जयपुर. राजधानी के कानोता क्षेत्र में स्थित एसबीआई बैंक में मंगलवार को उस समय अफरा तफरी मच गई, जब बैंक मैनेजर ने बैंक आए कुछ युवकों को पकड़ लिया. कोई कुछ समझ पाता उतने में ही मौके पर पुलिस आ धमकी और मामले की जांच पड़ताल करने लगी.
जानिए पूरा मामला...
दरअसल कानोता एसबीआई बैंक में बीते 1 जून को बैंक में रुपये निकालने आए एक बुजुर्ग की जेब कट गई. शातिरों ने बुजुर्ग की जेब से 20 हजार रुपये पार कर वहां से रफ्फूचक्कर हो गए. जब बुजुर्ग को भनक लगी तो उन्होंने बैंक मैनेजर को अवगत करवाया. इस दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. जिसमें एक गैंग की ओर से बड़ी शातिरी से वारदात को अंजाम देने की घटना कैद हो गई. जिसके बाद पीड़ित बुजुर्ग ने कानोता थाने में मामला दर्ज करवा दिया.
उधर, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी और इधर शातिर गैंग के बदमाश मंगलवार को वापस उसी एसबीआई बैंक में अपने हाथ का जादू दिखाने पहुंच गए. गैंग से जुड़े 5 शातिर बैंक पहुंचे, जिसमें नाबालिक भी शामिल थे. ये सभी शातिर अपने अगले शिकार की तलाश में बैंक में नजरे हुए थे. काफी देर तक बैंक में दिख रहे इन संदिग्धों पर बैंक मैनेजर मनोज कुमार की नजर इन पर पड़ी, तो देखा की 1 जून की वारदातें वाले सीसीटीवी में कैद हुए शातिरों से शक्लें मिल रही थी.
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जिसके बाद बैंक मैनेजर ने समझदारी दिखाते हुए वहां मौजूद कुछ लोगों को बताया और बिना भनक लगे पूरी गैंग को घेर लिया. फिर भी मौके का फायदा उठाकर 3 शातिर भाग छुटे लेकिन 2 बदमाश हत्थे चढ़ गए. जिसके बाद मौके पर कानोता थाना पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस दोनों जेबकतरों को थाने ले गई. जांच पड़ताल में सामने आया की गैंग के शातिर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले थे, लेकिन बैंक मैनेजर की समझदारी से वारदात टल भी गई और शातिर पुलिस के हाथ लग गए. फिलहाल पुलिस गैंग से जुड़े अन्य बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है.