जयपुर. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मोहनलाल सुखाड़िया की शुक्रवार को 104 वीं जयंती मनाई गई. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पुष्पांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनको याद किया. हालांकि राजनीतिक उथल-पुथल के चलते पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा नहीं पहुंच सके.
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मोहन लाल सुखाड़िया की जयंती पर पीसीसी में आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में कार्यक्रम में पीसीसी की निवर्तमान उपाध्यक्ष और मुख्यालय प्रभारी मुमताज मसीह, पूर्व सांसद अश्क अली टांक, ज्योति खंडेलवाल, वक्फ बोर्ड अध्यक्ष खानु खान बुधवाली, निवर्तमान महासचिव सत्येंद्र भारद्वाज, रूपेश कांत व्यास, गिरिराज गर्ग सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
आधुनिक राजस्थान के निर्माता कहे जाने वाले राजस्थान के दिग्गज नेता मोहनलाल सुखाड़िया 17 साल तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे हैं. उनका जन्म 31 जुलाई 1916 को झालावाड़ में हुआ था और 2 फरवरी 1982 को बीकानेर में उनका निधन हुआ था.
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साथ ही बता दें कि इन दिनों जिस तरह से राजस्थान की राजनीति में भूचाल आया है. ठीक इसी तरह इससे पहले 1962 में आया था. विधानसभा चुनाव के नतीजों में मोहन लाल सुखाड़िया मुख्यमंत्री की कुर्सी लगभग गंवा चुके थे और स्वतंत्र पार्टी ने राज्य में 32 सीटों पर जीत हासिल कर ली थी. लेकिन, फिर विधायकों की परेड हुई, गोलियां चलीं और आखिर में मोहनलाल सुखाड़िया फिर मुख्यमंत्री बन गए. वो राजस्थान के ऐसे सीएम थे, जिन्होंने अपने दौर के सभी बड़े नेताओं की छुट्टी कर दी थी.