जयपुर. सफाई कर्मचारियों के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए जयपुर नगर निगम प्रशासन अब सफाई कर्मचारियों की बायोमेट्रिक अटेंडेंस लेगा. जिसकी शुरुआत आमेर और हवामहल जोन में हो गई है.
दरअसल, कौन कर्मचारी कितने बजे काम पर आया,कितने घंटे काम किया और किस क्षेत्र में काम किया. इस तरह के सवाल अमूमन सफाई कर्मचारियों को लेकर उठते हैं.हाल ही में निगम की ओर से करीब 4500 सफाई कर्मचारियों की भर्ती की गई. वहीं पूर्व में मौजूद करीब 2000 सफाई कर्मचारियों को शहर के अलग-अलग जोन में लगा रखा है.
सफाई कर्मचारियों की इतनी बड़ी संख्या होने के बावजूद शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में पांच पायदान का नुकसान हुआ और वर्तमान हालातों को भी देखा जाए तो 'शहर साफ है' ये कहते नहीं बनता. सफाई कर्मचारियों पर ये आरोप भी लगते हैं कि वार्डों में जितने कर्मचारियों को तैनात किया गया है उनमें से आधे ही काम पर आते हैं.
सफाई कर्मचारियों की नियमितता पर उठने वाले इन्हीं सवालों के बाद निगम अब सभी जोन और वार्ड कार्यालयों पर सफाई कर्मचारियों की बायोमेट्रिक अटेंडेंस लेने की व्यवस्था शुरू कर रहा है. आमेर और हवामहल जोन के अधिकतर वार्डों में ये बायोमैट्रिक अटेंडेंस शुरू भी कर दी गई है. वहीं निगमायुक्त विजय पाल सिंह ने बताया इसी महीने में ये व्यवस्था सभी जोन और वार्ड कार्यालय में शुरू कर दी जाएगी ताकि सफाई कर्मचारियों की एक्चुअल पोजीशन भी पता लग सके और उनका भुगतान भी समय पर किया जा सके.
संभव है अब बायोमैट्रिक अटेंडेंस से सफाई कर्मचारियों की ओर से उपस्थिति दर्ज कराने में किए जा रहे फर्जीवाड़े पर भी लगाम लगेगी और शहर की सफाई व्यवस्था भी सुधरेगी.