जयपुर. हम अक्सर सुनते हैं कि सोशल मीडिया या अन्य तरीकों से गलत और झूठी खबरें चल जाती हैं, जिससे लोगों में कन्फ्यूजन पैदा हो जाता है. लेकिन अगर यही कन्फ्यूजन प्रदेश के मुखिया को झूठी खबर से हो जाए तो शायद हर किसी को आश्चर्य होगा कि क्या ऐसा भी संभव है. शुक्रवार को ऐसा ही जयपुर के जमवारामगढ़ में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जनसभा से पहले हुआ. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्हें झूठी खबर दी गई, जिसके चलते उन्हें आने में देरी हुई.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने आज भरतपुर के बाद जयपुर के जमवारामगढ़ में भी महंगाई राहत कैंप का निरीक्षण कर सभा को संबोधित किया. गहलोत, डोटासरा और रंधावा को जमवारामगढ़ पहुंचने में देरी हुई, जिसके चलते लोगों को इंतजार करना पड़ा. जमवारामगढ़ पहुंचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह भी खुलासा किया कि उन्हें देरी किसी व्यस्तता के चलते नहीं बल्कि उस झूठी खबर के चलते हुई, जिसमें बताया गया कि सभा स्थल पर आंधी तूफान आ गया है और टेंट गिर गया है. गहलोत ने कहा कि हमें आने में देरी हो गई क्योंकि हमें कहा गया कि आंधी-अंधड़ आ गई और टेंट गिर गया है. वह झूठी खबर दे दी गई. इसलिए हमने 1 घंटे इंतजार किया, जबकि हमारे पास कोई काम नहीं था.
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गहलोत ने कहा कि अब यहां आकर मालूम पड़ा कि यहां तो बहनें गर्मी में बैठी हैं और हमारी देरी की वजह से परेशान हो रही है. बिना कारण के हम लोग एक घंटा लेट आए. यहां पर कोई गलतफहमी पैदा हो गई. गहलोत ने सभा में मौजूद आम लोगों से कहा कि सरकार भले ही कितना भी अच्छा काम कर ले, जनता आशीर्वाद देगी तो ही हमारी सरकार बनेगी. क्योंकि माई बाप जनता ही है.
क्या बीसलपुर के पानी से भरा जा सकता है रामगढ़? : गहलोत क्योंकि जमवारामगढ़ कार्यक्रम में गए थे. ऐसे में पानी के मामले में कभी जयपुर की लाइफ लाइन रहे रामगढ़ बांध की चर्चा वह नहीं करते यह संभव नहीं था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस इलाके में पानी को लेकर कितनी तकलीफ है, यह हम सब जानते हैं. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करती, तो मेरा दावा है कि ईसरदा की जो डीपीआर हम बना रहे, उससे हम रामगढ़ को भी भर देते.
गहलोत ने कहा कि रामगढ़ बांध बरसात के पानी से नहीं भर पा रहा है. पूरी कोशिश कर ली, लेकिन रामगढ़ भरता नहीं है. अब वह कभी भरेगा, तो ईसरदा बांध से ही भरेगा, जिसका काम हमने शुरू कर दिया है. दौसा के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है. इसके साथ गहलोत ने कहा कि 2 दिन पहले ही मैंने एसएस सुबोध अग्रवाल को बुलाया और कहा कि वापस इस बात का सर्वे करो कि क्या बीसलपुर से रामगढ़ बांध को भरा जा सकता है? रामगढ़ में पानी आना जरूरी है. क्योंकि मुझे मालूम है कि रामगढ़ से सालों तक पानी पीने वाले क्षेत्र के लोगों का लगाव है.
...तो आज नहीं खड़ा होता मुख्यमंत्री के रूप में आपके सामनेः गहलोत ने आज एक बार फिर राजस्थान में सरकार गिराने और हॉर्स ट्रेडिंग के प्रयासों की चर्चा छेड़ दी. उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से कहा कि पहले की तरह हमें आप लोग चुनाव जिताओ. पहले हम जयपुर जिले में 19 में से 10 सीट जीते थे. भाजपा 6 सीट और 3 सीट हमारे निर्दलीय आलोक बेनीवाल, बाबूलाल नागर और लक्ष्मण मीणा ने जीती.
गहलोत ने कहा कि इन तीनों समेत 11 निर्दलीयों ने हमारा साथ दिया तो हमारा काम चल गया, वरना मैं आज आपके सामने मुख्यमंत्री के रूप में नहीं खड़ा होता. समझ जाइए इतना खतरनाक खेल चल रहा है, जिसके अंदर चुनी हुई सरकारों को गिराने का काम चल रहा है. कर्नाटक ,महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में सरकार गिर गईं, लेकिन गोपाल मीणा जैसे कांग्रेस के विधायक और निर्दलीय लक्ष्मण मीणा, बाबूलाल नागर और आलोक बेनीवाल मेरे साथ खड़े रहे. ऐसे 11 लोग थे. यह सब खड़े रहे इसलिए मेरी सरकार बच गई और मैं आपके सामने इतनी स्कीम ला पाया और काम कर पा रहा हूं.