जयपुर. बीजेपी ने लंबी तलाश के बाद परकोटे की हवामहल सीट पर हिंदुत्व कार्ड खेलते हुए अखिल भारतीय संत समिति के राजस्थान प्रमुख बालमुकुंद आचार्य के नाम पर मुहर लगाई. जबकि कांग्रेस में अभी भी हवामहल के प्रत्याशी चयन पर माथापच्ची जारी है. वर्तमान विधायक व कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के टिकट पर संकट की आशंका जताई जा रही है. इन सब के बीच मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के चलते हैं यहां से एआईएमआईएम ने अपने प्रदेश अध्यक्ष जमील खान को मैदान में उतारा है. जबकि आम आदमी पार्टी यहां एक अन्य मुस्लिम चेहरे पप्पू कुरैशी पर दांव खेलने को तैयार है.
बीजेपी ने खेला हिंदुत्व कार्ड : जयपुर शहर बीजेपी का गढ़ माना जाता है. हालांकि पिछले चुनाव में बीजेपी शहर की 10 सीटों में से महज 4 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई थी. मुख्य रूप से परकोटा क्षेत्र की तो तीनों ही सीट हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर बीजेपी को गंवानी पड़ी थी. ऐसे में अब बीजेपी यहां इतिहास दोहराना नहीं चाहती है. इसी वजह से पार्टी ने हिंदुत्व का कार्ड खेलते हुए यहां हाथोज धाम महंत बालमुकुंद आचार्य को प्रत्याशी के रूप में आगे किया है. जिन्होंने क्षेत्र में विकास, पर्यटन को बढ़ावा देने और सनातन की रक्षा करने को अपनी प्राथमिकता बताते हुए स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात करना और क्षेत्र में घूमना शुरू कर दिया है. जबकि कांग्रेस यहां अब तक प्रत्याशी फाइनल नहीं कर पाई है.
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इस दावेदार ने खरीदा नामांकन फार्म : वहीं, वर्तमान विधायक महेश जोशी के टिकट कटने की आशंका पर हाल ही में जोशी समर्थकों ने विरोध भी दर्ज कराया था. जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस के पार्षद शामिल थे और अभी भी यही माना जा रहा है कि यहां से किसी नए चेहरे को मैदान में उतारा जा सकता है. चूंकि हवामहल विधानसभा क्षेत्र में पार्टी महेश जोशी के इतर कोई ब्राह्मण चेहरा ढूंढने में लगी है. ऐसे में संगठन का कोई नेता बतौर प्रत्याशी सामने आ सकता है. पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस शहर अध्यक्ष आरआर तिवाड़ी ने अपनी दावेदारी जताते हुए नामांकन फार्म भी खरीद लिया है. हालांकि, उन्हें अभी ग्रीन सिग्नल मिलने का इंतजार है.
इन दलों ने खेला मुस्लिम चेहरों पर दांव : इन दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के इतर हवामहल में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष जमील खान खुद चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के चलते यहां से आम आदमी पार्टी भी मुस्लिम चेहरे पप्पू कुरैशी पर दांव खेलने की तैयारी कर रही है. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो हवामहल में भले ही मुस्लिम वोटर ज्यादा हैं, लेकिन यहां हमेशा से ब्राह्मण प्रत्याशी ही जीतता आया है. यहां करीब दो लाख 48 हजार 265 वोटर हैं. जिनमें से 90 हजार मुस्लिम वोटर है. साल 2018 में यहां 72.78 फीसदी मतदान हुआ था. इससे पहले 2013 में 73.64 मतदान हुआ था. हर बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच यहां मुकाबला होता रहा है. ऐसे में हवामहल सीट पर एक बार फिर रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है.