जयपुर. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल की ओर से बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं पर लगाए गए आरोपों को लेकर अब बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. राजनीतिक तौर पर सीनियर्स लीडर्स की जगह पार्टी के दलित नेताओं ने कैलाश मेघवाल के आरोपों पर पलटवार किया है. बीजेपी एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य दलित नेताओं ने कहा कि कैलाश मेघवाल नहीं चाहते SC वर्ग का कोई नेता आगे बढ़े.
उन्होंने कभी भी SC समाज के कार्यकर्ता को आगे नहीं बढ़ाया. कैलाश मेघवाल का मान,सम्मान और प्रतिष्ठा भाजपा से ही है. बीजेपी ने उनको 50 साल तक केंद्रीय मंत्री ,विधायक, सांसद बनाया. मेघवाल पहले भी वसुंधरा राजे और राजनाथ सिंह पर आरोप लगाए हैं, अब उनकी बात को कोई गंभीरता से नहीं लेता.
लगाए झूठे आरोपः भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर कैलाश मेघवाल ने झूठे आरोप लगाए हैं. उनका पूरा जीवन जनता के लिए समर्पित रहा है. केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बीकानेर में वाड्रा जमीन मामले को उठाया था , तब मेघवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. एसीबी दो बार रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर चुकी है. कोर्ट में फिलहाल अर्जुन मेघवाल को अनकंडीशनल स्टे दिया हुआ है, झूंठे आरोप लगाकर अर्जुनराम मेघवाल की छवि को खराब करने का प्रयास किया गया है.
हमारे लिए गर्व की बात है अंबेडकर के बाद एससी वर्ग से अर्जुनराम कानून मंत्री बने. उन्होंने कहा कि कैलाश मेघवाल के आरोपों का हम खंडन और निंदा करते हैं. अर्जुन राम मेघवाल से प्रभावित होकर हमारे समाज के कई अधिकारी भाजपा में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि कैलाश मेघवाल की आदत है और वे नहीं चाहते कि अनुसूचित जाति का कोई नेता आगे बढ़े . उन्होंने अपने पूरे जीवन काल में एससी के किसी भी नेता को आगे नहीं बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि कैलाश मेघवाल जीवन के अंतिम पड़ाव में एक आदर्श प्रस्तुत नहीं करके एक घृणित वातावरण बनाने का काम कर रहे हैं, जो किसी भी प्रकार से उचित नहीं है. इस बात की हम निंदा करते हैं.
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पार्टी ने दिया मान सम्मानः कैलाश मेघवाल ने कहा कि भाजपा ने उनका विधायक, सांसद सहित विभिन्न पदों पर मान बढ़ाया. ये मान-सम्मान, पद, प्रतिष्ठा भाजपा के कारण ही है. अब 90 वर्ष की आयु में उन्हें नया ज्ञान प्राप्त हुआ है कि भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी है. वो कहते हैं कि अर्जुन राम मेघवाल भ्रष्ट नेता हैं यह नकारात्मक ज्ञान उन्हें अचानक से प्राप्त हो गया. देश के ईमानदार नेताओं की सूची में अर्जुन राम मेघवाल का नाम शुमार है. अर्जुन राम मेघवाल ने बाड़मेर में अतिरिक्त जिला कलेक्टर के पद पर रहते हुए कार्य किया. इस दौरान उन पर एक भी शिकायत दर्ज नहीं हुई. उनके आईएएस बनने पर भी वे सवाल उठा रहे हैं ,लेकिन कैलाश मेघवाल को यह जानकारी होनी चाहिए कि अर्जुनराम अपनी बुद्धिमता व योग्यता से यूपीएससी जैसी संवैधानिक संस्थान से इस पद पर साक्षात्कार के माध्यम से चयनित हुए हैं.