जयपुर. रिश्वत लेने के मामले में रंगे हाथों गिरफ्तार हुए आरएएस अधिकारी विजय सिंह नाहटा को कार्मिक विभाग ने निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है. नाहटा को एसीबी ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद अब कार्मिक विभाग ने 48 घंटे से अधिक न्यायिक अभिरक्षा में रखे जाने के चलते राजस्थान सिविल सेवा नियम 1958 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सरकार ने नाहटा को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं. पुलिस न्यायिक अभिरक्षा से रिहा होने के बाद नाहटा को निलंबन के दौरान मुख्यालय शासन प्रमुख सचिव कार्मिक विभाग सचिवालय जयपुर में उपस्थिति देनी होगी.
गौरतलब हो कि एसीबी ने 18 अप्रैल की दोपहर जोधपुर के एडीएम तृतीय आरएएस अधिकारी विजय सिंह नाहटा को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था. जोधपुर कलेक्ट्रेट में किसी अधिकारी के इस तरह रिश्वत लेते पकड़े जाने का यह पहला मामला था. साथ ही डांगियावास थाना क्षेत्र के निवासी पप्पू दास ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी.
शिकायत में कहा गया था कि पत्थरगढ़ी का काम करने के लिए पीपाड़ तहसीलदार को आदेश देने के लिए नाहटा ने दस हजार रुपए की मांग की थी. शिकायत का सत्यापन होने पर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र चौधरी ने कलेक्ट्रेट में एडीएम तृतीय के कार्यालय में नाहटा को दस हजार रुपए थमाते हुए गिरफ्तार कर लिया. वहां पहले से तैयार एसीबी की टीम ने उन्हें दबोच लिया था. वहीं नाहटा की संपतियों की पड़ताल में एसीबी को कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिली.