ़ होने के बाद भी एक समाज विशेष पर गहलोत सरकार करवाई करने से बचती रही है. अब सभाओं में जय सिया राम के नारे लगा रहे हैं .

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राजनीतिक वोट बैंक के लिए जय सियाराम का नारा
बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने (Rampal target congress) कहा कि देश की सनातन संस्कृति और हिन्दुत्ववादी संस्कृति है, लेकिन कुछ राजनीतिक व्यक्तियों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस संस्कृति को नष्ट करने का काम किया साथ ही संस्कृति के विपरीत जाने का काम भी किया. इतना ही नहीं तुष्टिकरण की राजनीति कर वोट बैंक बनाने के लिए संस्कृति का अपमान भी किया. राम लाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने कई बार भगवा आतंकवाद का नारा दिया, भगवा का अपमान करने भी का काम किया.

श्री राम का नारा लगाने वाले लोगों पर कांग्रेस की सरकार ने मुकदमा दर्ज करने का काम भी किया और अपने आप को सेकुलर बताने के लिए तरह-तरह के भेस बदलने का काम भी किया लेकिन अब देर आए दुरुस्त आए. जिनके मुख से तुष्टिकरण की राजनीति के शब्द निकलते थे अब वो जय सियाराम के नारे लगाए. इससे बढ़िया क्या हो एकता है. शर्मा ने कहा कि गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुख से सियाराम के नारे निकले वह भी एक बार नहीं 5 बार . यह इंगित करता है कि अब सनातन संस्कृति को कांग्रेस के नेताऔं भी मानना शुरू कर दिया है . राजनीतिक वोट बैंक के लिए ही सकीय लेकिन सनातन संस्कृति के आगे इनके भी सर झुकने लगे हैं .

गहलोत ने लगाए थे जय सियाराम के नारे
सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर के कालवाड़ में आयोजित जनसभा में जय सियाराम के नारे लगवाए थे. सीएम गहलोत कहा कि बीजेपी वाले राम के आदर्श पर चलते नहीं है, केवल नाम लेते हैं. गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जय श्री राम की जगह जय-सियाराम बोलना चाहिए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर सबका ध्यान आकर्षित किया है कि हम सीता माता को क्यों भूल गए हैं. उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा की सोच ऐसी ही है जो महिलाओं को आगे आने नहीं देती है. यह राम का नाम जरूर लेते हैं, लेकिन राम के आदर्शों पर चलते नहीं हैं. इस दौरान सीएम गहलोत ने लोगों से जय सियाराम के नारे भी लगवाए. सीएम गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे राम के आदर्श पर चलते नहीं हैं, केवल नाम लेते हैं.

Last Updated : Dec 23, 2022, 4:47 PM IST
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