ETV Bharat / state

Electric buses in Jaipur : नए साल में शहर को मिलेगी इलेक्ट्रिक बसों की सौगात, ट्रैवल कार्ड से कर सकेंगे सफर

राजधानी जयपुर की सड़कों पर जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती हुई (Electric buses in Jaipur) दिखेंगी. सरकार पहले 100 बसें लीज पर लेकर शुरुआत करेगी, जिसे बाद में 300 कर दिया जाएगा. इसके साथ ही जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस को हाईटेक बनाने के लिए ट्रेवल कार्ड की सुविधा भी शुरू की जा रही है.

Electric Buses Soon to run on Jaipur Streets
Electric Buses Soon to run on Jaipur Streets
author img

By

Published : Jan 1, 2023, 4:13 PM IST

शहर को मिलेगी इलेक्ट्रिक बसों की सौगात.

जयपुर. जल्द ही राजधानी वासियों का इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार खत्म होगा. साथ ही जेसीटीएसएल को (Electric buses in Jaipur) हाईटेक अपग्रेड करने की कवायद भी तेज होगी. जेसीटीएसएल पहले फेज में 100 इलेक्ट्रिक बसें लीज पर लेकर चलाएगी और साल के आखिर तक इसे 300 तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है. केंद्र सरकार की स्कीम के तहत ये बसें ली जाएंगी. जिसका प्रस्ताव सरकार को भिजवाया गया है.

केन्द्र सरकार की स्कीम के तहत सीईएसएल कंपनी से बसें लीज पर लेने की तैयारी की जा रही (100 electric buses in Jaipur) है. जेसीटीएसएल के सीएमडी अजिताभ शर्मा के अनुसार शहर वासियों का इंतजार जल्द खत्म होगा. इसका प्रस्ताव तैयार करके सरकार को भिजवाया है. बोर्ड ने भविष्य में जनसंख्या और उसके अनुरूप जरूरतों को देखते हुए 2025 तक 1000 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करने पर विचार किया है. इनमें से 300 बसें जल्द जेसीटीएसएल के बेड़े से जुड़ेंगी. इनमें 9 मीटर लम्बाई वाली बस में 31 पैसेंजर्स की सिटिंग कैपेसिटी होगी, जबकि 12 मीटर लम्बाई वाली बस में 41 पैसेंजर्स की जगह होगी.

पढ़ें. राजस्थान में इलेक्ट्रिकल व्हीकल पॉलिसी लागू, जानिए किस गाड़ी पर कितने की मिलेगी सब्सिडी

ये होगा किराया : उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों का संचालन, उनका रखरखाव और चालक कंपनी की तरफ से होगा. जेसीटीएसएल की तरफ से किलोमीटर के हिसाब से निर्धारित पैसा दिया जाएगा. इलेक्ट्रिक एसी बस का किराया 70 से 73 रुपए प्रति किलोमीटर हो सकता है. जेसीटीएसएल की ओर से वर्तमान में जयपुर में 300 बसें चलाई जा रही हैं. इसमें से 100 बसों की लाइफ अगले साल मार्च में पूरी हो जाएगी, यानी वो कंडम हो जाएंगे. वर्तमान में एक-दो प्राइवेट कंपनियों से मिडी बसें और लो-फ्लोर बसों का संचालन लीज पर करवाया जा रहा है. इन बसों के लिए डीजल जेसीटीएसएल देती है, जबकि बसों में चालक और मेंटेनेंस का खर्च कंपनी करती है. इसके बदले में कंपनी को जेसीटीएसएल नॉन एसी 12 और एसी बसों के 17 रुपए किलोमीटर के हिसाब से पैसा देती है.

पढ़ें. राजस्थान: शख्स ने बनाई इलेक्ट्रिक बाइक, 20 रुपए में कराती है 50 किमी तक की सैर

ट्रेवल कार्ड की सुविधा : जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस को हाईटेक बनाने के लिए ट्रेवल कार्ड की सुविधा (Travel card for Electric bus in Jaipur) भी शुरू की जा रही है. इस कार्ड को रिचार्ज करके उससे यात्रा के दौरान टिकट लिया जा सकेगा. इस कार्ड का ट्रायल जल्द शुरू किया जाएगा. शुरुआत में 500 कार्ड महिला पैसेंजर्स को दिए जाएंगे. बाद में यह कार्ड शहर के स्टूडेंट्स को उपलब्ध कराया जाएगा. इस सुविधा के अलावा कंपनी ने बसों की लाइव लोकेशन और ऑनलाइन जानकारी लेने के लिए मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है.

ऐप से जान सकेंगे बस की लोकेशन : बसों की लाइव लोकेशन और जानकारी के लिए 'JCTSL-JAIPUR CITY TRANSPORT' (App For Electric Buses in Jaipur) नाम से मोबाइल एप लांच की गई है. यात्री इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करके बस की लाइव लोकेशन, नजदीकी बस स्टॉप, रूट नंबर, किराया राशि और ऑनलाइन टिकट बुक करवा सकते हैं. हालांकि जेसीटीएसएल ऐप पर कई रूट अब तक नहीं जुड़े हैं, जिसके कारण यात्रियों को बस की लाइव ट्रैकिंग नहीं दिखती है. वहीं करीब 100 बसें ऐसी हैं जिनका जीपीएस अभी ठीक से काम नहीं कर रहा है. इस वजह से बसों की लाइव ट्रैकिंग तक नहीं हो पा रही है.

शहर को मिलेगी इलेक्ट्रिक बसों की सौगात.

जयपुर. जल्द ही राजधानी वासियों का इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार खत्म होगा. साथ ही जेसीटीएसएल को (Electric buses in Jaipur) हाईटेक अपग्रेड करने की कवायद भी तेज होगी. जेसीटीएसएल पहले फेज में 100 इलेक्ट्रिक बसें लीज पर लेकर चलाएगी और साल के आखिर तक इसे 300 तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है. केंद्र सरकार की स्कीम के तहत ये बसें ली जाएंगी. जिसका प्रस्ताव सरकार को भिजवाया गया है.

केन्द्र सरकार की स्कीम के तहत सीईएसएल कंपनी से बसें लीज पर लेने की तैयारी की जा रही (100 electric buses in Jaipur) है. जेसीटीएसएल के सीएमडी अजिताभ शर्मा के अनुसार शहर वासियों का इंतजार जल्द खत्म होगा. इसका प्रस्ताव तैयार करके सरकार को भिजवाया है. बोर्ड ने भविष्य में जनसंख्या और उसके अनुरूप जरूरतों को देखते हुए 2025 तक 1000 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करने पर विचार किया है. इनमें से 300 बसें जल्द जेसीटीएसएल के बेड़े से जुड़ेंगी. इनमें 9 मीटर लम्बाई वाली बस में 31 पैसेंजर्स की सिटिंग कैपेसिटी होगी, जबकि 12 मीटर लम्बाई वाली बस में 41 पैसेंजर्स की जगह होगी.

पढ़ें. राजस्थान में इलेक्ट्रिकल व्हीकल पॉलिसी लागू, जानिए किस गाड़ी पर कितने की मिलेगी सब्सिडी

ये होगा किराया : उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों का संचालन, उनका रखरखाव और चालक कंपनी की तरफ से होगा. जेसीटीएसएल की तरफ से किलोमीटर के हिसाब से निर्धारित पैसा दिया जाएगा. इलेक्ट्रिक एसी बस का किराया 70 से 73 रुपए प्रति किलोमीटर हो सकता है. जेसीटीएसएल की ओर से वर्तमान में जयपुर में 300 बसें चलाई जा रही हैं. इसमें से 100 बसों की लाइफ अगले साल मार्च में पूरी हो जाएगी, यानी वो कंडम हो जाएंगे. वर्तमान में एक-दो प्राइवेट कंपनियों से मिडी बसें और लो-फ्लोर बसों का संचालन लीज पर करवाया जा रहा है. इन बसों के लिए डीजल जेसीटीएसएल देती है, जबकि बसों में चालक और मेंटेनेंस का खर्च कंपनी करती है. इसके बदले में कंपनी को जेसीटीएसएल नॉन एसी 12 और एसी बसों के 17 रुपए किलोमीटर के हिसाब से पैसा देती है.

पढ़ें. राजस्थान: शख्स ने बनाई इलेक्ट्रिक बाइक, 20 रुपए में कराती है 50 किमी तक की सैर

ट्रेवल कार्ड की सुविधा : जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस को हाईटेक बनाने के लिए ट्रेवल कार्ड की सुविधा (Travel card for Electric bus in Jaipur) भी शुरू की जा रही है. इस कार्ड को रिचार्ज करके उससे यात्रा के दौरान टिकट लिया जा सकेगा. इस कार्ड का ट्रायल जल्द शुरू किया जाएगा. शुरुआत में 500 कार्ड महिला पैसेंजर्स को दिए जाएंगे. बाद में यह कार्ड शहर के स्टूडेंट्स को उपलब्ध कराया जाएगा. इस सुविधा के अलावा कंपनी ने बसों की लाइव लोकेशन और ऑनलाइन जानकारी लेने के लिए मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है.

ऐप से जान सकेंगे बस की लोकेशन : बसों की लाइव लोकेशन और जानकारी के लिए 'JCTSL-JAIPUR CITY TRANSPORT' (App For Electric Buses in Jaipur) नाम से मोबाइल एप लांच की गई है. यात्री इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करके बस की लाइव लोकेशन, नजदीकी बस स्टॉप, रूट नंबर, किराया राशि और ऑनलाइन टिकट बुक करवा सकते हैं. हालांकि जेसीटीएसएल ऐप पर कई रूट अब तक नहीं जुड़े हैं, जिसके कारण यात्रियों को बस की लाइव ट्रैकिंग नहीं दिखती है. वहीं करीब 100 बसें ऐसी हैं जिनका जीपीएस अभी ठीक से काम नहीं कर रहा है. इस वजह से बसों की लाइव ट्रैकिंग तक नहीं हो पा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.