जयपुर. प्रदेश में पेपर लीक प्रकरण को लेकर एक ओर जहां विपक्ष सीबीआई जांच की मांग पर अड़ा हुआ है तो दूसरी ओर सरकार ने भी अब सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. साथ ही सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि वो CBI को जांच का जिम्मा नहीं सौंपेगी. यही वजह है कि धरने पर बैठे भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा से अब सरकार किसी भी तरह की वार्ता को तैयार नहीं है. दरअसल, बीते मंगलवार से पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर शुरू हुआ राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का धरना शनिवार को पांचवे दिन भी जारी है. धरने के चलते मीणा पीएम मोदी की भीलवाड़ा सभा में भी शामिल नहीं हो रहे हैं.
24 जनवरी से शुरू हुआ धरना: पेपर लीक मामले को आगरा रोड स्थित घाट की गुणी के पास धरने पर बैठे भाजपा सांसद किरोड़ी मीणा के धरने का आज पांचवा दिन है. बड़ी संख्या में उनके समर्थक और बेरोजगार युवा भी उनके साथ कड़ाके की सर्दी में धरने पर बैठे हैं. मीणा का दावा है कि जब तक पेपर लीक मामलों की सीबीआई जांच की अनुशंसा नहीं होती तब तक वह धरने से नहीं उठेंगे. वहीं दूसरी ओर सांसद किरोड़ी लाल मीणा से बातचीत और सुलह के रास्ते भी अब सरकार ने बंद कर दिए हैं. दो दौर की वार्ता के बाद अब सरकार ने भी बातचीत से दूरी बना ली है. दो दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक सरकार का कोई भी प्रतिनिधि मीणा से बातचीत के लिए नहीं आया है.
मोदी की सभा में शामिल नहीं होंगे मीणा : राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा यह साफ कर चुके हैं कि उनका धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार पेपर लीक मामले की जांच CBI से करवाने की अनुशंसा नहीं कर देती है. धरने के बीच किरोड़ी लाल मीणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भीलवाड़ा जिले के आसींद में होने वाली सभा में भी शामिल नहीं हो रहे हैं. मीणा ने कहा कि जो धरना शुरू किया है, वह जब तक अंजाम तक नहीं पहुंचेगा तब तक वो यही डटे रहेंगे.
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दो दौर की वार्ता विफल: बता दें कि सरकार की ओर से दो दौर की वार्ता के जरिए मीणा को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन दोनों बार वार्ता फेल ही रही. मीणा CBI जांच की अनुशंसा को लेकर अड़े हुए हैं. इससे पहले बुधवार को गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव सरकार की ओर से बातचीत के लिए सांसद किरोड़ी लाल मीणा के धरने पर पहुंचे थे, जहां उनके साथ पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव भी मौजूद थे. वहीं, मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी मौजूद थे, लेकिन सुलह के प्रयास करने के बावजूद बात नहीं बन पाई. सांसद मीणा ने कहा कि जब तक बड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक सच सामने नहीं आएगा. लिहाजा सरकार को इस मामले को सीबीआई को सौंपनी चाहिए.
किरोड़ी ने ट्वीट कर सीएम पर साधा निशाना: सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार को एक के बाद एक कई ट्वीट करके गहलोत सरकार पर निशाना साधा. सांसद मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुले मंच पर अफसरों और नेताओं को क्लीन चिट देकर जांच एजेंसियों को दबाव में लाने का काम कर रहे हैं. क्या इसी वजह से पेपर लीक के एक भी मामले में राजस्थान पुलिस तह तक नहीं पहुंच पाई है. यदि बड़े मगरमच्छों को पकड़ने की मंशा है तो सीबीआई से जांच करवाई जाए.
मीणा ने आगे लिखा कि सरकार को बिना किसी राजनीतिक पूर्वाग्रह के युवा शक्ति की आवाज को सुनना चाहिए और उनके जायज मांगों को ईमानदारी से समय पर पूरा करने करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पेपर लीक कर बेरोजगारों के सपनों को चकनाचूर करने वाले नकल माफियाओं पर सख्त कार्रवाई बेहद जरूरी है. चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो. किरोड़ी लाल मीणा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यदि सरकार ने हठधर्मिता नहीं छोड़ी और बेरोजगारों के साथ न्याय नहीं रुका तो युवा शक्ति आगामी चुनावों में इस सरकार को सबक सिखाएगी.
किरोड़ी को मिला कांग्रेस विधायक हरीश मीणा का साथ
जयपुर में 5 दिन से धरने पर बैठे सांसद किरोड़ी लाल को कांग्रेस विधायक का साथ मिल गया है. किरोड़ी लाल मीणा पर्चा लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. धरना स्थल पर पहुंचे कांग्रेस विधायक हरीश मीणा ने भी किरोड़ी लाल को समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि मैं डॉक्टर साहब के धरने पर बैठने के मायने जानता हूं और मैं उनसे इसी विषय पर बात करने के लिए आया हूं.