जयपुर. प्रदेश के ब्यूरोक्रेसी के नए मुखिया 1991 बैच के आईएएस अधिकारी सुधांश पंत ने सचिवालय में काम काज संभाल लिया है. नव वर्ष के पूर्व देर रात कार्मिक विभाग की ओर से आदेश जारी कर सुधांश पंत को मुख्य सचिव बनाया गया. मुख्य सचिव बनाने के बाद पंत ने देर रात मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की, जिसके बाद सोमवार सुबह सुधांश पंत सचिवालय में कार्यभार संभालने पहुंचे. हालांकि पंत मुख्य सचिव की कुर्सी पर नहीं बैठे.
विकसित भारत की कल्पना साकार : इस दौरान सुधांश पंत ने नए जिम्मेदारी देने के लिए पीएम मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के हित में ऐसे निर्णय लिए जाएंगे, जिनसे प्रदेश के लोगों को राहत मिल सके. जनहित के लिए लगन और निष्ठा से काम करेंगे. पंत ने कहा कि राजस्थान में विकसित भारत की कल्पना साकार करने की कोशिश की जाएगी. वहीं, प्रदेश की वित्तीय स्थिति को लेकर कहा कि वित्त विभाग के अधिकारियों से चर्चा करके वित्तीय स्थिति मजबूत करेंगे, योजनाओं जैसे बड़े मुद्दों पर सभी से चर्चा कर निर्णय लिए जाएंगे.
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केंद्र और राज्य के तालमेल को लेकर पंत ने कहा कि केंद्र से तालमेल अच्छा रहेगा. साथ ही केंद्र का सहयोग मिलता रहेगा, उन्होंने कहा कि केंद्र से मिलने वाली ग्रांट में कोई परेशानी नहीं आएगी. राज्य पूरा आवंटित राशि खर्च कर सकता है, प्रशासनिक अधिकारियों पर बढ़ रहे वर्कलोड को लेकर कहा कि कैडर को लेकर ऑफ हैंड नहीं कहा जा सकता, जो प्रस्ताव आएंगे उनके बारे में बातचीत करके ही निर्णय लिए जाएंगे. इस दौरान सचिवालय में मुख्य सचिव सुधांश पंत से आईएएस, आईपीएस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने मुलाकात कर बधाई और शुभकामनाएं दी.
राज्य सरकार ने किया था विशेष आग्रह : बता दें, राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार को ब्यूरोक्रेसी और गवर्नेंस के लिए सुधांश पंत जैसे अधिकारी की आवश्यकता बताते हुए डिमांड की थी. सुधांश पंत के लिए कहा गया कि दूरदर्शिता और स्किल्स के साथ डिसीजन लेते हैं, जिसका लाभ सरकार को मिलेगा, बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर गहन विचार करने के बाद यह कदम उठाया है. ऐसी उम्मीद पहले से थी कि नया मुख्य सचिव केंद्र से ही आएगा.
बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दौरान तत्कालीन जलदाय मंत्री महेश जोशी से नहीं बनने के बाद लगातार इधर-उधर तबादलों से परेशान होकर सुधांश पंत अक्टूबर 2022 में राजस्थान से दिल्ली चले गए थे. जहाजरानी मंत्रालय में सचिव पद पर रहने के बाद उन्हें हाल ही स्वास्थ्य मंत्रालय में तैनात किया गया था. इससे पहले भी सुधांश पंत केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर रह चुके हैं. 27 सितम्बर 2014 से 26 दिसम्बर 2019 तक सुधांश पंत केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर रहे थे. उन्होंने उस दौरान फार्मास्यूटिकल्स और हेल्थ एंड वेलफेयर विभाग में संयुक्त सचिव के तौर पर सेवाएं दी थी. हालांकि, उस समय प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी, वे प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के करीब एक साल बाद राजस्थान लौटे थे.