जयपुर. राजधानी जयपुर में आमेर क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं के लिए खुशी की खबर है. यहां 3 जून 2023 को एक बड़ा जॉब फेयर आयोजित किया जा रहा है. रोजगार मेले में कई प्रतिष्ठित कंपनियां रोजगार उपलब्ध करवाएंगी. उपनेता प्रतिपक्ष और आमेर विधायक डॉ. सतीश पूनिया ने गुरुवार को आमेर के युवाओं से रोजगार मेले में पहुंचने के लिए आह्वान किया है.
कर सकेंगे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन : ITI स्किल्ड, 10वीं और 12वीं पास, तकनीकी और ग्रेजुएट युवा रोजगार मेले में लाभान्वित होंगे. सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में रूरल टूरिज्म का समुचित तरीके से विकास नहीं हुआ है, जबकि दक्षिण भारत में इससे काफी लोग रोजगार प्राप्त कर रहे हैं. आमेर, जयपुर, राजस्थान में टूरिज्म और विभिन्न क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. रोजगार मेले को लेकर 26 मई से 30 मई तक अलग-अलग ग्राम पंचायतों में कार्यकर्ताओं की टीम जाएंगी और रोजगार मेले के लिए युवाओं को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए प्रेरित करेंगे. 3 जून को रोजगार मेले में पहुंचकर भी युवा रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे.
रोजगार के लिए आमंत्रित की गई बड़ी कंपनियां : उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने बताया कि 3 जून 2023 को आमेर क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार मेला आयोजित किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार गाइडेंस का अभाव होने के कारण युवाओं को उनके स्किल और अनुभव के मुताबिक अवसर नहीं मिल पाता है. स्थानीय नौजवान अपने घर के आस-पास ही रोजगार की तलाश करते हैं, लेकिन अच्छे रोजगार के लिए दूसरी जगह स्विच करना पड़ता है. इसको देखते हुए कूकस के आर्या कॉलेज में जॉब फेयर आयोजित किया जाएगा. सुजुकी, रिलायंस, इंडियन ऑयल, आनंद ग्रुप, अशोक लीलैंड, अपोलो, सुजुकी समेत अन्य आईटी सेक्टर की कंपनियां आमंत्रित की गई हैं.
4.5 करोड़ की लागत का डेवलपमेंट कार्य : सतीश पूनिया ने बताया कि खेती में नवाचार को लेकर भी हम कार्य कर रहे हैं. टूरिज्म के क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से आमेर में क्राफ्ट विलेज डेवलप किया जा रहा है. करीब 4.5 करोड़ की लागत से डेवलपमेंट कार्य चल रहा है. इसमें ग्रामीण हस्तशिल्प और अन्य परंपरागत प्रोडक्ट को अच्छा बाजार मिलेगा. स्थानीय व्यापारी भी आत्मनिर्भर बनेंगे. सतीश पूनिया ने दावा किया कि आमेर क्षेत्र में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं. वर्ष 2013 से 2018 तक करीब 1500 करोड़ के विकास कार्य हुए हैं. 2018 से 2023 तक करोड़ों की विकास कार्य केंद्र की मोदी सरकार, विधायक कोष और भामाशाहों के सहयोग से करवाए गए हैं.