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जयपुर: गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन

राजधानी में जिला प्रशासन की ओर से 150 वी गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रमों का शुक्रवार को समापन हो गया. जहां इस अवसर पर जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि गांधी जी व्यक्ति नहीं, एक विचार और एक आंदोलन है.

तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन, End of three day program
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Published : Oct 4, 2019, 11:13 PM IST

जयपुर. राजधानी में जिला प्रशासन की ओर से 150 वी गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रमों का शुक्रवार को समापन हो गया. जहां इस अवसर पर जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि आज के युग में गांधीजी के विचारों की बड़ी आवश्यकता है. गांधीजी व्यक्ति नहीं, एक विचार और एक आंदोलन है.

गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि गांधी जी समसामयिक नहीं है यह पूरे देश काल के लिए हैं. उन्होंने कहा कि गांधी जी को मानने की आवश्यकता है और गांधी जी को जानेंगे तभी मानेंगे. वर्तमान के युग में गांधी दर्शन की बड़ी आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने सत्य के साथ कई प्रयोग किए हैं और जो इंसान सत्य को स्वीकार नहीं करता है उसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है. गांधी व्यक्ति नहीं एक विचार और एक आंदोलन है. समाज के हर क्षेत्र में गांधी जी के विचारों की आवश्यकता है.

पढ़ें- 'सिलिकोसिस पॉलिसी' लागू करने वाला पहला प्रदेश बनेगा राजस्थान

वहीं कार्यक्रम में मौजूद उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि युवा गांधी जी के साहित्य को पढ़े, समझे और उसे अपने जीवन में उतारे. उन्होंने महात्मा गांधी के जीवन मार्ग पर चल कर आगे बढ़ने का आग्रह किया. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि महात्मा गांधी का विचार कालजयी है. वह समय और देश की सीमाओं से परे हैं.

उन्होंने कहा कि जिला कलेक्ट्रेट में भी गांधी दर्शन केंद्र स्थापित किया गया है. जहां गांधी जी के जीवन से संबंधित साहित्य उपलब्ध रहेगा. गांधीवादी विचारक सुदर्शन अयंगर ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन हमें दुनिया के कल्याण का संदेश देता है. महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक सवाई सिंह और सह संयोजक विचार व्यास ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.

साथ ही महात्मा गांधी पर आधारित 'मोहन से महात्मा' प्रदर्शनी का समापन भी इस अवसर पर किया गया और बड़ी संख्या में स्कूल के विद्यार्थी और युवा के साथ ही अन्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे. इस अवसर पर कार्यक्रम में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया.

पढ़ें- निकाय चुनाव पर कांग्रेस कन्फ्यूज, भाजपा तोड़ेगी 'जिस पार्टी की सरकार उसे मिलती है बढ़त' का मिथक: सतीश पूनिया

चित्रकला सीनियर वर्ग में मनीष बागड़ी प्रथम, पूजा जाटव द्वितीय, नीनू सिंह तृतीय और जूनियर वर्ग में हर्षित कुमार प्रथम, विकास जाबड़ोलिया द्वितीय और पहलाद सिंह तृतीय स्थान पर रहे. इसी तरह निबंध प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में अक्षिता यादव प्रथम, बादल पासवान द्वितीय, जय शर्मा एवं कविता खरबार संयुक्त रूप से तृतीय और जूनियर वर्ग में नेहा शर्मा प्रथम, नंदकिशोर यादव द्वितीय, मुस्कान तृतीय रही.

भाषण प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में योगिता कुमारी प्रथम, छवि खंडेलवाल द्वितीय, खुशी साहू तृतीय और जूनियर वर्ग में मानसी सैनी प्रथम, प्रिया चौधरी द्वितीय, योगिता शर्मा तृतीय स्थान पर रही. इस अवसर पर राजस्थान विश्वविद्यालय के नाट्य विभाग के छात्र-छात्राओं ने 'गांधी अभी जिंदा है' नाटक की प्रस्तुति दी जो सभी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही.

राजकीय स्कूलों में गांधी साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा : डोटासरा

इस अवसर पर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की सभी सरकारी स्कूलों में महात्मा गांधी से संबंधित साहित्य उपलब्ध कराएगी. जिससे स्कूली बच्चे उनके जीवन मूल्यों को जान सके और उसे अपने जीवन में उतार कर उनके बताए मार्ग पर चल सकें.

ये पढें: बेनीवाल का डूडी कार्ड, उप चुनाव में फंसी कांग्रेस

शिक्षा राज्यमंत्री डोटासरा ने स्कूली बच्चों से रूबरू होते हुए कहा कि जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों का जीवन संवारने के लिए सर्वस्व निछावर कर देते हैं. उसी प्रकार महात्मा गांधी ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर देश को आजादी दिलवाई और विकास का मार्ग दिखाया और राष्ट्रपिता कहलाए.

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में गांधी जी की प्रासंगिकता और ज्यादा बढ़ गई है हमें समाज में सत्य अहिंसा और समभाव का माहौल बनाना होगा. इसके लिए शिक्षा विभाग ने गांधीजी के जीवन मूल्य से जुड़ी 28 लाख रुपए की पुस्तकें स्कूलों में वितरित करवाई है. अब प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयो में पर्याप्त गांधी साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा.

जयपुर. राजधानी में जिला प्रशासन की ओर से 150 वी गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रमों का शुक्रवार को समापन हो गया. जहां इस अवसर पर जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि आज के युग में गांधीजी के विचारों की बड़ी आवश्यकता है. गांधीजी व्यक्ति नहीं, एक विचार और एक आंदोलन है.

गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि गांधी जी समसामयिक नहीं है यह पूरे देश काल के लिए हैं. उन्होंने कहा कि गांधी जी को मानने की आवश्यकता है और गांधी जी को जानेंगे तभी मानेंगे. वर्तमान के युग में गांधी दर्शन की बड़ी आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने सत्य के साथ कई प्रयोग किए हैं और जो इंसान सत्य को स्वीकार नहीं करता है उसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है. गांधी व्यक्ति नहीं एक विचार और एक आंदोलन है. समाज के हर क्षेत्र में गांधी जी के विचारों की आवश्यकता है.

पढ़ें- 'सिलिकोसिस पॉलिसी' लागू करने वाला पहला प्रदेश बनेगा राजस्थान

वहीं कार्यक्रम में मौजूद उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि युवा गांधी जी के साहित्य को पढ़े, समझे और उसे अपने जीवन में उतारे. उन्होंने महात्मा गांधी के जीवन मार्ग पर चल कर आगे बढ़ने का आग्रह किया. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि महात्मा गांधी का विचार कालजयी है. वह समय और देश की सीमाओं से परे हैं.

उन्होंने कहा कि जिला कलेक्ट्रेट में भी गांधी दर्शन केंद्र स्थापित किया गया है. जहां गांधी जी के जीवन से संबंधित साहित्य उपलब्ध रहेगा. गांधीवादी विचारक सुदर्शन अयंगर ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन हमें दुनिया के कल्याण का संदेश देता है. महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक सवाई सिंह और सह संयोजक विचार व्यास ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.

साथ ही महात्मा गांधी पर आधारित 'मोहन से महात्मा' प्रदर्शनी का समापन भी इस अवसर पर किया गया और बड़ी संख्या में स्कूल के विद्यार्थी और युवा के साथ ही अन्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे. इस अवसर पर कार्यक्रम में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया.

पढ़ें- निकाय चुनाव पर कांग्रेस कन्फ्यूज, भाजपा तोड़ेगी 'जिस पार्टी की सरकार उसे मिलती है बढ़त' का मिथक: सतीश पूनिया

चित्रकला सीनियर वर्ग में मनीष बागड़ी प्रथम, पूजा जाटव द्वितीय, नीनू सिंह तृतीय और जूनियर वर्ग में हर्षित कुमार प्रथम, विकास जाबड़ोलिया द्वितीय और पहलाद सिंह तृतीय स्थान पर रहे. इसी तरह निबंध प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में अक्षिता यादव प्रथम, बादल पासवान द्वितीय, जय शर्मा एवं कविता खरबार संयुक्त रूप से तृतीय और जूनियर वर्ग में नेहा शर्मा प्रथम, नंदकिशोर यादव द्वितीय, मुस्कान तृतीय रही.

भाषण प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में योगिता कुमारी प्रथम, छवि खंडेलवाल द्वितीय, खुशी साहू तृतीय और जूनियर वर्ग में मानसी सैनी प्रथम, प्रिया चौधरी द्वितीय, योगिता शर्मा तृतीय स्थान पर रही. इस अवसर पर राजस्थान विश्वविद्यालय के नाट्य विभाग के छात्र-छात्राओं ने 'गांधी अभी जिंदा है' नाटक की प्रस्तुति दी जो सभी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही.

राजकीय स्कूलों में गांधी साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा : डोटासरा

इस अवसर पर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की सभी सरकारी स्कूलों में महात्मा गांधी से संबंधित साहित्य उपलब्ध कराएगी. जिससे स्कूली बच्चे उनके जीवन मूल्यों को जान सके और उसे अपने जीवन में उतार कर उनके बताए मार्ग पर चल सकें.

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शिक्षा राज्यमंत्री डोटासरा ने स्कूली बच्चों से रूबरू होते हुए कहा कि जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों का जीवन संवारने के लिए सर्वस्व निछावर कर देते हैं. उसी प्रकार महात्मा गांधी ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर देश को आजादी दिलवाई और विकास का मार्ग दिखाया और राष्ट्रपिता कहलाए.

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में गांधी जी की प्रासंगिकता और ज्यादा बढ़ गई है हमें समाज में सत्य अहिंसा और समभाव का माहौल बनाना होगा. इसके लिए शिक्षा विभाग ने गांधीजी के जीवन मूल्य से जुड़ी 28 लाख रुपए की पुस्तकें स्कूलों में वितरित करवाई है. अब प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयो में पर्याप्त गांधी साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा.

Intro:जयपुर। जयपुर जिला प्रशासन की ओर से 150 वी गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रमों का शुक्रवार को समापन हो गया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि आज के युग में गांधीजी के विचारों की बड़ी आवश्यकता है। गांधीजी व्यक्ति नहीं, एक विचार और एक आंदोलन है।


Body:जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि गांधीजी समसामयिक नहीं है यह पूरे देश काल के लिए हैं। उन्होंने कहा कि आज गांधी जी को मानने की आवश्यकता है और गांधीजी को जानेंगे तभी मानेंगे। आज के युग में गांधी दर्शन की बड़ी आवश्यकता है उन्होंने कहा कि गांधी जी ने सत्य के साथ कई प्रयोग किए हैं और जो इंसान सत्य को स्वीकार नहीं करता है उसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। गांधीजी व्यक्ति नही एक विचार और एक आंदोलन है आज समाज के हर क्षेत्र में गांधी जी के विचारों की आवश्यकता है। कार्यक्रम में मौजूद उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि युवा गांधीजी के साहित्य को पढ़े, समझे और उसे अपने जीवन में उतारे। उन्होंने महात्मा गांधी के जीवन मार्ग पर चल कर आगे बढ़ने का आग्रह किया। जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि महात्मा गांधी का विचार कालजयी है। वह समय और देश की सीमाओं से परे हैं। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर में भी गांधी दर्शन केंद्र स्थापित किया गया है गांधी जी के जीवन से संबंधित साहित्य उपलब्ध रहेगा। गांधीवादी विचारक सुदर्शन अयंगर ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन हमें दुनिया के कल्याण का संदेश देता है। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक सवाई सिंह और सह संयोजक विचार व्यास ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। महात्मा गांधी पर आधारित 'मोहन से महात्मा' प्रदर्शनी का समापन भी इस अवसर पर किया गया और बड़ी संख्या में स्कूल विद्यार्थी युवा व अन्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे। इस अवसर पर कार्यक्रम में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। चित्रकला सीनियर वर्ग में मनीष बागड़ी प्रथम, पूजा जाटव द्वितीय, नीनू सिंह तृतीय और जूनियर वर्ग में हर्षित कुमार प्रथम, विकास जाबड़ोलिया द्वितीय और पहलाद सिंह तृतीय स्थान पर रहे। इसी तरह निबंध प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में अक्षिता यादव प्रथम, बादल पासवान द्वितीय, जय शर्मा एवं कविता खरबार संयुक्त रूप से तृतीय और जूनियर वर्ग में नेहा शर्मा प्रथम, नंदकिशोर यादव द्वितीय, मुस्कान तृतीय रही। भाषण प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में योगिता कुमारी प्रथम, छवि खंडेलवाल द्वितीय, खुशी साहू तृतीय और जूनियर वर्ग में मानसी सैनी प्रथम, प्रिया चौधरी द्वितीय, योगिता शर्मा तृतीय स्थान पर रही। इस अवसर पर राजस्थान विश्वविद्यालय के नाट्य विभाग के छात्र-छात्राओं ने 'गांधी अभी जिंदा है' नाटक की प्रस्तुति दी जो सभी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। शुक्रवार को 3 दिन से चल रही 'मोहन से महात्मा' प्रदर्शनी का भी समापन कर दिया गया।


Conclusion:राजकीय स्कूलों में गांधी साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा : डोटासरा इस अवसर पर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की सभी सरकारी स्कूलों में महात्मा गांधी से संबंधित साहित्य उपलब्ध कराएगी ताकि स्कूली बच्चे उनके जीवन मूल्यों को जान सके और उसे अपने जीवन में उतार कर उनके बताए मार्ग पर चल सकें।। शिक्षा राज्यमंत्री डोटासरा ने स्कूली बच्चों से रूबरू होते हुए कहा कि जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों का जीवन संवारने के लिए सर्वस्व निछावर कर देते हैं उसी प्रकार महात्मा गांधी ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर देश को आजादी दिलवाई और विकास का मार्ग दिखाया और राष्ट्रपिता कहलाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में गांधीजी की प्रासंगिकता और ज्यादा बढ़ गई है हमें समाज में सत्य अहिंसा और समभाव का माहौल बनाना होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग ने गांधीजी के जीवन मूल्य से जुड़ी 28 लाख रुपए की पुस्तकें स्कूलों में वितरित करवाई है। अब प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयो में पर्याप्त गांधी साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा। बाईट जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव
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