जयपुर. राजस्थान कांग्रेस में सब ठीक नहीं चल (Rajasthan Political Crisis) रहा है. यही कारण है कि सूबे की सियासी हालात को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. लेकिन इस बीच सीएम अशोक गहलोत अब अपने बजट घोषणाओं की तैयारियों में जुट (CM Gehlot focus on budget) गए हैं. वहीं, इसके लेकर को सीएम गहलोत सभी विभागों के सचिवों संग राज्य सचिवालय में अहम बैठक ली है.
बजट घोषणाओं पर फोकस : गहलोत सरकार इन दिनों बजट 2022-23 की लंबित घोषणाओं के क्रियान्वयन में जुटी है. पिछले 4 साल की बजट घोषणाओं की क्रियान्विति रिपोर्ट तैयार की जा रही है. वहीं, 2019-20 में 379 बजट घोषणाएं की गई थी, जिसमें से 275 बजट घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं. हालांकि, 95 घोषणाएं प्रगतिरत हैं तो 2020-21 में 363 बजट घोषणाएं की गई थी, जिसमें से 218 घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं. इसमें से 131 घोषणाएं प्रगतिरत हैं.
इधर, 2021-22 में 951 बजट घोषणाएं की (Gehlot busy in fulfilling announcements) गई थी, जिसमें से 405 घोषणाएं पूरी हो गई तो 420 घोषणाएं प्रगतिरत हैं. 2022-23 के मई माह में 1029 घोषणाएं की गई थी, जिसमें से 293 घोषणाएं पूरी हो गई हैं तो वहीं 230 घोषणाएं प्रगतिरत हैं. इसके अलावा 3 घोषणाएं ऐसी हैं, जिसमें कार्यवाही संभव नहीं है. ऐसे में 4 साल में कुल 2722 बजट घोषणाएं की गई, जिसमें से 44% यानी 1191 घोषणाएं पूरी हुई तो 32% यानी 876 घोषणाएं प्रगतिरत हैं. 362 घोषणाओं को स्वीकृति तो मिली, लेकिन अभी तक उन पर काम ही शुरू नहीं हो सका है. वहीं, 290 घोषणाओं का कार्य प्रारंभिक स्तर पर है.
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सियासी घटनाक्रम के बीच बैठक की अहमियत : मौजूदा सियासी घटनाक्रम के बीच कभी भी कुछ भी होने की आशंका बनी हुई है. शायद यही वजह है कि सरकार लंबित बजट घोषणाओं को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश में जुट गई है और इसके लिए नौकरशाहों को निर्देश भी दे दिए गए हैं. वहीं, राज्य सरकार अपने पांचवें व अंतिम बजट से पहले चौथे बजट की तमाम घोषणाओं का रोडमैप तैयार करना चाहती है.