जयपुर. प्रदेश की एकमात्र सरकारी संस्कृत यूनिवर्सिटी जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में कई सालों से विद्यार्थियों की संख्या में कमी आई है. इसको देखते हुए विश्वविद्यालय ने नए शैक्षणिक सत्र 2019-20 में नामांकन बढ़ाने के लिए नवाचार किया है.
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 12वीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थियों को संस्कृत से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय ने प्रदेशभर में प्रोफेसर्स के दल गठित किए हैं. इनको प्रत्येक क्षेत्र में जाकर छात्रों से सीधे संपर्क करना होगा. इतना ही नहीं शिक्षक विद्यार्थियों को ऑन द स्पॉट एडमिशन भी दे सकेंगे. ताकि विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हो सके.
जगदगुरू रामानंदचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में पिछले 5 सालों से विद्यार्थियों की संख्या में गिरावट आई है. वहीं बात करें 2018-19 शैक्षणिक सत्र की तो संस्कृत शास्त्रों के पारंपरिक अध्ययन वाले पाठ्यक्रम शास्त्री और आचार्य में सिर्फ 223 विद्यार्थी अध्यनरत हैं. वहीं योग एवं शिक्षा में 413 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. कर्मकांड, योग एवं कंप्यूटर डिप्लोमा में 140 छात्र हैं. यानि पूरे विश्वविद्यालय में 38 प्रोफेसर के बीच मात्र 776 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं.
जगद्गुरु रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रवक्ता शास्त्री कौशलेंद्र दास ने बताया कि पहले चरण में जयपुर संभाग में विद्यार्थियों की काउंसलिंग की जाएगी. छात्राओं को संस्कृत विश्वविद्यालय से जोड़ने के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. ताकि बालिकाओं की संस्कृत में रुचि बड़े.