जयपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से रविवार को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर भर्ती परीक्षा आयोजित हुई. 3 हजार 531 पदों के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा में 92 हजार 49 अभ्यर्थी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. प्रदेश के तीन शहर जयपुर, कोटा, अजमेर में हो रही इस भर्ती परीक्षा में सबसे ज्यादा अभ्यर्थी जयपुर में परीक्षा देने पहुंचे. बोर्ड ने परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में 1 घंटे पहले तक ही प्रवेश के निर्देशित किया था. ऐसे में जो अभ्यर्थी साढ़े नौ बजे बाद परीक्षा केंद्र पर पहुंचे उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई. सीएचओ भर्ती परीक्षा में 88.63 प्रतिशत उपस्थिति रही.
सीएचओ भर्ती परीक्षा में एक पद के लिए 23 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला है. स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सीएचओ के 3 हजार 531 रिक्त पदों पर संविदा पर भर्ती की जा रही है. जिसमें 3 हजार 71 पद गैर अनुसूचित क्षेत्र के और 460 पद अनुसूचित क्षेत्र के निर्धारित हैं. बोर्ड के अनुसार, इस परीक्षा के लिए सबसे ज्यादा 60 हजार 129 अभ्यर्थी जयपुर के सेंटर्स पर पंजीकृत हुए हैं. वहीं, कोटा के सेंटर्स पर 8 हजार 688 और अजमेर के सेंटर्स पर 23 हजार 232 अभ्यर्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं.
पढ़ें: RSMSSB Recruitment 2023: फरवरी में होंगी कई परीक्षाएं, कर्मचारी चयन बोर्ड ने मांगे आवेदन
सीएचओ की भर्ती संविदा पर होगी. इस परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में खासा उत्साह देखने को मिला. कर्मचारी चयन बोर्ड के निर्देश के अनुसार, अभ्यर्थी परीक्षा से 1 बजकर 30 मिनट से पहले ही परीक्षा केंद्रों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते दिखे. हालांकि, बोर्ड ने साढ़े 10 बजे शुरू होने वाली परीक्षा के लिए साढ़े नौ बजे तक ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए अनुमति दी थी. वहीं, जो छात्र इसके बाद परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे उन्हें दरवाजे बंद मिले.
जयपुर के एक परीक्षा केंद्र की सुपरिटेंडेंट डॉ. जयश्री भार्गव ने बताया कि अभ्यर्थियों की त्रिस्तरीय जांच के बाद उन्हें परीक्षा कक्ष में बैठने की अनुमति दी गई. यहां थर्ड पार्टी से मेटल डिटेक्टर के जरिए अभ्यर्थियों की जांच की गई. परीक्षा केंद्र पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था भी की गई. जयश्री भार्गव ने बताया कि यहां मौजूद सरकारी कर्मचारियों ने फोटो आईडी, पैन और एडमिट कार्ड की जांच सुनिश्चित की इस दौरान जो अभ्यर्थी अंगूठी, कड़ा, डोरा या अन्य सामग्री के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे. उन्हें मेन गेट पर से ही हटाना सुनिश्चित किया गया. इसके अलावा परीक्षा केंद्र पर तैनात पर्यवेक्षकों के भी मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर रखवाए गए, ताकि परीक्षा में पूर्ण पारदर्शिता रहे.
पढ़ें: Dummy Candidate Arrested in Bharatpur: आशिक की जगह कानपुर से परीक्षा देने आया ऋषभ, पुलिस ने दबोचा
वहीं, कुछ परीक्षा केंद्रों पर एक घंटे पहले पहुंचने के नियम का विरोध भी किया गया, लेकिन बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया कि परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों की तलाशी भी ली जाती है. जिसमें समय लगता है. एहतियातन यह समय निर्धारित किया गया है. जिसकी सूचना एडमिट कार्ड पर भी स्पष्ट शब्दों में प्रेषित की गई है. बता दें कि ये भर्ती परीक्षा पहले स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर कराने वाला था, लेकिन बीते दिनों हुए पेपर लीक के मामलों के बाद सरकार ने ये जिम्मेदारी कर्मचारी चयन बोर्ड को सौंपी दी.