जयपुर. राजस्थान में सत्ता का सेमीफाइनल समझी जा रहे सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस ने भारी मतों के साथ जीत हासिल की है (Congress Won Sardarshahar). एक रोचक त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस के प्रत्याशी पंडित अनिल शर्मा ने विजय प्राप्त की. पहले राउंड से ही अनिल शर्मा ने बढ़त बनाए हुए थी. जिसे आखिर तक कायम रखा गया और काउंटिंग आगे बढ़ने के साथ ही जीत का अंतर बढ़ता गया. भंवर लाल शर्मा सरदार शहर के सरदार के रूप में ही पहचाने गए थे, उनके निधन के बाद हो रहे उपचुनाव में सहानुभूति की लहर ने जमकर असर दिखाया और एक बार फिर इस दिशा में कांग्रेस का भरोसा कायम रहा.
जीत के आंकड़े पर एक नजर-
- कांग्रेस के अनिल शर्मा को 91357
- भाजपा के अशोक पिंचा को 64505 वोट
- आरएलपी के लालचंद मुंड को 46753 वोट मिले
कांग्रेस ने यहां से भंवरलाल शर्मा के बेटे पंडित अनिल शर्मा को ही प्रत्याशी बनाया था दूसरे नंबर के लिए बीजेपी और आरएलपी में कड़ी प्रतिस्पर्धा रही (Sardarshahar By Election 2022). राउंड दर राउंड अशोक पींचा और लालचंद मूंड के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. सातवें राउंड तक आते आते बाजी भाजपा के पक्ष में जाती दिखी.
बेनीवाल ने बिगाड़ा गणितः काउंटिंग शुरू होने के साथ ही बढ़त बनाते हुए कांग्रेस प्रत्याशी अनिल शर्मा ने 91357 वोट लेकर 26852 वोटों से जीत दर्ज की है. दूसरे नंबर पर बीजेपी के अशोक पिंचा को 64505 वोट मिले हैं. वहीं, हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी से लालचंद मूंड 46753 वोट लेकर तीसरे नम्बर पर रहे. उपचुनाव में 72.9 प्रतिशत मतदान हुआ था, जिसका सभी दल अपने-अपने हिसाब से आंकलन कर रहे थे . पिछली बार की तुलना में यहां 4.33 प्रतिशत कम मतदान हुआ था.
इन दिग्गजों की साख रही थी दांव पर- साल 2023 के आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं. लिहाजा सरदार शहर के उपचुनाव को सत्ता के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा था. जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल करके राजस्थान में अब तक चले आ रहे ट्रेंड को कड़ी चुनौती देने की दिशा में संकेत दिए हैं. यहां हालांकि बीते दिनों राजस्थान कांग्रेस में हुए गतिरोध के बाद गहलोत-पायलट चैप्टर के बीच दिग्गज नेताओं की मौजूदगी मैदान में नहीं थी. ऐसे में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच उप चुनाव की रणनीति से लेकर ग्राउंडवर्क का जिम्मा संभाला था.
पढ़ें-भाजपा के लिए आसान नहीं सरदारशहर, खल रही वसुंधरा राजे समेत स्टार प्रचारकों की गैरमौजूदगी
अब नतीजों में कामयाबी लेकर डोटासरा ने खुद को मजबूत नेता के रूप में साबित भी किया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी से एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की हार देखने को मिली है, तो दूसरी ओर प्रभारी की तौर पर जिम्मा संभाल रहे अर्जुन राम मेघवाल को मैदान में उतरकर देवी सिंह भाटी की चुनौती मिली. जिसका भी सामना नहीं कर सके. आरएलपी से हनुमान बेनीवाल ने मैदान में कड़ी टक्कर देने की कोशिश की, परंतु उनका पैंतरा भी सरदार शहर की जनता ने नकार दिया. खास बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आरएलपी में प्रमुख रूप से किसान नेताओं के हाथ में ही जिम्मेदारी थी.
जीत पर जश्नः सरदारशहर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मिली जीत का जश्न कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पर गूंजा. प्रदेश कार्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने आतिशबादी करते हुए जीत का जश्न मनाया. इस दौरान कार्यकर्ता एक दूसरे को बधाई देते नजर आए.