जयपुर. प्रश्नकाल में कोटा से आने वाले भाजपा विधायक संदीप शर्मा ने यह मामला उठाते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि चंबल नदी तंत्र के जीर्णोद्धार के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद 6 साल में महज 31 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है. शर्मा का आरोप था कि नहरों के जीर्णोद्धार के लिए सरकार ने ₹1274 की योजना स्वीकृत किये, जिसे 6 साल हो चुके हैं. लेकिन इस पर महज 31 प्रतिशत ही काम हो पाया. जिसके कारण चंबल का पानी किसानों तक पहुंचने में परेशानी आ रही है और उसका सीधा नुकसान किसान और उसकी खेती पर पड़ रहा है.
जवाब में मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि 6 साल में काम धीमी गति से क्यों रहा और क्यों नहीं, इसके बारे में वह ज्यादा नहीं बोलेंगे. क्योंकि उसकी जिम्मेदारी खुद लेते हैं, लेकिन बजरी खनन को लेकर प्रदेश में चल रहे इस संकट के दौर में इस योजना पर भी इसका असर पड़ा है.
मंत्री के अनुसार यदि योजना में चल रहे काम की धीमी रफ्तार के लिए ठेकेदार दोषी पाया गया तो उस पर कार्रवाई भी की गई है. चौधरी ने कहा कि इस काम को प्राथमिकता से करवाने के लिए विभाग प्रयासरत है. वहीं, संदीप शर्मा ने सदन में मध्य प्रदेश से राजस्थान को मिलने वाले पानी को लेकर सवाल करना चाहा, लेकिन स्पीकर सीपी जोशी ने इसकी इजाजत नहीं दी.