जयपुर. विप्र सेना के आह्वान पर जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में ब्राह्मण समाज ने हुंकार भरी. चुनावी वर्ष में ब्राह्मणों की एकजुटता का संदेश देते हुए यहां मंच से विभिन्न वक्ताओं ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण को 10% से बढ़ाकर 14% करने, ईडब्ल्यूएस आरक्षण राजनीतिक क्षेत्र में भी लागू करने, मंदिरों की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने, मंदिरों के पुजारियों को भत्ता और उनकी सुरक्षा के साथ ही उनसे मारपीट की घटनाओं पर गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज करने के अलावा परशुराम जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की गई. वहीं, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने सभी सनातन मंदिरों का नियंत्रण सरकार की बजाय हिंदुओं के नियंत्रण में रखने की मांग करते हुए हिंदू रिलीजियस एक्ट बनाने और अन्य समाज की तर्ज पर ईडब्ल्यूएस का आरक्षण दिए जाने की मांग उठाई. वहीं, इस दौरान भगवान परशुराम का डाक टिकट भी जारी किया गया.
भगवान परशुराम के जयकारे, लहराते हुए भगवा ध्वज भगवा साफों के साथ मौजूद युवा तरुणाई और मंच पर विराजमान संत समाज, ये नजारा जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में हुई ब्राह्मण महापंचायत में देखने को मिला. यहां समाज से जुड़े राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ-साथ विप्र सेना के कार्यकर्ता और लाखों की संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग मौजूद रहे. इस महापंचायत में शामिल होने के लिए पहुंचे केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ब्राह्मणों की आवाज की बुलंदी देश प्रदेश की दिशा को बदल कर रख देगी, ब्राह्मणों की एकता हमेशा बनाए रखना. ब्राह्मणों की ताकत हमेशा राष्ट्रीय एकता में लगनी चाहिए. धर्म की रक्षा के लिए सभी में एकता रहनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के रेलवे को मिले 9500 करोड़ के अनुदान और 82 स्टेशनों का भी जिक्र किया. साथ ही कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्री या अश्विनी सर नहीं बल्कि अश्विनी भाई कहकर संबोधित करें.
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वहीं मंच पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि इतना बड़ा जनसंघ उन्होंने आज तक नहीं देखा. इस जनसमूह के कारण जयपुर जाम है. इस आयोजन से ब्राह्मणों की एकता साफ दिखती है. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण जाति नहीं संस्कार का नाम है. ब्राह्मण खुद भूखा रहता है, लेकिन दूसरे का पेट भरता है. ब्राह्मण समाज अपने आप में एक शक्ति है, जो सभी समाज को एक कर धर्म को आगे बढ़ा रही है. आज का ये रेला बदला नहीं बदलाव चाहता है. ब्राह्मण राजनीति के नहीं सामाजिक बदलाव के लिए खड़े हैं. इस दौरान उन्होंने ब्राह्मणों की एकता का नारा पूरे देश में जाने की बात कही.
वहीं पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि ये महापंचायत नहीं बल्कि महाकुंभ है. समाज को दिशा देने वाले ब्राह्मणों का समागम है. उन्होंने मंच से समाज के लोगों को ब्राह्मण की निंदा नहीं करने की शपथ दिलाई. जबकि कार्यक्रम के आयोजक सुनील तिवाड़ी ने कहा कि ब्राह्मण ने हमेशा देने का काम किया है, आगे भी देता रहेगा. समाज ने जिन राजनेताओं को ऊपर तक पहुंचने में मदद की है, अब उन्हें समाज सेवा में जुटना चाहिए.
कार्यक्रम के दौरान दो बार हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई. इस दौरान मंत्री मंत्री महेश जोशी, पूर्व मंत्री रघु शर्मा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा, विधायक रामलाल, सांसद रामचरण बोहरा, सीपी जोशी, गोलमा देवी और दीया कुमारी भी मौजूद रहे. हालांकि कार्यक्रम से पहले गलता पीठ के आचार्य अवधेशाचार्य मंच पर जगह नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यक्रम छोड़कर जाने लगे, जिन्हें बाद में मान मनोव्वल कर कार्यक्रम से जोड़ा गया.