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जयपुर के लिए कल खुलेगा सौगातों का पिटारा, सीएम अशोक गहलोत 175 करोड़ के विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 20, 2023, 9:55 PM IST

Updated : Sep 20, 2023, 11:45 PM IST

सीएम अशोक गहलोत गुरुवार को सौगातों का पिटारा खोलेंगे. मुख्यमंत्री जहां 175 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित कई विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे. वहीं, 255 करोड़ रुपए की लागत से होने वाले विकास कार्यों का शिलान्यास भी करेंगे.

CM Ashok Gehlot will inaugurate,  development works worth crores
जयपुर के लिए कल खुलेगा सौगातों का पिटारा.

जयपुर. राजधानी जयपुर के लिए गुरुवार को सौगातों का पिटारा खुलेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अल्बर्ट हॉल पर 175 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित नेहरू उद्यान अण्डरपास लक्ष्मी मंदिर तिराहा, रामनिवास बाग भूमिगत पार्किंग फेज-2 और आगरा रोड पर सिल्वन जैव विविधता वन का लोकार्पण करेंगे.

इसके साथ ही 255 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले 4 प्रोजेक्ट्स श्री गोविन्द देव मंदिर क्षेत्र का सौंदर्यीकरण-विकास कार्य, ईदगाह क्षेत्र का सौंदर्यीकरण-विकास कार्य, टोंक रोड शिवदासपुरा, आगरा रोड कानोता और अजमेर रोड बालमुकुन्दपुरा पर सैटेलाइट हॉस्पिटल का शिलान्यास करेंगे. साथ ही राजस्थान उच्च न्यायालय के बाहर आने वाली पार्किंग की समस्या से निजात के लिए भूमिगत पार्किंग का शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा जयपुर मेट्रो फेज 1सी बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर का भी शिलान्यास करेंगे.

बढ़ रहा ट्रैफिक का दबावः जयपुर भारत के सबसे नियोजित शहरों में शुमार होने के साथ-साथ महानगरों की सूची में 11वें स्थान पर है. यहां की जनसंख्या करीब 35 लाख है. साथ ही जनसंख्या की वार्षिक वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत है. वहीं, वाहनों की वृद्धि दर जनसंख्या के अनुपात में लगभग 2 गुना गति से बढ़ रही है. इस कारण सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ती जा रही है. साथ ही यहां पर्यटन स्थल होने के कारण ट्रैफिक का दबाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी को मद्देनजर राज्य सरकार ने 2021-22 में जयपुर शहर में करीब 700 करोड़ रूपए की लागत के विकास कार्य करवाने की घोषणा की थी. जिसमें शहर की विरासत के साथ-साथ सौन्दर्यीकरण को ध्यान में रखते हुए 7 प्रमुख चौराहों को ट्रैफिक सिग्नल मुक्त किया जाना प्रस्तावित है. इसके साथ ही पर्यटन नगरी होने के चलते पार्किंग की भी बड़ी समस्या रहती है. इससे निजात दिलाने के लिए विभिन्न प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं.

पढ़ेंः सीएम गहलोत ने फिर खोला पिटारा, मंत्रिमंडल की बैठक में 63 प्रस्तावों को मंजूरी, कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को मिलेगी सरकारी नौकरी

लक्ष्मी मन्दिर तिराहा : वर्तमान में इस जंक्शन पर व्यवस्ततम समय में ट्रैफिक जाम की ज्यादा समस्या रहती है. जिससे समय के साथ-साथ ईंधन की भी बर्बादी होती है. इस कारण लक्ष्मी मंदिर तिराहे को जयपुर की पारम्परिक स्थापत्य कला और संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए सौन्दर्यीकरण और ट्रैफिक सिग्नल मुक्त जंक्शन बनाया जा रहा है. यहां सब्जी मण्डी रोड से टोंक रोड पर लगभग 400 मीटर लम्बाई में दो लेन अण्डरपास बनाया गया है.

रामनिवास बाग भूमिगत पार्किंग फेज-2: रामनिवास बाग में दो स्थान यूनियन फूटबॉल ग्राउण्ड और रविन्द्रमंच के सामने वाले मैदान की जमीन के नीचे दो मंजिला भूमिगत पार्किंग का निर्माण करवाया जा रहा है. यहां यूनियन फूटबॉल ग्राउण्ड (लगभग 33100 वर्गमीटर) में भूमिगत पार्किंग का काम करीब-करीब पूरा किया जा चुका है, जबकि रविन्द्रमंच (लगभग 16560 वर्गमीटर) के सामने भूमिगत पार्किंग का काम प्रगतिरत है. इस तरह पार्किंग के दूसरे फेज के पूरा होने पर रामनिवास बाग पार्किंग में वाहनों की कुल क्षमता 2445 फॉर व्हीलर पार्क करने की हो जाएगी. इससे भविष्य में पार्किंग की समस्या से निजात मिल सकेगी. यहां चार एंट्री और एग्जिट गेट बनाए गए हैं. 6 लिफ्ट और सीढ़ियां, वरिष्ठ नागरिक, महिलाओं और दिव्यांगों के लिए ऊपरी तल पर अलग से आरक्षित पार्किंग है. साथ ही स्मार्ट पार्किंग टेक्नोलाजी, विद्युत सब स्टेशन, डीजी सेट, फोर्स वेन्टिलेशन सिस्टम, फायर फाइटिंग सिस्टम, पावर बैकअप के साथ सीसीटीवी कैमरे और ड्राइवर के लिए प्रतिक्षा कक्ष और सुविधाएं विकसित की गई हैं.

सिल्वन जैव विविधता वनः जयपुर में आगरा रोड पर करीब 113 हैक्टेयर जमीन पर सिल्वन पार्क का विकास किया गया है. अगले चरण में यहां वॉकिंग ट्रैक का निर्माण करते हुए इसे सेन्ट्रल पार्क की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. यहां फायरलेन पाथ (लगभग 13 किलोमीटर), पाइप लाइन (लगभग 10 किलोमीटर), 1 लगून, 2 तलाई, राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों की चट्टाने लगाने, बैठने के लिए वुडन बैंच, डस्टबिन साइनेजेज लगवाए गए हैं. वहीं वानिकी कार्य के अन्तर्गत 10 हजार बड़े वृक्ष, झाड़ियां, बेल, औषधी पौधे और करीब 0.5 हैक्टेयर में घास लगाई गई है.

पढ़ेंः राजस्थान में 200 यूनिट तक बिजली पर नहीं लगेगा कोई चार्ज, गहलोत की नई सौगात

गोविन्द देव जी मन्दिर के सौन्दर्यीकरण और विकास कार्य: जयपुर के आराध्य श्री गोविंद देवजी के पहुंच मार्गों का जीर्णोद्धार, सौन्दर्यीकरण और जन सुविधाओं का विस्तार होना है. नई सुविधाओं के निर्माण से संबंधित कार्य में जयपुर की पारम्परिक वास्तुकला को ध्यान में रखते हुए विश्वस्तरीय विकास और जन सुविधाओं के विस्तार के कार्य प्रस्तावित हैं. जिसमें प्रवेश द्वार, छतरियां, जल निकासी व्यवस्था, फव्वारे का जीर्णोद्धार-निर्माण, मंडाना कॉब्बल पत्थर का फर्श, शौचालय निर्माण, पार्किंग, सड़क निर्माण और सौन्दर्यीकरण का काम प्रस्तावित है.

ईदगाह क्षेत्र का सौन्दर्यीकरण और विकास कार्य: जयपुर के गलता गेट के नजदीक ईदगाह क्षेत्र के पहुंच मार्गों का जीर्णोद्धार और जन सुविधाओं का विकास कार्य करते हुए मौजूदा सुविधाओं का विस्तार से संबंधित कार्य प्रस्तावित किए गए हैं. इस परियोजना में मुगल वास्तुकला के अनुसार प्रार्थना कक्ष, मंच, जल संचयन संरचना, जल निकासी व्यवस्था, फव्वारे निर्माण, मंडाना पत्थर फर्श, वजू स्थल, बहुउद्देशीय हॉल, शौचालय ब्लॉक, स्टोर रूम, पार्किंग, सड़क आदि प्रस्तावित है.

आगरा रोड पर कानोता में 50 बेड का सैटेलाईट अस्पताल: कानोता में सैटेलाईट अस्पताल के लिए 10 हजार वर्गमीटर के भूखण्ड का आवंटन किया गया है. जेडीए की ओर से कानोता में सैटेलाइट अस्पताल के निर्माण के लिए 25 करोड़ खर्च किए जाएंगे. 50 बेड सैटेलाईट अस्पताल का निर्माण, मोर्चरी, कैन्टीन, किचन का निर्माण, स्टाफ क्वाटर, ऑक्सीजन प्लांट, विद्युतीकरण, चार दिवारी, आउटर डवलपमेंट के कार्य किए जाने हैं. इस सैटेलाइट अस्पताल के निर्माण के बाद आगरा रोड पर जमवारागढ़ और बस्सी विधानसभा के आस-पास के क्षेत्रवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी.

बालमुकन्दपुरा में 50 बेड का सैटेलाईट अस्पताल: बालमुकन्दपुरा में सैटेलाईट अस्पताल के 10 हजार वर्गमीटर के भूखण्ड पर निर्माण के लिए 18.82 करोड़ की निविदा स्वीकृति की जा चुकी है. यहां अस्पताल का निर्माण, मोर्चरी, कैन्टीन-किचन का निर्माण, स्टाफ क्वाटर, ऑक्सीजन प्लांट, विद्युतीकरण, चार दिवारी, आउटर डवलपमेंट के कार्य किए जाने हैं. कार्य के अन्तर्गत लगभग 55 हजार वर्ग फीट बिलटप एरिया का निर्माण किया जाना है. इस सैटेलाईट अस्पताल के निर्माण के बाद अजमेर रोड के आस-पास के क्षेत्रवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी.

पढ़ेंः Kota Medical College : सीएम गहलोत कोटा मेडिकल कॉलेज को HLA लैब व मॉड्यूलर लेबर रूम सहित करोड़ों की देंगे सौगात

टोंक रोड पर शिवदासपुरा में 50 बेड के सैटेलाईट अस्पताल: शिवदासपुरा में सैटेलाईट अस्पताल के 10 हजार वर्गमीटर के भूखण्ड पर निर्माण के लिए 18.20 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यहां भी 50 बेड सैटेलाईट अस्पताल का निर्माण, मोर्चरी, कैन्टीन-किचन का निर्माण, स्टाफ क्वाटर, ऑक्सीजन प्लांट, विद्युतीकरण, चार दिवारी, आउटर डवलपमेंट के कार्य किए जाने हैं. कार्य के अन्तर्गत लगभग 55 हजार वर्ग फीट बिलटप एरिया का निर्माण किया जाना है. इससे टोंक रोड पर शिवदासपुरा, बिलवा, प्रहलादपुरा, वाटिका, पदमपुरा, गोनेर और बगरू विधानसभा के आस-पास के क्षेत्रवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी.

राजस्थान उच्च न्यायालय के सामने भूमिगत पार्किंग का निर्माण : राजस्थान उच्च न्यायालय और सचिवालय के सामने 500 वाहनों के लिए 50 करोड़ की लागत से अण्डरग्राउण्ड पार्किंग का निर्माण करवाया जाएगा. इसके तहत रामबाग गोल्फ क्लब के मौजूदा पार्किंग क्षेत्र में 2 स्तरीय भूमिगत पार्किंग का लगभग 10 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में निर्माण किया जाएगा. प्रस्तावित भूमिगत पार्किंग में करीब 536 चौपहिया वाहन और 281 दुपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी. यहां से राजस्थान उच्च न्यायालय के गेट नं. 2 की तरफ जाने के लिए पैदल यात्री सबवे का निर्माण भी किया जाएगा. इस परियोजना से भगवान दास रोड पर होने वाली पार्किंग की समस्या से निजात मिलेगी. साथ ही आसपास के कार्यालयों और एसएमएस स्टेडियम में होने वाले आयोजनों में अतिरिक्त पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी.

पढ़ेंः राजस्थान सरकार की सौगात, प्रदेश से बाहर अंग प्रत्यारोपण होने पर भी मिलेगा पुनर्भरण

जयपुर मेट्रो फेज 1सी बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर: जयपुर मेट्रो के फेज 1सी बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण 993.51 करोड़ से होगा. इससे जयपुरवासियों के लिए मेट्रो सुविधा और ज्यादा सुलभ होगी. ये फेज बड़ी चौपड़ को ट्रांसपोर्ट नगर से जोड़ेगा. जिसकी कुल लंबाई 2.85 किलोमीटर होगी. इसमें 2.26 किमी भूमिगत और 0.59 किमी एलिवेटेड भाग रहेगा. जयपुर मेट्रो के फेज 1सी के निर्माण के बाद बड़ी चौपड़ से दिल्ली हाइवे पर ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो का संचालन होगा.

जयपुर. राजधानी जयपुर के लिए गुरुवार को सौगातों का पिटारा खुलेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अल्बर्ट हॉल पर 175 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित नेहरू उद्यान अण्डरपास लक्ष्मी मंदिर तिराहा, रामनिवास बाग भूमिगत पार्किंग फेज-2 और आगरा रोड पर सिल्वन जैव विविधता वन का लोकार्पण करेंगे.

इसके साथ ही 255 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले 4 प्रोजेक्ट्स श्री गोविन्द देव मंदिर क्षेत्र का सौंदर्यीकरण-विकास कार्य, ईदगाह क्षेत्र का सौंदर्यीकरण-विकास कार्य, टोंक रोड शिवदासपुरा, आगरा रोड कानोता और अजमेर रोड बालमुकुन्दपुरा पर सैटेलाइट हॉस्पिटल का शिलान्यास करेंगे. साथ ही राजस्थान उच्च न्यायालय के बाहर आने वाली पार्किंग की समस्या से निजात के लिए भूमिगत पार्किंग का शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा जयपुर मेट्रो फेज 1सी बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर का भी शिलान्यास करेंगे.

बढ़ रहा ट्रैफिक का दबावः जयपुर भारत के सबसे नियोजित शहरों में शुमार होने के साथ-साथ महानगरों की सूची में 11वें स्थान पर है. यहां की जनसंख्या करीब 35 लाख है. साथ ही जनसंख्या की वार्षिक वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत है. वहीं, वाहनों की वृद्धि दर जनसंख्या के अनुपात में लगभग 2 गुना गति से बढ़ रही है. इस कारण सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ती जा रही है. साथ ही यहां पर्यटन स्थल होने के कारण ट्रैफिक का दबाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी को मद्देनजर राज्य सरकार ने 2021-22 में जयपुर शहर में करीब 700 करोड़ रूपए की लागत के विकास कार्य करवाने की घोषणा की थी. जिसमें शहर की विरासत के साथ-साथ सौन्दर्यीकरण को ध्यान में रखते हुए 7 प्रमुख चौराहों को ट्रैफिक सिग्नल मुक्त किया जाना प्रस्तावित है. इसके साथ ही पर्यटन नगरी होने के चलते पार्किंग की भी बड़ी समस्या रहती है. इससे निजात दिलाने के लिए विभिन्न प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं.

पढ़ेंः सीएम गहलोत ने फिर खोला पिटारा, मंत्रिमंडल की बैठक में 63 प्रस्तावों को मंजूरी, कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को मिलेगी सरकारी नौकरी

लक्ष्मी मन्दिर तिराहा : वर्तमान में इस जंक्शन पर व्यवस्ततम समय में ट्रैफिक जाम की ज्यादा समस्या रहती है. जिससे समय के साथ-साथ ईंधन की भी बर्बादी होती है. इस कारण लक्ष्मी मंदिर तिराहे को जयपुर की पारम्परिक स्थापत्य कला और संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए सौन्दर्यीकरण और ट्रैफिक सिग्नल मुक्त जंक्शन बनाया जा रहा है. यहां सब्जी मण्डी रोड से टोंक रोड पर लगभग 400 मीटर लम्बाई में दो लेन अण्डरपास बनाया गया है.

रामनिवास बाग भूमिगत पार्किंग फेज-2: रामनिवास बाग में दो स्थान यूनियन फूटबॉल ग्राउण्ड और रविन्द्रमंच के सामने वाले मैदान की जमीन के नीचे दो मंजिला भूमिगत पार्किंग का निर्माण करवाया जा रहा है. यहां यूनियन फूटबॉल ग्राउण्ड (लगभग 33100 वर्गमीटर) में भूमिगत पार्किंग का काम करीब-करीब पूरा किया जा चुका है, जबकि रविन्द्रमंच (लगभग 16560 वर्गमीटर) के सामने भूमिगत पार्किंग का काम प्रगतिरत है. इस तरह पार्किंग के दूसरे फेज के पूरा होने पर रामनिवास बाग पार्किंग में वाहनों की कुल क्षमता 2445 फॉर व्हीलर पार्क करने की हो जाएगी. इससे भविष्य में पार्किंग की समस्या से निजात मिल सकेगी. यहां चार एंट्री और एग्जिट गेट बनाए गए हैं. 6 लिफ्ट और सीढ़ियां, वरिष्ठ नागरिक, महिलाओं और दिव्यांगों के लिए ऊपरी तल पर अलग से आरक्षित पार्किंग है. साथ ही स्मार्ट पार्किंग टेक्नोलाजी, विद्युत सब स्टेशन, डीजी सेट, फोर्स वेन्टिलेशन सिस्टम, फायर फाइटिंग सिस्टम, पावर बैकअप के साथ सीसीटीवी कैमरे और ड्राइवर के लिए प्रतिक्षा कक्ष और सुविधाएं विकसित की गई हैं.

सिल्वन जैव विविधता वनः जयपुर में आगरा रोड पर करीब 113 हैक्टेयर जमीन पर सिल्वन पार्क का विकास किया गया है. अगले चरण में यहां वॉकिंग ट्रैक का निर्माण करते हुए इसे सेन्ट्रल पार्क की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. यहां फायरलेन पाथ (लगभग 13 किलोमीटर), पाइप लाइन (लगभग 10 किलोमीटर), 1 लगून, 2 तलाई, राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों की चट्टाने लगाने, बैठने के लिए वुडन बैंच, डस्टबिन साइनेजेज लगवाए गए हैं. वहीं वानिकी कार्य के अन्तर्गत 10 हजार बड़े वृक्ष, झाड़ियां, बेल, औषधी पौधे और करीब 0.5 हैक्टेयर में घास लगाई गई है.

पढ़ेंः राजस्थान में 200 यूनिट तक बिजली पर नहीं लगेगा कोई चार्ज, गहलोत की नई सौगात

गोविन्द देव जी मन्दिर के सौन्दर्यीकरण और विकास कार्य: जयपुर के आराध्य श्री गोविंद देवजी के पहुंच मार्गों का जीर्णोद्धार, सौन्दर्यीकरण और जन सुविधाओं का विस्तार होना है. नई सुविधाओं के निर्माण से संबंधित कार्य में जयपुर की पारम्परिक वास्तुकला को ध्यान में रखते हुए विश्वस्तरीय विकास और जन सुविधाओं के विस्तार के कार्य प्रस्तावित हैं. जिसमें प्रवेश द्वार, छतरियां, जल निकासी व्यवस्था, फव्वारे का जीर्णोद्धार-निर्माण, मंडाना कॉब्बल पत्थर का फर्श, शौचालय निर्माण, पार्किंग, सड़क निर्माण और सौन्दर्यीकरण का काम प्रस्तावित है.

ईदगाह क्षेत्र का सौन्दर्यीकरण और विकास कार्य: जयपुर के गलता गेट के नजदीक ईदगाह क्षेत्र के पहुंच मार्गों का जीर्णोद्धार और जन सुविधाओं का विकास कार्य करते हुए मौजूदा सुविधाओं का विस्तार से संबंधित कार्य प्रस्तावित किए गए हैं. इस परियोजना में मुगल वास्तुकला के अनुसार प्रार्थना कक्ष, मंच, जल संचयन संरचना, जल निकासी व्यवस्था, फव्वारे निर्माण, मंडाना पत्थर फर्श, वजू स्थल, बहुउद्देशीय हॉल, शौचालय ब्लॉक, स्टोर रूम, पार्किंग, सड़क आदि प्रस्तावित है.

आगरा रोड पर कानोता में 50 बेड का सैटेलाईट अस्पताल: कानोता में सैटेलाईट अस्पताल के लिए 10 हजार वर्गमीटर के भूखण्ड का आवंटन किया गया है. जेडीए की ओर से कानोता में सैटेलाइट अस्पताल के निर्माण के लिए 25 करोड़ खर्च किए जाएंगे. 50 बेड सैटेलाईट अस्पताल का निर्माण, मोर्चरी, कैन्टीन, किचन का निर्माण, स्टाफ क्वाटर, ऑक्सीजन प्लांट, विद्युतीकरण, चार दिवारी, आउटर डवलपमेंट के कार्य किए जाने हैं. इस सैटेलाइट अस्पताल के निर्माण के बाद आगरा रोड पर जमवारागढ़ और बस्सी विधानसभा के आस-पास के क्षेत्रवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी.

बालमुकन्दपुरा में 50 बेड का सैटेलाईट अस्पताल: बालमुकन्दपुरा में सैटेलाईट अस्पताल के 10 हजार वर्गमीटर के भूखण्ड पर निर्माण के लिए 18.82 करोड़ की निविदा स्वीकृति की जा चुकी है. यहां अस्पताल का निर्माण, मोर्चरी, कैन्टीन-किचन का निर्माण, स्टाफ क्वाटर, ऑक्सीजन प्लांट, विद्युतीकरण, चार दिवारी, आउटर डवलपमेंट के कार्य किए जाने हैं. कार्य के अन्तर्गत लगभग 55 हजार वर्ग फीट बिलटप एरिया का निर्माण किया जाना है. इस सैटेलाईट अस्पताल के निर्माण के बाद अजमेर रोड के आस-पास के क्षेत्रवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी.

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टोंक रोड पर शिवदासपुरा में 50 बेड के सैटेलाईट अस्पताल: शिवदासपुरा में सैटेलाईट अस्पताल के 10 हजार वर्गमीटर के भूखण्ड पर निर्माण के लिए 18.20 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यहां भी 50 बेड सैटेलाईट अस्पताल का निर्माण, मोर्चरी, कैन्टीन-किचन का निर्माण, स्टाफ क्वाटर, ऑक्सीजन प्लांट, विद्युतीकरण, चार दिवारी, आउटर डवलपमेंट के कार्य किए जाने हैं. कार्य के अन्तर्गत लगभग 55 हजार वर्ग फीट बिलटप एरिया का निर्माण किया जाना है. इससे टोंक रोड पर शिवदासपुरा, बिलवा, प्रहलादपुरा, वाटिका, पदमपुरा, गोनेर और बगरू विधानसभा के आस-पास के क्षेत्रवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी.

राजस्थान उच्च न्यायालय के सामने भूमिगत पार्किंग का निर्माण : राजस्थान उच्च न्यायालय और सचिवालय के सामने 500 वाहनों के लिए 50 करोड़ की लागत से अण्डरग्राउण्ड पार्किंग का निर्माण करवाया जाएगा. इसके तहत रामबाग गोल्फ क्लब के मौजूदा पार्किंग क्षेत्र में 2 स्तरीय भूमिगत पार्किंग का लगभग 10 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में निर्माण किया जाएगा. प्रस्तावित भूमिगत पार्किंग में करीब 536 चौपहिया वाहन और 281 दुपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी. यहां से राजस्थान उच्च न्यायालय के गेट नं. 2 की तरफ जाने के लिए पैदल यात्री सबवे का निर्माण भी किया जाएगा. इस परियोजना से भगवान दास रोड पर होने वाली पार्किंग की समस्या से निजात मिलेगी. साथ ही आसपास के कार्यालयों और एसएमएस स्टेडियम में होने वाले आयोजनों में अतिरिक्त पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी.

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जयपुर मेट्रो फेज 1सी बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर: जयपुर मेट्रो के फेज 1सी बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण 993.51 करोड़ से होगा. इससे जयपुरवासियों के लिए मेट्रो सुविधा और ज्यादा सुलभ होगी. ये फेज बड़ी चौपड़ को ट्रांसपोर्ट नगर से जोड़ेगा. जिसकी कुल लंबाई 2.85 किलोमीटर होगी. इसमें 2.26 किमी भूमिगत और 0.59 किमी एलिवेटेड भाग रहेगा. जयपुर मेट्रो के फेज 1सी के निर्माण के बाद बड़ी चौपड़ से दिल्ली हाइवे पर ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो का संचालन होगा.

Last Updated : Sep 20, 2023, 11:45 PM IST
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