जयपुर. राजधानी में बढ़ रही सीवरेज और कचरे की समस्याओं को देखते हुए अब नगर निगम में बड़े स्तर पर संसाधनों की खरीद की जाएगी. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद निगम कचरे और सीवरेज की समस्या को दूर करने के लिए 55 करोड़ के संसाधन खरीदेगा.
ईटीवी भारत पर 'निगम के मोटर गैराज शाखा में संसाधनों की कमी' खबर प्रसारित होने के बाद निगम अब मोटर गैराज को मजबूत करने की बात कर रहा है. लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद जयपुर नगर निगम 55 करोड़ रुपए की संसाधन खरीद मोटर गैराज शाखा को देगा. बताया जा रहा है की सीवर समस्याओं से निपटने के लिए करीब 30 करोड़ के संसाधन खरीदे जाएंगे.
वहीं बीवीजी कंपनी की ओर से मिल रही अनियमितताओं के चलते अब निगम खुद कचरा संग्रहण करने के लिए हूपर भी खरीदेगा. ये पहला मौका होगा जब निगम ऐसी मशीनें खरीद रहा है, जो सीवर लाइन साफ करने के दौरान लाइनों में जमा सीमेंट, कंक्रीट के मलबे को भी साफ कर देगा. इसके अलावा सीवर ग्रेविंग कम रोडिंग मशीनें भी इन संसाधनों में शामिल है.
जयपुर मेयर विष्णु लाटा ने बताया कि इन वाहनों को खरीदने के लिए बिड जल्द खोली जाएगी. लोकसभा चुनाव के बाद सीवर और कचरे की समस्याओं से निपटने के लिए इन संसाधनों को खरीदा जाएगा. इन संसाधनों में 5 सक्शन मशीन, 2 ट्रेडिशनल जेटिंग मशीन, 4 स्मॉल जेटिंग मशीन, 4 ग्रेविंग कम रोडिंग मशीन, 18 जेसीबी, 20 डम्पर, 2 क्रोकल माउंटेड एक्सकेवेटर, 18 हाइड्रोलिक ट्रेक्टर-ट्रॉलियां और करीब 100 हूपर शामिल है.
नगर निगम प्रशासन की कोशिश है कि इस बार परकोटे की गलियों के लिए भी छोटी जेटिंग मशीन और छोटे वाहन खरीदे जाएं. ताकि वह चारदीवारी की तंग गलियों में पहुंच सके. बहरहाल, ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित होने के बाद इन मशीनों को खरीदने के लिए रूपरेखा तैयार की गई है. देखना होगा कि लोकसभा चुनाव के बाद इसके टेंडर में निगम कितना समय लगाता है और शहर को कब इससे फायदा मिलेगा.